मप्र: लॉकडाउन फेज-3 का 11वां दिन / 56 नए केस मिले, राज्य में कुल संक्रमित 4240; मंडला में मजदूरी नहीं मिलने पर श्रमिकों ने सब इंजीनियर और सरपंच समेत 4 लोगों को बंधक बनाया
- आज भोपाल में 25 केस मिले, यहां सप्ताह के आखिरी तक 1000 हजार केस होने का अनुमान
- 10 दिन में महाराष्ट्र से चले 25 लाख लोग मध्य प्रदेश होते हुए यूपी-बिहार निकले
भोपाल. मध्य प्रदेश में गुरुवार को 56 नए केस सामने आए। इनमें भोपाल में 25, बुरहानपुर 14, जबलपुर में 10, सीधी 3, खरगाेन 2, भिंड और सीहोर में एक-एक संक्रमित मिला। भोपाल में अब संक्रमितों का आंकड़ा 931 पर पहुंच गया है। जिस तरह राजधानी में मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है उसे देखकर अनुमान लगाया जा रहा है कि यहां सप्ताह के आखिरी तक 1 हजार मरीज हो जाएंगे। वहीं, सीहोर में कुल पॉजिटिव की संख्या 5 हो गई। जबलपुर में सुबह आई रिपोर्ट में 6 मरीज मिले थे। दोपहर में 4 और लोगों में संक्रमण की पुष्टि हुई। यहां अब संक्रमित मरीजों की संख्या 157 हो गई है। भोपाल में नए संक्रमिताें में 6 जहांगीराबाद इलाके के रहने वाले हैं। बाकी शहर के अलग-अलग जगहों के हैं।
इधर, मंडला जिले में लॉकडाउन के दौरान मजदूरी न मिलने से नाराज श्रमिकों ने खूब हंगामा किया। लाेगों ने सब इंजीनियर समेत सरपंच, सहायक सचिव और सुपरवाइजर को पेड़ से बांध दिया। घटना जनपद निवास की ग्राम पंचायत भीकमपुर की है। मौके पर पहुंचे थाना प्रभारी ने जल्द भुगतान करवाने का आश्वासन दिया, तब चारों को डेढ़ घंटे बाद छोड़ा गया। बताया गया कि यहां मनरेगा के तहत मजदूर खेत में काम कर रहे हैं।
राज्य में इंदौर में सबसे ज्यादा 2107 संक्रमित
राज्य में संक्रमितों की संख्या 4240 हो गई है। इसमें इंदौर जिले में अब तक सबसे ज्यादा 2107 केस हैं। यह कुल संक्रमितों के 50% केस हैं। इंदौर में 95 मरीजों की मौत हुई है और 974 लोग ठीक हुए हैं। भोपाल 35 की जान गई है और 553 लोग ठीक हो चुके हैं। पूरे राज्य में कुल 231 की मौत हुई हैं और 2073 लोगों की अस्पताल से छुट्टी हुई है।
सेंधवा चेक पोस्ट पर महाराष्ट्र से यूपी और बिहार जाने वालों की भीड़
लॉकडाउन फेज-3 के आखिरी दिनों में मजदूरों के पलायन की सिहरन पैदा कर देने वाली तस्वीरें सामने आ रही हैं। पिछले 10 दिनों में मध्य प्रदेश के रास्ते करीब 25 लाख से ज्यादा लोग यूपी-बिहार गए हैं। इन सभी ने अपना सफर महाराष्ट्र के अलग-अलग शहरों से शुरू किया था। नेशनल हाईवे पर वाहनों से ज्यादा पैदल जा रहे मजदूरों के जत्थे देखे जा रहे हैं। मुंबई-आगरा हाईवे पर मध्य प्रदेश का सेंधवा चैकपोस्ट नाका है। यहां महाराष्ट्र की ओर से हर दिन हजारों वाहन निकल रहे हैं। सभी में यूपी-बिहार जाने वाले श्रमिक ठूंस-ठूंसकर भरे हैं। सेंधवा चैकपोस्ट पर 3 मई से 13 मई तक इंदौर की ओर करीब 80 हजार से ज्यादा वाहन निकल चुके हैं। इनमें अधिकांश ट्रक, मिनी ट्रक, जीप और ऑटो हैं। सेंधवा टोल टैक्स कर्मचारियों के मुताबिक, 10 दिनों में 25 लाख से ज्यादा लोग महाराष्ट्र से मध्य प्रदेश में प्रवेश कर चुके हैं।
