राजस्थान / गर्मी में पहली बार टिडि्डयों का हमला, जयपुर शहर पहुंचा दल; आसपास के गांवों में भी फसलों को नुकसान पहुंचाया

राजस्थान / गर्मी में पहली बार टिडि्डयों का हमला, जयपुर शहर पहुंचा दल; आसपास के गांवों में भी फसलों को नुकसान पहुंचाया




  • रविवार देर रात भी जयपुर के विद्याधर नगर में टिड्डियों के दल ने हमला बोल दिया था

  • अब ऊंचाईयों पर बैठने लगी हैं टिडि्डयां, स्प्रे के लिए फायर ब्रिगेड की गाड़ियां लगाईं


जयपुर. शहर में सोमवार को भी टिड्डियों का हमला हुआ। टिड्डियों का दल यहां राजपार्क, ट्रांसपोर्ट नगर, परकोटे क्षेत्र में पुरानी बस्ती, विद्याधर नगर और झोटवाड़ा जा पहुंचा। इसके बाद जयपुर के आसपास के गांवों की तरफ चला गया। खास बात यह है कि पहली बार टिड्डियों का हमला गर्मियों में हुआ है। इसके लिए पड़ोसी देश पाकिस्तान को जिम्मेदार बताया जा रहा है। कृषि विभाग के उप निदेशक बीआर कड़वा ने बताया कि उन्होंने बताया कि पूर्व में टिड्डियों का ब्रिडिंग सेंटर अफ्रीकन देश होते थे। वहां से भारत आने में इन्हें काफी समय लग जाता था, लेकिन पिछले साल इन्होंने अफगानिस्तान-पाकिस्तान की सीमा पर अपनी अपना ब्रिडिंग सेंटर बना लिया। पाकिस्तान ने इन्हें कंट्रोल करने के लिए कुछ भी नहीं किया, इसलिए अब यहां से लगातार टिड्डियों के हमले हो रहे हैं।


इससे पहले रविवार देर रात भी विद्याधर नगर में टिड्डियों के दल ने हमला बोल दिया। लोगों के घरों में टिड्डीयां घुसने से लोगों को लाइट बंद करनी पड़ी। विद्याधर नगर स्टेडियम के मल्होत्रा नगर निवासी थावर गुप्ता ने बताया 12वीं मंज़िल तक टिड्डीयां पहुंच गईं। अनुपम फार्म हाउस में पेड़-पौधों को ख़त्म कर दिया।


अब तक 37 हजार हेक्टेयर से ज्यादा क्षेत्रफल प्रभावित


कृषि आयुक्त डॉ. ओमप्रकाश ने बताया कि अब तक प्रदेश में करीब 37 हजार हेक्टेयर से ज्यादा क्षेत्रफल पर टिड्डियों का प्रभाव हो चुका है। पिछले साल भी प्रदेश में बड़े पैमाने पर टिड्डियों का हमला हुआ था। जैसलमेर, बाड़मेर, जोधुपर, बीकानेर, जालौर, सिरोही, पाली, नागौर, उदयपुर, चूरू, हनुमानगढ़, गंगानगर में करीब 7 लाख हेक्टेयर में सरसों, जीरा, ईसबगोल और गेहूं की फसल को टिड्डियों ने चौपट कर दिया था। इनमें से सरकार ने करीब 8 जिलों प्रभावित 77 हजार किसानों का सर्वे करवाया। इन्हें करीब 150 करोड़ रुपए का मुआवजा बांटा गया था।


अब बचने के लिए पेड़ की ऊंचाई पर बैठ रही हैं टिडि्डयां


कृषि विभाग की टीम देर रात मौके पर रवाना हो गईं। कृषि विभाग के उप निदेशक बीआर कड़वा ने बताया कि टिड्डियों ने इस बार अपने हमले का नेचर भी बदल दिया है। उन्होंने बताया कि इस बार टिड्डियों पेड़ों में ज्यादा ऊंचाई पर बैठ रही हैं, जहां पर स्प्रे की बौछार नहीं पहुंच पा रही है, इसलिए अब स्प्रे करने के लिए फायर ब्रिगेड की गाड़ियों को मौके पर बुलाया जा रहा है।