मुंबई / श्रमिक स्पेशल ट्रेन पकड़ने के लिए बांद्रा रेलवे स्टेशन के बाहर 5 हजार लोग पहुंचे, रजिस्ट्रेशन एक हजार का था; पुलिस ने लाठीचार्ज किया

मुंबई / श्रमिक स्पेशल ट्रेन पकड़ने के लिए बांद्रा रेलवे स्टेशन के बाहर 5 हजार लोग पहुंचे, रजिस्ट्रेशन एक हजार का था; पुलिस ने लाठीचार्ज किया





पुलिस ने जब हल्का बल प्रयोग किया तो मजदूर अपना सामान लेकर वहां से हट गए।






  • आसपास के पुलिस स्टेशन से भी अतिरिक्त फोर्स मौके पर बुलाई गई है

  • एक महीने पहले भी मुंबई के बांद्रा स्टेशन के बाहर हजारों लोग इकट्ठा हो गए थे


मुंबई. मुंबई के बांद्रा स्टेशन के बाहर मंगलवार सुबह 10-11 बजे श्रमिक स्पेशल ट्रेन पकड़ने के लिए पांच हजार से ज्यादा लोग इकट्ठा हो गए। जिस ट्रेन को रवाना होना था, उसके लिए सिर्फ एक हजार लोगों का ही रजिस्ट्रेशन था। स्टेशन के बाहर लगातार बढ़ती भीड़ को संभालने के लिए पुलिस को हल्का बल प्रयोग करना पड़ा। पुलिस ने सभी मजदूरों को वहां से हटाया। जानकारी के मुताबिक, श्रमिक स्पेशल ट्रेन मुंबई से बिहार जा रही थी। इस दौरान यात्रियों ने सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों की जमकर धज्जियां उड़ी।


दोपहर तक स्टेशन के बाहर अफरा-तफरी का माहौल बना हुआ है। पुलिस लगातार लोगों से घर जाने की अपील कर रही है। स्टेशन पर पहुंचे लोगों में बड़ी संख्या महिलाओं और बच्चे भी हैं। आसपास के पुलिस स्टेशनों से भी अतिरिक्त फोर्स को मौके पर बुलाया गया।


पहले भी सामने आई थी ऐसी ही घटना


एक महीने पहले भी मुंबई के बांद्रा स्टेशन के बाहर हजारों लोग जुटे थे और घर भेजने की मांग करने लगे। इसके बाद पुलिस को लाठीचार्ज कर लोगों को भगाना पड़ा था। इस मामले में भीड़ को उकसाने के आरोप में एक पत्रकार समेत 6 लोगों पर केस भी दर्ज हुआ था।


20 लाख मजदूरों ने घर वापसी के लिए आवेदन किया
राज्य में 20 लाख ऐसे मजदूर हैं, जो अपने गृह राज्य जाने के लिए कोशिश कर रहे हैं। ज्यादातर उत्तर प्रदेश, बिहार और पश्चित बंगाल के हैं। अब तक करीब 3 लाख मजदूरों को महाराष्ट्र सरकार ने उनके राज्यों में भेजा है। उन मजदूरों का कोई रिकॉर्ड नहीं है जो निजी वाहन से या पैदल चले गए हैं। इसकी पुष्टि राज्य के गृहमंत्री अनिल देशमुख की ओर से की गई है।


कोरोना लेकर अपने गांव न जाएं प्रवासी मजदूर: उद्धव
मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने सोमवार को जनता से अपील की है कि वे संक्रमित होकर अपने गांव-घर न जाएं। मुख्यमंत्री ने कहा, राज्य के जो हिस्से ग्रीन जोन हैं उन्हें सुरक्षित रखना है। उन्हें रेड जोन नहीं बनने देना है। जो अभी रेड जोन हैं, उन्हें ग्रीन जोन में बदलना है। इसीलिए रेड जोन में लॉकडाउन के दौरान लगाई गई पाबंदियों में कोई ढील नहीं दी जाएगी।



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