बिहार: कोरोनावायरस / दरभंगा में कैदियों को बिना मास्क पहनाए ही जांच कराने अस्पताल आए पुलिसकर्मी, डॉक्टर ने मास्क पहनने को कहा तो कॉलर पकड़कर घसीटा
- पुलिसकर्मी चार कैदियों का मेडिकल टेस्ट कराने रेफरल अस्पताल आए थे
- घटना अस्पताल में लगे सीसीटीवी कैमरे में रिकॉर्ड हुई, डॉक्टरों ने काम बंद किया
दरभंगा. दरभंगा जिले के जाले प्रखंड के रेफरल हॉस्पिटल में शनिवार को पुलिसकर्मियों ने डॉक्टर के साथ बदसलूकी कर दी। एक पुलिसकर्मी ने डॉक्टर का गला दबाया और कॉलर पकड़कर उन्हें घसीटा। घटना शनिवार सुबह करीब 7 बजे की है। जाले थाना के पुलिसकर्मी चार कैदियों का मेडिकल टेस्ट कराने रेफरल अस्पताल लाए थे। कैदियों ने मास्क नहीं पहना था, जिसके चलते ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर राम प्रीत राम ने जांच करने से इनकार कर दिया। इससे पुलिसकर्मी नाराज हो गए।
पुलिसकर्मी ने दी एफआईआर करने की धमकी
डॉक्टर राम प्रीत राम ने बताया- "थाने से कुछ पुलिसकर्मी 4 कैदियों को लेकर आए थे। चारों को एक ही रस्सी से बांधा गया था। कैदियों के चेहरे पर मास्क नहीं था। मैंने कहा कि सभी कैदियों को मास्क पहना दीजिए। पुलिसकर्मियों ने बोला कि मास्क नहीं है। मैंने कहा कि मास्क नहीं है तो गमछा या रूमाल से चेहरे को ढंक दीजिए। इस पर एएसआई परिजन पासवान ने कहा कि नहीं ऐसे ही जांच करिए।"
डॉक्टर बोले- "मैंने इनकार किया तो मुझे एफआईआर करने व अन्य तरह की धमकी दी। थाना प्रभारी की उपस्थिति में मेरा गर्दन दबा दिया। कॉलर पकड़कर मुझे घसीटते हुए बाहर ले गए। इसके बाद अस्पताल के सभी लोग जुटे तो मेरा कॉलर छोड़ा। पुलिस हमारी सुरक्षा के लिए है, लेकिन जिस तरह से पुलिस द्वारा मेरे साथ व्यवहार किया गया है मैं डरा हुआ हूं। ऐसे में खुद को काम करने में सक्षम नहीं पा रहा।"
सीसीटीवी कैमरे में कैद हुई घटना
डॉक्टर के साथ धक्का-मुक्की से नाराज अस्पतालकर्मियों ने काम बंद कर दिया है। घटना अस्पताल में लगे सीसीटीवी कैमरे में रिकॉर्ड हुई है। डॉक्टर आरोपी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई किए जाने की मांग कर रहे हैं। एसएसपी बाबू राम ने कहा- "घटना की जानकारी मिलने के बाद सर्किल ऑफिसर को भेजा है। दोषी पाए जाने पर आरोपी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।"