मध्यप्रदेश में कोरोना / भोपाल में 9 दिन की बच्ची पॉजिटिव, डिलीवरी कराने वाली डॉक्टर संक्रमित थी

मध्यप्रदेश में कोरोना / भोपाल में 9 दिन की बच्ची पॉजिटिव, डिलीवरी कराने वाली डॉक्टर संक्रमित थी




  • आरजीपीवी में बने अस्थाई अस्थाई कोविड हेल्थ सेंटर में काेराेना के 70 संदिग्ध मरीजाें काे भर्ती किया गया।आरजीपीवी में बने अस्थाई अस्थाई कोविड हेल्थ सेंटर में काेराेना के 70 संदिग्ध मरीजाें काे भर्ती किया गया।





  • 27 नए मरीज, इनमें चार पुलिस वाले और पांच जमाती शामिल

  • राजधानी में 9 दिन की एक मासूम कोराना पॉजिटिव पाई गई


भोपाल. राजधानी में 9 दिन की एक मासूम कोराना पॉजिटिव पाई गई है। उसे यह संक्रमण जन्म के क्षणों में ही मिल गया था। आंख खोलने के साथ ही उसका सामना कोराेना से हुआ। क्योंकि मां का सिजेरियन कर उसे इस दुनिया में लाने वाली चार में से एक डॉक्टर संक्रमित थी। बच्ची अब मां के आंचल की छांव में ही बीमारी से लड़ रही है। मां को कोरोना का संक्रमण नहीं पाया गया है।


सुल्तानिया अस्पताल के डॉक्टर्स के मुताबिक बरखेड़ी में रहने वाली प्रसूता को 6-7 अप्रैल की दरमियानी रात डिलीवरी के लिए भर्ती किया गया था। इसका इलाज पहले से इसी अस्पताल की डॉ. भारती परिहार द्वारा किया जा रहा था। 7 अप्रैल को सुबह 11 बजे प्रसूता को सिजेरियन डिलीवरी के लिए ऑपरेशन थियेटर ले जाया गया। ऑपरेशन में तीन डॉक्टर शामिल थीं। इनमें एक जूनियर डॉक्टर की कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट 7 अप्रैल को आई। आशंका जताई जा रही है कि ऑपरेशन के वक्त मौजूद जूनियर डॉक्टर से बच्ची को संक्रमण हुआ होगा। हालांकि इसकी पुष्टि नहीं हुई है। बच्ची के रिश्तेदार ने बताया कि 16 अप्रैल को अस्पताल में टांके कटवाने बुलाया गया था। इस दौरान कोरोना टेस्ट के लिए बच्ची और मां के सैंपल लिए गए थे।


कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या 189 से बढ़कर 216 पर पहुंची
उधर, राजधानी में रविवार को 450 सैंपल की रिपोर्ट आई है, जिनमें से 27 नए पॉजिटिव मिले हैं। शहर में पहली बार एक ही दिन में इतने पॉजिटिव मिले हैं। इनमें दीनदयाल रसोई में काम करने वाला नगर निगम कर्मचारी, एक दूधवाला, पांच जमाती, चार पुलिस कर्मचारी और चार अन्य बच्चे भी शामिल हैं। भोपाल में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या 189 से बढ़कर 216 पर पहुंच गई है। 15 दिन में भोपाल में कोरोना के 174 मरीज मिले चुके हैं।


तीन लोगों में नहीं थे लक्षण, लेकिन रिपोर्ट पॉजिटिव
शहर में कोरोना पीड़ितों के इजाफे के बीच सामने आया है कि इनमें से कई में इसके लक्षण नहीं मिले लेकिन जांच कराने पर रिपोर्ट पाॅजिटिव आई है। इनमें सांची पार्लर संचालक, दीनदयाल रसोई में प्रबंधन देख रहे निगमकर्मी और एक किसान का मामला ऐसा है। इनमें कोरोना के कोई लक्षण नहीं थे, वे तो कैंप लगने पर यूं ही जांच कराने चले गए थे।

