बसपा विधायक रामबाई ने लगाए जेलर और अधीक्षक पर रुपए मांगने के आरोप

दमोह। हटा के कांग्रेस नेता देवेंद्र चौरसिया की हत्या के आरोप में जिला जेल में बंद बसपा विधायक के देवर व अन्य परिजन पर जेल प्रशासन ने जेल का माहौल बिगा?ने व उत्पात मचाने का आरोप लगाया है और हटा न्यायालय से मांग की है कि सभी बंदियों को किसी अन्य जेलों में शिफ्ट किया जाए।
 इस मामले के उजागर होते ही बुधवार को बसपा विधायक रामबाई ने कहा कि दमोह जिला जेल में जेलर व अधीक्षक खुलेआम बंदियों से रुपए ले रहे हैं। जो नहीं दे पाता है, उसे प्रता?ित किया जा रहा है। उनके एक परिचित को जेल से छूटने के पहले बुरी तरह पीटा गया था। अब उनके देवर कौशलेेंद्र उर्फ चंदू सिंह के साथ जो 16 लोग जेल में बंद हैं, उनसे 51 हजार रुपए प्रतिमाह के हिसाब से मांग की जा रही है। रुपए नहीं दिए गए हैं, इसलिए जेल अधिकारियों ने झूठे आरोप लगाकर मीडिया में खबर लीक कर दी।



निरीक्षण कर लें, हकीकत सामने आ जाएगी
विधायक ने गृहमंत्री बाला बच्चन से मांग की है कि उनके परिजन पर जो आरोप लगाए गए हैं, उसकी जांच जेल में जाकर की जा सकती है। वहां जाकर पता किया जा सकता है कि उनके परिजन व्यवस्था बिगा? रहे हैं या फिर जेल प्रशासन लोगों से पैसे वसूल कर रहा है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि जिन लोगों से पैसा मिल जाता है, उनके लिए सभी सुविधाएं दी जा रही हैं।  बसपा विधायक ने कहा कि अंग्रेजों के समय में जेल में बंद रहने वाले कैदियों को गु?-चना और फल दिए जाते थे, जो अब बंद हो गए हैं। कैदियों को ये सुवधिाएं फिर से चालू की जाएं। उन्होंने आरोप लगाया है कि पूरे प्रदेश की जेलों में भ्रष्टाचार चरम पर है। 



चार दिन में कार्रवाई नहीं तो बंगले के सामने धरना
विधायक ने कहा कि उन्होंने गृहमंत्री से मांग की है कि शीघ्र ही जिला जेल से जेलर और अधीक्षक पर कार्रवाई करते हुए उन्हें वहां से हटाया जाए। यदि समय रहते कार्रवाई नहीं की गई तो वह गृहमंत्री के बंगले के सामने ही धरने पर बैठ जाएंगी।



जब सरकार नहीं थी, तब नहीं दिए तो अब क्यों दें
रामबाई ने बताया कि जेल में बंद उनके परिजन से जब जेलर व अधीक्षक ने रुपए मांगे तो उन्होंने मना कर दिया। उन्होंने यह भी कहा कि जब वह विपक्ष में थे, तब उन्होंने जेल में किसी को पैसे नहीं दिए तो अब तो सरकार है, फिर पैसे क्यों देंगे। इसी बात से जेलर व अधीक्षक गुस्से में आ गए।