गुना: महाराष्ट्र से उत्तरप्रदेश जा रहे थे कंटेनर सवार श्रमिक
गुना के पास बाइपास मार्ग पर बस की टक्कर से कंटेनर सवार 8 मजदूरों की मौत हो गई। 54 से अधिक घायल हो गए। ये सभी उत्तरप्रदेश के रहने वाले हैं, जो महाराष्ट्र से अपने गृह राज्य लौट रहे थे। घायलों को यहां जिला अस्पताल में भर्ती किया गया है। एसपी तरुण नायक ने बताया कि केंट थाना क्षेत्र में तड़के लगभग 3 बजे यह हादसा हुआ। कंटेनर महाराष्ट्र से उत्तरप्रदेश के उन्नाव जिले की तरफ जा रहा था और बस ग्वालियर से अहमदाबाद जा रही थी।
महाराष्ट्र से आने वाला ट्रैफिक 8 दिन में 4 गुना बढ़ा
मध्य प्रदेश में 24 मार्च से टोल प्लाजा बंद कर दिए गए थे। 20 अप्रैल को फिर से चालू होने के बाद 3 मई तक भी मुंबई से आने वाले वाहनों का औसत लगभग 2500 वाहन प्रतिदिन था, जो 12 मई तक बढ़कर लगभग 13 हजार 500 वाहन प्रति दिन तक हो गया है। इनमें रोजाना निकलने वाले हजारों ऑटो रिक्शा, महाराष्ट्र-गुजरात की हजारों मोटरसाइकिल के आंकड़े शामिल नहीं हैं। फरवरी जैसे सामान्य महीनों में जब लॉकडाउन का अंदेशा भी नहीं था तब भी मुंबई-आगरा नेशनल हाईवे नंबर-3 पर मुंबई की ओर से आने वाले वाहनों की औसत संख्या रोजाना करीब 8000 ही थी।
इंदौर के पास ट्रक में दम घुटने से 85 साल के बुजुर्ग की मौत
उत्तर प्रदेश के जौनपुर के प्रजापति परिवार को पलायन का दर्द जिंदगीभर याद रहेगा, क्योंकि 85 साल के बुजुर्ग मुखिया की घर जाने की चाहत में इंदौर के पास मौत हो गई। पोते कमलेश ने बताया कि उनके साथ परिवार के 5 लोग मुंबई से निकले थे। वहां पुलिस की मार खाने के बावजूद हाईवे तक आए तो एक ट्रक मिला। उसने जौनपुर जाने वाले हर व्यक्ति से 3500 रुपए लिए। ट्रक में 40 से ज्यादा लोग थे। हमारे पास खाना भी नहीं था। सुबह दादा पानी से बिस्कुट खाकर लेट गए। दम घुटने से उनकी वहीं मौत हो गई।
कुवैत में फंसे 234 भारतीयों को लेकर 2 फ्लाइट इंदौर आई
कुवैत में फंसे 234 भारतीयों को दो विशेष विमान से बुधवार रात करीब 2 बजे इंदौर लाया गया। इन यात्रियों को 10 बसों से भोपाल भेजा गया। ड्राइवरों को हिदायत दी गई कि रास्ते में कहीं बस नहीं रोकी जाएंगी। इन यात्रियों को भोपाल में 14 दिन के लिए क्वारैंटाइन किया गया है। इनमें मप्र, महाराष्ट्र, असम, आंध्रप्रदेश समेत कुछ अन्य राज्यों के यात्री हैं। वहीं, लॉकडाउन के बाद पहली बार इंदौर से यात्री ट्रेन रवाना हुई। रीवा के लिए रात 9 बजे निकली इस ट्रेन में 1480 यात्री थे।
कोरोना अपडेट्स
