कोरोना दुनिया में LIVE / फिजी महामारी मुक्त घोषित; सहयोगियों के संक्रमित मिलने के बाद युगांडा के प्रधानमंत्री सेल्फ आइसोलेट; दुनिया में अब तक 67.28 लाख संक्रमित

कोरोना दुनिया में LIVE / फिजी महामारी मुक्त घोषित; सहयोगियों के संक्रमित मिलने के बाद युगांडा के प्रधानमंत्री सेल्फ आइसोलेट; दुनिया में अब तक 67.28 लाख संक्रमित



 




  • दुनिया में अब तक 3 लाख 93 हजार 675 लोगों की मौत, जबकि 32.71 लाख ठीक हुए

  • अमेरिका में 19.24 लाख से ज्यादा संक्रमित, 1 लाख 10 हजार 210 लोगों की मौत हुई


वॉशिंगटन. दुनिया में संक्रमितों का आंकड़ा 67 लाख 28 हजार 524 हो गया है। कुल 32 लाख 71 हजार 120 लोग स्वस्थ हुए। 3 लाख 93 हजार 675 लोगों की मौत हो चुकी है। युगांड के प्रधानमंत्री रुहाकाना रुगुंडा शुक्रवार को सेल्फ आइसोलेशन में चले गए। उनके साथ काम करने वाले कुछ लोग कोरोना संक्रमित मिले थे। उधर, दक्षिण प्रशांत महासागर का देश फिजी को कोरोना मुक्त घोषित कर दिया गया है। प्रधानंमत्री फ्रैंक बैनिमारमा ने शुक्रवार को ट्वीट कर कहा कि यहां अंतिम संक्रमित व्यक्ति भी ठीक हो चुका है।


कोरोनावायरस : 10 सबसे ज्यादा प्रभावित देश








































































देश


कितने संक्रमितकितनी मौतेंकितने ठीक हुए
अमेरिका19,24,5551,10,2107,12,436 
ब्राजील6,15,87034,039 2,74,997 
रूस 4,49,834  5,5282,12,680
स्पेन 2,87,74027,133उपलब्ध नहीं
ब्रिटेन 2,81,66139,904 उपलब्ध नहीं
इटली2,34,01333,6891,61,895
भारत 2,27,2736,3671,09,462
जर्मनी1,84,9238,7361,67,800
पेरू 1,83,1985,031 76,228
तुर्की1,67,4104,6301,31,778

ये आंकड़े https://www.worldometers.info/coronavirus/ से लिए गए हैं।


फिजी: कोरोना मुक्त घोषित
फिजी ने खुद को कोरोनावायरस से मुक्त घोषित कर लिया है। यहां संक्रमित मिले 18 लोग अब पूरी तरह से ठीक हो चुके हैं। प्रधानंमत्री फ्रैंक बैनिमारमा ने शुक्रवार को कहा कि दक्षिण प्रशांत महासागरिय देश में अंतिम संक्रमित व्यक्ति भी ठीक हो गया।उन्होंने ट्वीट किया- पिछले 45 दिन से यहां संक्रमण का एक भी मामला सामने नहीं आया है। न ही कोई मौत हुई है। हमारे यहां रिकवरी रेट भी 100% है। फिजी प्रशांत महासागर के उन कुछ देशों में शामिल था, जहां संक्रमण की पुष्टि हुई थी।


युगांडा: प्रधानमंत्री सेल्फ आइसोलेट
युगांड के प्रधानमंत्री रुहाकाना रुगुंडा शुक्रवार को सेल्फ आइसोलेशन में चले गए। उनके साथ काम करने वाले कुछ लोग कोरोना संक्रमित मिले, जिसके बाद उन्होंने ऐसा कदम उठाया। उन्होंने कहा कि मेरी रिपोर्ट निगेटिव आई है। वे युगांडा के कोरोना टास्क फोर्स के भी प्रमुख हैं। यहां सभी कैबिनेट मंत्रियों का भी टेस्ट किया जाएगा, क्योंकि वे दिनभर में कई लोगों से मुलाताक करते हैं।


रूस: कुछ बंदिशें हटेंगी
राजधानी मॉस्को समेत देश कुछ हिस्सों में स्थानीय प्रशासन 1 जून से चुनिंदा बंदिशें हटा सकेंगे। मॉस्को में कुछ सेक्टर्स को खोलने की मंजूरी दी गई है। हालांकि, रेस्टोरेंट्स और दूसरे फूड जोन बंद रहेंगे। लोगों को तय वक्त पर घर से बाहर टहने की इजाजत भी दी जाएगी। रूस सरकार वैक्सीन का परीक्षण पेड वॉलेंटियर्स पर करेगी। यानी जिन पर वैक्सीन का ट्रायल किया जाएगा, उन्हें इसके बदले पैसे दिए जाएंगे। शुक्रवार को यहां 8726 मामले सामने आए। कुल मामले 4 लाख 49 हजार 834 हो गए हैं।


इंडोनेशिया: मस्जिदें खुलेंगी 
राजधानी जकार्ता में 9 हफ्ते बाद मस्जिदें खुलीं। सरकार ने इसके लिए सशर्त मंजूरी दी है। सरकार ने गाइडलाइंस में साफ कर दिया है कि मस्जिदों की क्षमता से आधे ही लोग आ सकेंगे। हर व्यक्ति का टेम्परेचर चेक किया जाएगा। परिसर को हर बार सैनिटाइज करना जरूरी होगा। इस दौरान पुलिस और इमाम यह तय करेंगे कि सोशल डिस्टेंसिंग का सख्ती से पालन हो। इंडोनेशिया में अब तक 28 हजार 818 मामले सामने आ चुके हैं। कुल 1721 संक्रमितों की मौत हो चुकी है।


ब्राजील: बढ़ती मुश्किल
24 घंटे में यहां 1473 और संक्रमितों की मौत हो गई। इसके साथ ही मरने वालों का आंकड़ा 34 हजार 021 हो गया। खास बात ये है कि मरने वालों की सूची में अब ब्राजील इटली से आगे हो गया है। संक्रमण के मामलों में ब्राजील पहले ही अमेरिका के बाद दूसरे स्थान पर है। यहां 6 लाख से ज्यादा मामले हो चुके हैं। कुल मौतों के मामले में ब्राजील अमेरिका और ब्रिटेन के बाद तीसरे स्थान पर आ गया है। सरकार के एक प्रवक्ता ने कहा- हम जानते हैं कि संक्रमण बढ़ रहा है। लेकिन, सरकार अपनी तरफ से पूरी कोशिश कर रही है कि लोगों को इससे बचाया जाए। 


पेरू: रोज बढ़ता खतरा
गुरुवार को यहां 137 लोगों की मौत हुई। इसके साथ ही मरने वालों का आंकड़ा 5 हजार 031 हो गया। संक्रमण के नए मामले भी तेजी से सामने आ रहे हैं। 24 घंटे में 4 हजार 284 नए मामले सामने आए। अब कुल आंकड़ा एक लाख 83 हजार 198 हो गया है। लैटिन अमेरिका में ब्राजील के बाद पेरू ही सबसे ज्यादा प्रभावित है। सरकार ने कई उपाय किए हैं लेकिन, अब तक इनसे ज्यादा फायदा नहीं हुआ। इसकी वजह यह कि यहां लोगों ने लॉकडाउन का गंभीरता से पालन नहीं किया। अब डब्ल्यूएचओ की एक टीम यहां दौरा करने वाली है। 


अमेरिका: प्रर्दशनकारी टेस्ट कराएं
अमेरिका में संक्रमण का सबसे ज्यादा असर न्यूयॉर्क राज्य पर पड़ा है। मुश्किल तब और बढ़ गई जब अश्वेत नागरिक जॉर्ज फ्लॉयड की मौत के बाद विरोध प्रदर्शन हुए। ये अब भी जारी हैं। इनमें ज्यादातर लोगों ने मास्क नहीं पहने। सोशल डिस्टेंसिंग का पालन तो बिल्कुल नहीं हुआ। अब गवर्नर एंड्रू क्यूमो ने कहा है कि विरोध प्रर्दशन में हिस्सा लेने वाले सभी लोगों को टेस्ट कराना चाहिए। क्यूमो के मुताबिक, करीब 30 हजार लोगों को टेस्ट कराना चाहिए। प्रशासन इसके लिए नियम भी बना सकता है।  


इंग्लैंड: नया नियम
बोरिस जॉनसन सरकार ने साफ कर दिया है कि 15 जून से पब्लिक ट्रांसपोर्ट का इस्तेमाल करने वाले सभी लोगों को मास्क लगाना जरूरी होगा। हालांकि, इसमें बच्चों, बुजुर्गों या सांस की बीमारी वाले लोगों को दूर रखा गया है। ब्रिटेन के ट्रांसपोर्ट मिनिस्टर ग्रांट शेपर्स के मुताबिक, संक्रमण कम करने के लिए यह बेहद जरूरी है कि लोग खुद जिम्मेदारी समझें। शेपर्स ने कहा कि जिन ट्रेनों को बंद किया गया था वो 15 जून से फिर शुरू की जा सकती हैं। इसके अलावा बस सर्विस भी फिर शुरू की जाएगी। इन सभी साधनों में सरकार के वॉलेंटियर्स तैनात किए जाएंगे।   


अमेरिका: खतरा टला नहीं
सेंटर फॉर डिसीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन यानी सीडीसी के मुताबिक, अगर दम तोड़ने वालों की यही रफ्तार रही तो 27 जून तक अमेरिका में मरने वालो का आंकड़ा एक लाख 27 हजार से ज्यादा हो जाएगा। सीडीसी का यह आंकलन 20 संस्थानों के शोध पर आधारित है। हालांकि, रिपोर्ट में ये भी कहा गया है कि आने वाले हफ्तों में संक्रमण और मौत का आंकड़ा कम भी हो सकता है।