कोरोना पर सरकार / देश में कोरोना मरीजों के ठीक होने की दर 48% हुई; संक्रमण से जान गंवाने वालों की दर 2.82%, यह दुनिया में सबसे कम

कोरोना पर सरकार / देश में कोरोना मरीजों के ठीक होने की दर 48% हुई; संक्रमण से जान गंवाने वालों की दर 2.82%, यह दुनिया में सबसे कम



 




  • स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक देश में रोज 1.20 लाख सैंपल टेस्ट किए जा रहे

  • देश में 3 मई को रिकवरी रेट 26.59% थी, एक महीने में 21.41% इजाफा हुआ


नई दिल्ली. स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने मंगलवार को बताया है कि कि देश में अब तक कोरोना के 95 हजार 527 मरीज ठीक हुए हैं। देश में रिकवरी रेट 48% हो गई है। इसमें लगातार सुधार हो रहा है। रिकवरी रेट 15 अप्रैल को 11.42%, 3 मई को 26.59% और 18 मई को 38.29% थी।


'कोरोना से जिनकी मौतें हुईं, उनमें से 73% को दूसरी गंभीर बीमारियां थीं'
अग्रवाल ने बताया कि समय पर संक्रमण का पता लगाने और सही इलाज करने की वजह से हम बेहतर स्थिति में हैं। देश में कोरोना संक्रमण से जिन लोगों की मौतें हुई हैं, उनमें से 73% ऐसे थे जिन्हें पहले से ही गंभीर बीमारियां थीं। देश में कोरोना से मौतों की दर सिर्फ 2.82% है, जबकि दुनिया में ये दर 6.13% है।


'देश की प्रति लाख आबादी के मुकाबले सिर्फ 0.41 मौतें'
स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि भारत की तुलना सिर्फ कोरोना के मामलों के आधार पर नहीं होनी चाहिए, बल्कि हमारी आबादी का भी ध्यान रखना चाहिए। दुनिया के 14 देशों की कुल जनसंख्या भारत के बराबर है। उन देशों में भारत के मुकाबले 55.2 गुना ज्यादा मौतें हुई हैं। भारत की प्रति लाख आबादी में कोरोना से होने वाली मौतों की संख्या 0.41 है, जबकि दुनिया में ये रेट 4.9 है। कुछ देशों में तो ये आंकड़ा 62 और 82 तक पहुंच गया है।


'राज्यों को जरूरत लगे तो अस्थायी कोविड केयर सेंटर तैयार करें'
अग्रवाल ने कहा कि रोज 1.20 लाख सैंपल टेस्ट किए जा रहे हैं। अभी सैंपल की जांच 476 सरकारी और 205 प्राइवेट लैब में हो रही है। हमने राज्यों से कहा है कि कोरोना के मामलों का एनालिसिस करें। अगर किसी राज्य को अस्थाई कोविड-19 केयर सेंटर की जरूरत लग रही है तो इसका सेट अप जरूर बनाएं।