कानपुर: लॉकडाउन फेज-3 का हाल / 20 घंटे तक सड़क के किनारे पड़ा रहा भिखारी का शव, कोरोना संक्रमण से मौत के डर से किसी ने नहीं लगाया हाथ

कानपुर: लॉकडाउन फेज-3 का हाल / 20 घंटे तक सड़क के किनारे पड़ा रहा भिखारी का शव, कोरोना संक्रमण से मौत के डर से किसी ने नहीं लगाया हाथ





यह तस्वीर कानपुर में बर्रा के अंडरपास की है। यहां भीख मांगकर गुजारा करने वाले एक शख्स की शुक्रवार को ही मौत हो गई थी लेकिन उसका शव 20 घंटे तक लापरवाही की वजह से यहीं पड़ा रहा।






  • स्थाानीय लोगों के मुताबिक- काफी दिनों से बीमार था, हो सकता है कि कोरोना संक्रमण की वजह से इसकी मौत हुई हो

  • अंडरपास के पास ही लगभग 40 वर्षीय शख्स भीख मांग कर अपना गुजारा करता था और वहीं रहता  भी था


कानपुर. उत्तर प्रदेश में कोरोना का कहर बढ़ता जा रहा है। कानपुर में एक अमानवीय घटना प्रकाश में आई है। एक अज्ञात शव 20 घंटे तक अंडरपास पर पड़ा रहा। संक्रमण से मौत की आशंका होने पर उसे किसी ने हाथ नहीं लगाया। पुलिस गई तो वो भी देखकर लौट आई। पुलिस ने यह कह कर पल्ला झाड़ लिया। स्वास्थ्य विभाग की टीम को सूचना दे दी गई है। वो जांच करेगी और फिर कोरोना प्रोटोकॉल के तहत अंतिम संस्कार करेगी। लेकिन, स्वास्थ्य विभाग की टीम 20 घंटे बाद भी नहीं पहुंची। शव पूरी रात और शुक्रवार दोपहर तक उसी जगह पड़ा रहा है।


बर्रा थाना क्षेत्र के अंडरपास के पास लगभग 40 वर्षीय शख्स भीख मांग कर अपना पेट भरता था। अंडरपास के नीचे रहता था। गुरुवार शाम लगभग 8 बजे उसकी मौत हो गई थी। स्थानीय लोगों ने इसकी सूचना पुलिस को दी थी। मौके पर पहुंची पुलिस ने को लोगों ने बताया कि मृतक काफी दिनों से बीमार था। हो सकता है कि कोरोना संक्रमण की वजह से इसकी मौत हुई हो।


पूरी रात अंडरपास के नीचे ही पड़ा रहा शव 
रात से सुबह हो गई और सुबह से दोपहर मगर स्वास्थ्य विभाग टीम नहीं पहुंची। स्थानीय लोगों ने जब देखा कि 20 घंटे से ज्यादा समय बीत गया और शव उसी स्थान पर पड़ा है, तो उन्हे संक्रमण फैलने का खतरा सताने लगा। क्षेत्रीय लोगों ने इस घटना से आलाधिकारियों को अवगत कराया। दोपहर के वक्त दोबारा पहुंची पुलिस ने शव की शिनाख्त के प्रयास किए। जब उसकी शिनाख्त नहीं हो सकी तो पुलिस ने सीमित संसाधनों में किसी तरह से उसके शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।


बर्रा इंस्पेक्टर रणजीत राय के मुताबिक लोगों ने लोग उसे कोरोना संदिग्ध बता रहे थे, इसलिए स्वास्थ्य विभाग को सूचना दी गई थी। शव के पास रात में दो सिपाही लगाए गए थे। सुबह तक स्वास्थ्य विभाग की टीम नहीं आई तो शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया।