भारत-ऑस्ट्रेलिया वर्चुअल समिट / डिफेंस और टेक्नोलॉजी समेत 7 समझौते, 2 घोषणाएं; मोदी बोले- संबंध मजबूत करने का सबसे सही समय है

भारत-ऑस्ट्रेलिया वर्चुअल समिट / डिफेंस और टेक्नोलॉजी समेत 7 समझौते, 2 घोषणाएं; मोदी बोले- संबंध मजबूत करने का सबसे सही समय है




  • मोदी ने पहली बार किसी दूसरे देश के नेता से वर्चुअली चर्चा की

  • मॉरिसन मई में भारत आने वाले थे, लेकिन दौरा रद्द हो गया था


नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन के बीच गुरुवार को हुए वर्चुअल समिट में रक्षा और टेक्नोलॉजी समेत 7 समझौते साइन हुए और दो घोषणाएं की गईं। मोदी ने कहा कि दोनों देशों के बीच संबंध मजबूत करने का ये सबसे सही समय है। मॉरिसन ने भी कहा कि ऐसा ही होगा।


भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच 7 समझौते, 2 घोषणाएं
1.
 दोनों देशों के बीच स्ट्रैटजिक पार्टरनशिप पर संयुक्त बयान। (घोषणा)
2. इंडो-पैसिफिक में मैरीटाइम (समुद्री) सहयोग पर संयुक्त बयान। (घोषणा)
3. साइबर और साइबर एनेबल्ड क्रिटिकल टेक्नोलॉजी सहयोग समझौता।
4. माइनिंग, क्रिटिकल मिनरल्स की प्रोसेसिंग के फील्ड में सहयोग का करार।
5. म्यूचुअल लॉजिस्टिक सपोर्ट के इंतजाम संबंधी दस्तावेज साइन।
6. डिफेंस साइंस और टेक्नोलॉजी में सहयोग के लिए दस्तावेज साइन। 
7. पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन और गवर्नेंस रिफॉर्म के क्षेत्र में सहयोग के लिए समझौता।
8. वोकेशनल एजुकेशन और ट्रेनिंग में सहयोग के लिए करार।
9. वॉटर रिसोर्सेज मैनेजमेंट के लिए समझौता।


भारत-ऑस्ट्रेलिया के संबंध इंडो-पैसिफिक क्षेत्र के लिए अहम: मोदी
मोदी ने कहा कि हमारे नागरिकों की अपेक्षाएं बढ़ गई हैं। आज जब अलग-अलग तरह से डेमोक्रेटिक वैल्यू को कमजोर किया जा रहा है तो हमें आपसी संबंध मजबूत करने चाहिए। ये सिर्फ दो देशों के लिए नहीं, बल्कि पूरे इंडो-पैसिफिक क्षेत्र के लिए जरूरी है। दुनिया को कोरोना महामारी से निकालने के लिए कॉर्डिनेटिव अप्रोच की जरूरत है। भारत ने इसे मौका माना है। हमने बड़े स्तर पर रिफार्म प्रोसेस शुरू की है, जल्द इसके नतीजे सामने आएंगे।


भारत आपदाओं से अच्छी तरह निपट रहा: मॉरिसन
मॉरिसन ने मोदी से कहा कि हम पहली बार वर्चुअल फार्मेट में बात कर रहे हैं। भारत-ऑस्ट्रेलिया के मूल्य और लोकतंत्र एक जैसे हैं। दुनिया तकनीक के जरिए आगे बढ़ रही है और आज की बातचीत इसका उदाहरण है। कोरोना और दूसरी आपदाओं पर मॉरिसन ने कहा कि वाकई सभी देशों के लिए काफी मुश्किल वक्त है। अम्फान तूफान और विशाखापट्टनम में गैस लीक जैसे हादसे हुए। इस दौरान आपने बार फिर खुद को साबित किया।


मोदी ने मॉरिसन को भारत आने का न्यौता दिया
मोदी ने कहा- हम पर्सनली नहीं मिल सके, इसका अफसोस है। हालात सुधरने के बाद आप परिवार के साथ भारत आने का प्लान बनाएं। पिछले कुछ सालों में हमारा तालमेल अच्छा रहा है। यह खुशी बात है कि हमारे संबंधों की बागडोर आप जैसे मजबूत और दूरदर्शी नेता के हाथ में है।


मॉरिसन ने कहा- अगली बार गुजराती खिचड़ी शेयर करेंगे
मोदी ने मॉरिसन की तारीफ करते हुए कहा कि कोरोना संकट में आपने ऑस्ट्रेलिया में रह रहे भारतीय समुदाय और छात्रों का जिस तरह ध्यान रखा उसके लिए आभारी हूं। वहीं, मॉरिसन ने कहा- भारत आकर आपसे गले मिलने और अपने समोसे शेयर करने का मन था। अगली बार गुजराती खिचड़ी शेयर करेंगे। हमारी अगली मुलाकात से पहले मैं किचन में गुजराती खिचड़ी बनाने की कोशिश करूंगा।