शिवराज बोले- कोरोना सर्दी-जुकाम जैसा: कोरोना सर्दी-जुकाम की तरह है। इसका भय मन से निकालें। समय से इसका इलाज ले लिया जाए तो यह ठीक हो जाता है। हम डरें नहीं, आत्मविश्वास रखें। जल्द ही इस पर पूरी तरह नियंत्रण हो जाएगा। यह बात मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बुधवार को कही। वे कोरोना की स्थिति की समीक्षा कर रहे थे।
- जबलपुर: यहां गुरुवार को कोरोना के 10 नए मरीज मिले। इन्हें मिलाकर जिले में संक्रमितों की संख्या 157 हो गई। इनमें से 83 का इलाज चल रहा है, 62 स्वस्थ हो चुके हैं और 8 की मौत हो गई है।
- भिंड: यहां गोहद में एक कोरोना पॉजिटिव मिला है। वह 7 मई को अहमदाबाद से आया था। उसे यहां एक स्कूल में क्वारैंटाइन किया गया था। अब जिले में संक्रमितों की संख्या 10 हो गई है। इसके साथ ही भिंड रेड जोन में आ गया है।
- बुरहानपुर: यहां 14 कोरोना पॉजिटिव मिले। इसके बाद जिले में अब तक 74 मरीज हो गए। इनमें 9 की मौत हो चुकी है। शहर में अब करीब 80 फीसदी क्षेत्र कंटेंटमेंट एरिया हो जाएगा। ये सभी लोग कोरोना संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आए थे।
- खरगोन: यहां 2 नए कोरोना पॉजिटिव मिले। डायवर्शन रोड निवासी 27 साल की युवती और 21 साल का युवक की रिपोर्ट पॉजिटिव आई। जिले में अब तक 97 लोग संक्रमित हुए हैं। इनमें 8 लोगों की मौत हुई और 54 मरीज स्वस्थ होकर लौट चुके हैं।
- सीधी: जिले में 3 और कोरोना पॉजिटिव मिले। अब संक्रमितों की संख्या बढ़कर 4 हो गई। ये श्रमिक मुंबई से आए थे और कोलूडीह, बढ़ौना और ददरी गांव के निवासी हैं। कोल्हूडीह का युवक पहले से संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आया था।
अब तक 4184 संक्रमित: इंदौर 2107, भोपाल 906, उज्जैन 269, जबलपुर 147, खरगोन 95, घार 89, खंडवा 80, रायसेन 65, बुरहानपुर 60, मंदसौर 56, देवास 56, नीमच 38, होशंगाबाद 37, ग्वालियर 36, रतलाम 28, बड़वानी 26, मुरैना 26, आगरमालवा 13, विदिशा 13, सागर 10, भिंड 9, शाजापुर 8, सतना 7, छिंदवाड़ा 5, सीहोर 4, श्योपुर 4, अलीराजपुर 3, अनूपपुर 3, हरदा 3, रीवा 3, शहडोल 3, शिवपुरी 4, टीकमगढ़ 3, अशोकनगर 2, डिंडोरी 2, ढाबुआ 2, बेतूल 1, गुना 1, मंडला 1, पन्ना 1, सिवनी 1 और सीधी में 1 मरीज।
कुल 231 मौतें: इंदौर 95, उज्जैन 45, भोपाल 35, खरगोन 8, देवास 7, खंडवा 8, जबलपुर 8, बुरहानपुर 6, मंदसौर 4, रायसेन और होशंगाबाद में 3-3, अशोकनगर और धार में 2-2, आगरमालवा, छिंदवाड़ा, शाजापुर, सागर और सीहोर में एक-एक की जान गई।
स्वस्थ हुए 2073 : इंदौर 974, भोपाल 553, उज्जैन 130, खरगोन 53, धार 41, जबलपुर 47, खंडवा 38, रायसेन 42, होशंगाबाद 31, बड़वानी 26, देवास 15, विदिशा और मुरैना में 13-13, रतलाम 19, आगरमालवा 12, मंदसौर 7, शाजापुर 6, सागर 5, ग्वालियर और श्योपुर में 4-4, अलीराजपुर, शहडोल 3-3, छिंदवाड़ा, शिवपुरी और टीकमगढ़ में 2-2, डिंडोरी, हरदा, रीवा और बैतूल में एक-एक मरीज स्वस्थ्य हुआ।