सीबीएसई बोर्ड / 10वीं और 12वीं का टाइम टेबल अब 18 मई को आएगा, सिर्फ 29 विषयों की परीक्षा 1 से 15 जुलाई के बीच होगी

सीबीएसई बोर्ड / 10वीं और 12वीं का टाइम टेबल अब 18 मई को आएगा, सिर्फ 29 विषयों की परीक्षा 1 से 15 जुलाई के बीच होगी




  • बोर्ड ने साफ किया है कि 83 विषयों में से 29 की ही परीक्षाएं होंगी, ये वही विषय होंगे, जो अगली क्लास में जाने के लिए जरूरी हैं

  • उत्तर-पूर्व दिल्ली के स्टूडेंट्स को छोड़कर देश में अब 10वीं के छात्रों के लिए कोई परीक्षा नहीं कराई जाएगी


नई दिल्ली. लॉकडाउन की वजह से टाली गई सीबीएसई की 10वीं और 12वीं के बचे विषयों की परीक्षा की तारीखों का ऐलान अब आज शाम 5 बजे की बजाय सोमवार, 18 मई को किया जाएगा। केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने शनिवार को दोबारा ट्वीट कर यह जानकारी दी। बोर्ड यह पहले ही बता चुका है कि अब बाकी बचे सभी 83 विषयों की नहीं, बल्कि सिर्फ 29 विषयों की परीक्षा होगी।

निशंक ने कहा कि, 'सीबीएसई बोर्ड परीक्षाओं की डेटशीट को अंतिम रूप देने से पहले कुछ अतिरिक्त तकनीकी पहलुओं के चलते अब टाइम टेबल की घोषणा 18 मई को की जाएगी।' 


देशभर और दिल्ली के 29 विषयों की परीक्षाएं बाकी 
कोरोना के कारण देश में बने हालात के मद्देनजर सीबीएसई ने 83 विषयों की परीक्षाएं रोक दी थीं। बोर्ड ने साफ किया कि इन 83 विषयों में से 29 विषयों की ही परीक्षाएं होंगी। ये वही विषय होंगे, जो अगली क्लास में जाने के लिए जरूरी हैं।  


उत्तर-पूर्व दिल्ली के स्टूडेंट्स के लिए होगी 10वीं की परीक्षा


सीबीएसई की 10वीं बोर्ड परीक्षा के बारे में भी स्थिति स्पष्ट की गई थी। उत्तर-पूर्व दिल्ली के स्टूडेंट्स को छोड़कर देश में अब 10वीं के छात्रों के लिए कोई परीक्षा नहीं कराई जाएगी। उत्तर-पूर्वी दिल्ली में सीएए और एनआरसी के विरोध के दौरान हुई हिंसा के चलते परीक्षाएं टालनी पड़ी थीं। शिक्षा मंत्री ने कहा था कि सभी राज्यों में 10वीं बोर्ड परीक्षाएं पूरी हो चुकी हैं। उत्तर-पूर्वी दिल्ली में 10वीं के बकाया जरूरी 6 विषयों की परीक्षाएं जल्द कराई जाएंगी। 


9 और 11 में फेल हुए स्टूडेंट्स को एक और मौका


इसके अलावा केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई ) ने कक्षा 9 और 11 में फेल हुए छात्रों को पास होने का एक और मौका दिया है। सीबीएसई संबंधित सभी स्कूल फेल हुए छात्रों को उन सभी विषयों के लिए एक मौका प्रदान करेंगे, जिनमें वे असफल रहे हैं। स्कूल छात्रों को छूट प्रदान करके ऑनलाइन / ऑफलाइन या इनोवेटिव टेस्ट लेकर उन्हें अगली कक्षा में प्रमोट करने पर फैसला कर सकते हैं।