ट्राई की स्पष्टीकरण / 11 अंकों के मोबाइल नंबर के लिए सिफारिश नहीं की, फिक्स्ड लाइन से मोबाइल पर कॉल के लिए शून्य लगाने का सुझाव दिया था
- पहले खबर आई थी ट्राई ने 10 अंकों का नंबरिंग पैटर्न बदलने का सुझाव दिया था
- ट्राई ने इस बारे में रविवार को प्रेस रिलीज जारी करके अपनी स्थिति स्पष्ट की
नई दिल्ली. टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया (ट्राई) ने रविवार को स्पष्ट किया कि उनकी ओर से मोबाइल नंबर को 10 की जगह 11 अंकों का करने की सिफारिश नहीं की गई है। ट्राई ने कहा कि उसने 29 मई को फिक्स्ड और मोबाइल सेवाओं के लिए समुचित नंबरिंग संसाधन सुनिश्चित करने की सिफारिश की थी।
मगर खबर यह फैल गई कि मोबाइल नंबर को 11 अंक का करने की सिफारिश की गई है। जबकि ऐसा कोई भी सुझाव नहीं दिया गया। हालांकि, देश के दूरसंचार नियामक ने यह सुझाव दिया है कि लैंड लाइन से मोबाइल पर कॉल करने के लिए मोबाइल नंबर के पहले शून्य लगाना जरूरी किया जाना चाहिए।
मोबाइल सर्विस के लिए 254 करोड़ नए नंबर बन सकेंगे
अभी फिक्स्ड लाइन से बिना शून्य लगाए भी मोबाइल पर कॉल किया जा सकता है। दरअसल, ट्राई का तर्क यह है कि डायलिंग पैटर्न में बदलाव करने से मोबाइल सर्विस के लिए 254 करोड़ नए नंबर बन सकेंगे।