धर्म / सोमवार और चतुर्थी का योग 8 जून को, घर की सुख-समृद्धि की कामना से करते हैं ये व्रत

धर्म / सोमवार और चतुर्थी का योग 8 जून को, घर की सुख-समृद्धि की कामना से करते हैं ये व्रत




  • गणेशजी के मंत्र ऊँ गं गणपतयै नम: और शिवजी के मंत्र ऊँ सांब सदाशिवाय नम: का जाप 108 बार करें


सोमवार, 8 जून को आषाढ़ मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी है। इस बार सोमवार को ये चतुर्थी होने से इस दिन गणेशजी के साथ ही शिवजी की भी विशेष पूजा करनी चाहिए। उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. मनीष शर्मा के अनुसार पूर्णिमा के बाद आने वाली चतुर्थी का महत्व काफी अधिक है। चतुर्थी तिथि के स्वामी गणेशजी ही हैं। इस दिन किए गए व्रत-उपवास और पूजा-पाठ से सुख-समृद्धि, ज्ञान और बुद्धि बढ़ोतरी हो सकती है।


गणेश चतुर्थी पर सुबह जल्दी उठें और स्नान के बाद सूर्य को जल चढ़ाएं। ऊँ सूर्याय नम: मंत्र का जाप करें। इसके बाद घर के मंदिर में गणेश प्रतिमा स्थापित करें। सिंदूर, दूर्वा, फूल, चावल, फल, जनेऊ, प्रसाद आदि चीजें चढ़ाएं। धूप-दीप जलाएं। ऊँ गं गणपतयै नम: मंत्र का जाप करते हुए पूजा करें। मंत्र जाप 108 बार करें।


गणेशजी के सामने व्रत करने का संकल्प लें और पूरे दिन अन्न ग्रहण न करें। व्रत में फलाहार, पानी, दूध, फलों का रस आदि चीजों का सेवन किया जा सकता है।


शिवजी के मंत्र ऊँ सांब सदाशिवाय नम: का जाप 108 बार करें। शिवलिंग पर तांबे के लोटे से जल चढ़ाएं। बिल्व पत्र और फूल चढ़ाएं। दीपक जलाकर आरती करें।


पूजा के बाद घर के आसपास जरूरतमंद लोगों को धन और अनाज का दान करें। गाय को रोटी या हरी घास दें। किसी गौशाला में धन का दान भी कर सकते हैं।



Popular posts
 टुडे एंड एवरीडे / अपनी लिखी कविता सुनाकर आलिया भट्ट ने दी वर्ल्ड अर्थ डे की बधाई, नेचर और वर्ल्ड वॉरियर को कहा शुक्रिया
Image
दुखद अवसान / मिथुन चक्रवर्ती के पिता बसंतकुमार का मुंबई में निधन, लॉकडाउन के कारण आखिरी वक्त में नहीं पहुंच पाए उनके पास
Image
भारत बैंकिंग सुधारों की मशाल बनकर उभरेगा : डॉ. जितेंद्र सिंह
रनाथ पर बैठक हुई, पहले कहा- यात्रा कैंसिल; 25 मिनट बाद प्रेस रिलीज कैंसिल हुई, उसके 1 घंटे 13 मिनट बाद कहा- यात्रा संभव नहीं, लेकिन फैसला बाद में लेंगे
दो बोरी यूरिया खाद के लिए राजगढ़ जिले में अलसुबह कतार में लगे किसान