दाल बाटी खाने के बाद मां-बेटे की मौत 

बलवाड़ा/सनावद। गांव के एक परिवार में उस समय शोक छा गया जब परिवार के सबसे बड़े बेटे व घर चलाने वाली मां की मौत हो गई। शुक्रवार को बेटे का जन्मदिन पूरे परिवार ने मनाया। परिवार के करीब 10 सदस्यों ने दाल-बाटी भी खाई लेकिन देर रात को दोनों की तबीयत खराब हुई, जिस पर उन्हें बड़वाह अस्पताल ले जाया गया। जहां गंभीर हालत होने से इंदौर रैफर कर दिया। यहां पर इलाज के दौरान दोनों मां-बेटे की मौत हो गई।
जानकारी के अनुसार बलवाड़ा पुलिस थाने के सामने रहने वाले स्व. दिनेश कैथवास के बड़े लड़के नितेश ने शुक्रवार को अपना 18वां जन्मदिन मनाया। इस पर पूरा परिवार जश्न मना रहा था। इस पर पूरे परिवार ने रात को दाल-बाटी बनाकर एक साथ खाई। रात करीब 2 बजे नितेश की दादी की नींद खुली। उन्होंने देखा बहू (नितेश की मां) रानी(35) तड़प रही थी। यह देख उन्होंने पास में सो रहे पोते नितेश को आवाज लगाई। आवाज सुनकर नितेश जैसे ही खड़ा हुआ। वह भी जमीन पर गिर पड़ा। 
इसके बाद पूरे परिवार में अफरा-तफरी मच गई। परिजन नितेश व उसकी मां रानी को 108 एंबुलेंस से बड़वाह ले गए। हालत गंभीर होने से डॉक्टरों ने उन्हें इंदौर एमवाय अस्पताल रैफर कर दिया। जहां पर सुबह इलाज के दौरान दोनों मां-बेटे की मौत हो गई। दोनों के शवों का पीएम कराया। मां-बेटे का अंतिम संस्कार गवली समाज मुक्तिधाम पर किया। टीआई पीसी कोलाया ने बताया मौत के कारण का अभी तक पता नहीं चला है। पीएम रिपोर्ट आने के बाद ही कारण स्पष्ट हो सकेगा।