डीएसपी के ड्राइवर समेत 4 पुलिसकर्मी और दो आशा कार्यकर्ता की रिपोर्ट पॉजिटिव
इस बीच कोरोना का दायरा शहरी क्षेत्र से आगे बढ़ते हुए अब ग्रामीण इलाकाें में भी जा पहुंचा है। ईंटखेड़ी सब सेंटर और काेलार इलाके की आशा कार्यकर्ता काेराेना पाॅजिटिव मिली हैं। दाेनाें काे चिरायु अस्पताल में भर्ती कराया है। जबकि, परिजनाें समेत संपर्क में आने वाले 60 से ज्यादा लाेगाें काे गांधी नगर में बनाए गए क्वारेंटाइन सेंटर में रखा गया है। दाेनाें के सैंपल चार दिन पहले लिए गए थे। ये आशा कार्यकर्ता शनिवार तक अपने क्षेत्र में घर-घर जाकर सर्वे कार्य कर रहीं थीं। इधर ईंटखेड़ी पंचायत के एक किसान में करोना पुष्टि हुई है। पिछले कुछ दिनों से वो भी जरूरतमंद लोगों को खाना बांटने काम कर रहे थे। उनको आशंका है कि उनको यहीं से कोरोना हुआ होगा। इधर, बाबा नगर झुग्गी बस्ती में तीन लोग कोराेना संक्रमित पाए गए हैं।


हर दिन आते हैं 200 से ज्यादा ग्राहक


शिवाजीनगर स्थित पांच नंबर स्टॉप पर शर्मा सांची पॉर्लर के संचालक में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है। वे सुबह-शाम सांची पार्लर खोल रहे थे। रोज 200 से अधिक लोग उनके यहां से दूध व अन्य सामान लेकर जाते थे। उन्हें डर है किसी ग्राहक से ही संक्रमण हुआ होगा। उनके इलाके में दो-तीन पॉजिटिव मिले हैं। पड़ोस में जांच हो रही थी, बिना कोई लक्षण उन्होंने जांच कराई थी।


शनिवार तक रसोई का प्रबंधन संभाला


दीनदयाल रसाेई में काम करने वाले एक निगम कर्मचारी भी कोरोना का शिकार हुए हैं। वे शनिवार तक ड्यूटी पर थे और रसोई का प्रबंधन संभाल रहे थे। वे इसके लिए सब्जी-किराना लेने के साथ, जोन से खाना लेने आने वाले लोगों से भी मिलते-जुलते थे। बरखेड़ी में घर के पास लगे शिविर में जांच कराई थी, जिसमें वे पॉजिटिव आए। उनके संपर्क में रहने वाले 55 लोगों ने रविवार को ही टेस्ट कराए हैं। रिपोर्ट तीन दिन में आएगी।


निगमकर्मी में संक्रमण, कमिश्नर समेत कई अफसर आइसोलेशन में
निगमकर्मी की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद निगमायुक्त बी विजय दत्ता, अपर आयुक्त मयंक वर्मा, कमल सोलंकी, राजेश राठौड़, मेहताब सिंह गुर्जर और उपायुक्त विनोद शुक्ला और खाद्य विभाग की फूड ऑफिसर होम आइसोलेशन में चले गए हैं। ये सब निगम कर्मचारी के संपर्क में रहे हैं। दीनदयाल रसोई को बंद कर दिया गया है। गरीबों और बेसहारा लोगों के भोजन वितरण की वैकल्पिक व्यवस्था की जा रही है। रसोई में सब्जी और किराना सामग्री लाने का काम भी पॉजिटिव रिपोर्ट आए निगम कर्मचारी के ही पास था। विभिन्न जोन से भोजन पैकेट लेने के लिए आने वाले कर्मचारी भी उनके संपर्क में रहे हैं। कमिश्नर ने कहा कि यह सभी अधिकारी जांच रिपोर्ट आने तक घर से ही मॉनिटरिंग करेंगे।