तिरुपति बालाजी / मंदिर खुलने तक अब आधी कीमत पर लड्डू प्रसादम्, थोक में भी ऑर्डर लेगा ट्रस्ट

तिरुपति बालाजी / मंदिर खुलने तक अब आधी कीमत पर लड्डू प्रसादम्, थोक में भी ऑर्डर लेगा ट्रस्ट




  • 50 रुपए वाला लड्डू प्रसादम् मंदिर खुलने तक मिलेगा 25 रु. में

  • तिरुपति के किसी भी इन्फॉर्मेशन सेंटर से मंगवा सकेंगे भक्त


तिरुपति. लॉकडाउन के चलते बंद पड़े मंदिरों में अब हलचल तेज होने लगी है। कर्नाटक, आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु जैसे राज्यों में 1 जून से मंदिर खोलने की मांग भी की जा रही है। वहीं, आंध्र प्रदेश के तिरुपति बाला जी मंदिर में भक्तों के लिए नई पहल की है। अब मंदिर का प्रसिद्ध लड्डू प्रसादम् आधी कीमत पर भक्तों को घर पहुंचाया जाएगा। जल्दी ही तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम् ट्रस्ट इसकी शुरुआत कर रहा है। 50 रुपए में मिलने वाला लड्डू अब 25 रुपए प्रतिनग के हिसाब से मिलेगा। मंदिर इसके लिए थोक ऑर्डर भी लेगा। 


ट्रस्ट के चेयरमैन वाय.एस. सुब्बारेड्डी के मुताबिक लगभग 60 दिनों से भक्त भगवान बालाजी के दर्शन नहीं कर पा रहे हैं। अभी भी मंदिर खुलने को लेकर अनिश्चितता है। इसलिए, ट्रस्ट द्वारा ये तय किया गया है कि फिलहाल जो भक्त मंदिर नहीं आ पा रहे हैं, उन्हें भगवान का पवित्र लड्डू प्रसादम् घर बैठे मिल सके। इसके लिए आंध्र प्रदेश के 13 जिलों, साथ ही तेलंगना के हैदराबाद, तमिलनाडु के चेन्नई और कर्नाटक के बेंगलुरू के सेंटर्स पर लड्डू प्रसाद भिजवाए जा रहे हैं। ट्रस्ट ने लड्डू की कीमतों में 50 फीसदी की कमी भी की है। 175 ग्राम वाले एक लड्डू की कीमत अब 50 की जगह 25 रुपए होगी। 



  • मंदिर में एक दिन में तीन लाख लड्डू बनाने की क्षमता


लॉकडाउन के पहले मंदिर में एक दिन तीन लाख लड्डू प्रसादम् बनता था। इसकी पूरी विधि अलग है और पूरी शुद्धता के साथ इनका निर्माण होता है। रोज लड्डू प्रसादम के निर्माण में तीन हजार किलो काजू लगते हैं। ये देश का एकमात्र मंदिर है, जहां लड्डू प्रसादम् का रोज लैब टेस्ट होता है। टेस्ट के बाद ही प्रसाद भक्तों को दिया जाता है।  



  • केंद्र सरकार के निर्देशों के बाद खुलेगा मंदिर 


फिलहाल मंदिर 31 मई तक बंद रहेगा। ट्रस्ट इसके लिए तैयारी कर रहा है। लेकिन, मंदिर खुलने का अंतिम फैसला केंद्र सरकार की गाइडलाइन मिलने के बाद ही करेगा। मंदिर में दर्शन व्यवस्था में कई परिवर्तन देखने को मिल सकते हैं। लॉकडाउन के पहले मंदिर में रोजाना 80 हजार से एक लाख तक श्रद्धालु आते थे। लेकिन, लॉकडाउन खुलने के बाद इस संख्या को अधिकतम 25 हजार तक रखा जाएगा। अलग-अलग टाइम स्लॉट में दर्शन की अनुमति मिलेगी। हर स्लॉट के बाद मंदिर को सैनिटाइज किया जाएगा।