महाराष्ट्र से आए मजदूरों को बॉर्डर पर रोका

महाराष्ट्र से आए मजदूरों को बॉर्डर पर रोका
- गुस्साए मजदूरों ने तपती सड़क पर लेटकर लगाया जाम


 सेंधवा। एबी रोड स्थित बिजासन सीमा पर गुरुवार को दूसरे राज्यों से आए सैकड़ों लोग जमा हो गए। पुलिस ने लोगों को आने-जाने से रोका तो ये उग्र हो गए। इसके बाद गुस्साए मजदूर नारेबाजी करते हुए मुंबई-आगरा राष्ट्रीय राजमार्ग पर जमा हुए। मजदूरों के हाइवे पर उतरने से जाम की स्थिति बन गई। पुलिसकर्मियों ने इन्हें समझाने की कोशिश की तो ये घर जाने पर अड़ गए। वे क्वारेंटाइन सेंटर में भी रुकने को तैयार नहीं थे। इसके बाद पुलिस-प्रशासन के उच्च अधिकारियों को सूचना दी गई। मौके पर पहुंचे एसडीएम और एसडीओपी ने इन्हें समझाया। कुछ देर बाद एसपी के साथ कलेक्टर अमित तोमर पहुंचे और नई गाइड लाइन के तहत इनकी स्क्रीनिंग और भोजन करवाने के बाद वाहनों के जरिए घर भेजने के निर्देश दिए। यह सुनकर मजदूर खुश होकर स्क्र्रीनिंग के लिए लाइन में लग गए। गुस्साए मजदूर तपती सड़क पर ही बैठ गए। अधिकारियों के घर भिजवाने के आश्वासन पर उठे। लॉकडाउन के बाद से ही महाराष्ट्र की ओर से बड़ी संख्या में यूपी, बिहार समेत अन्य प्रदेश के मजदूर इसी मार्ग से घर जाने के लिए बॉर्डर पर पहुंच रहे थे। पुलिस ने कई लोगों को वापस भेजा। वहीं कुछ लोग यहां तीन-चार दिन से सीमा पार करने के इंतजार में बैठे थे। महाराष्ट्र से लगातार मजदूर वर्ग के आने के कारण मंगलवार को लोगों को वापस भेजा गया था। इसके बावजूद बुधवार को भी बड़ी संख्या में लोग बिजासन स्थित सीमा पर एकत्रित हो गए। एसडीओपी टीएस बघेल ने कुछ लोगों को वापस महाराष्ट्र तरफ भेजा। बाकी को बिजासन मंदिर परिसर के टीन शेड में रुकवाया था, लेकिन वे भाग गए।
1 माह में 2000 किमी का किया सफर
राजस्थान के विनोद (25) पिता सोरण दिव्यांग परिवार के साथ बेंगलुरु से राजस्थान जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि परिवार के साथ बेंगलुरु गए थे। रेडियम बेचने और मजदूरी का काम कर गुजारा करते थे। लॉकडाउन के दूसरे दिन निकले। विनोद को कभी जुगाड़ से बनी बेयरिंग वाली गाड़ी पर बैठाते हैं, जिसे परिवार के सदस्य खींचते हैं तो कभी साइकिल पर बैठा लेते हैं। एक माह में 2000 किमी चल चुके हैं। मंगलवार दोपहर 3 बजे बिजासन पहुंचे तो उन्हें रोक लिया। 19 घंटे बाद बुधवार सुबह 9.30 बजे छोड़ा।
पहाड़ी मार्ग से निकले साइकिल सवार
बिजासन घाट पर मध्य प्रदेश की सीमा में प्रवेश से रोके जाने पर कुछ लोगों ने पहाड़ी रास्ते से सीमा में प्रवेश किया। बिजासन घाट पर साइकिल सवार निरंजन ने बताया कि महाराष्ट्र के उल्लहास नगर से उत्तर प्रदेश के बरेली जा रहे हैं। परिवहन के साधन नहीं मिलने से 12 लोग साइकिल खरीद कर घर के लिए निकले। बिजासन में पुलिस नहीं जाने दे रही है, इसलिए पहाड़ी रास्ते से निकले। पहाड़ी रास्ते पर साइकिल को कंधे पर उठाना पड़ा।