लॉकडाउन से प्रैक्टिस बंद / वेटलिफ्टर्स की खेल मंत्री से गुहार- जल्द ट्रेनिंग की मंजूरी दें, 2 महीने प्रैक्टिस बंद होने से मांसपेशियां ढीली पड़ीं
- खेल मंत्री किरन रिजिजू ने सोमवार को टॉप वेटिलिफ्टर्स से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की और उन्हें जल्द ट्रेनिंग शुरू होने का भरोसा दिया
- मीराबाई चानू ने कहा- हम सिर्फ फिटनेस पर काम कर पा रहे, हमें वेट ट्रेनिंग की जरूरत
पूर्व वर्ल्ड चैम्पियन मीराबाई चानू सहित देश के टॉप वेटिलिफ्टर्स ने सोमवार को खेल मंत्री किरन रिजिजू से जल्द से जल्द ट्रेनिंग शुरू करने की मंजूरी देने की गुजारिश की है। उन्होंने खेल मंत्री से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान यह अपील की।
मीराबाई चानू ने कहा कि हम फिलहाल एनआईएस पटियाला में हैं। हमें वेट ट्रेनिंग की जरूरत है। हम लोग सिर्फ फिटनेस पर काम कर पा रहे हैं, जोकि हमारे लिए काफी नहीं है। हम आपको विश्वास दिलाते हैं कि प्रैक्टिस के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का सख्ती से पालन करेंगे।
14 मार्च के बाद से साई के ट्रेनिंग सेंटर बंद
यहां वेटलिफ्टिंग के हेड कोच विजय शर्मा सहित 10 वेटलिफ्टर फंसे हुए हैं। 14 मार्च को लॉकडाउन के बाद से यहां वेटलिफ्टर्स प्रैक्टिस नहीं कर पा रहे हैं।
कोच ने कहा- सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कर ट्रेनिंग करेंगे
कोच शर्मा ने भी मीराबाई का समर्थन करते हुए कहा कि बीते 2 महीने से खिलाड़ी अभ्यास नहीं कर पा रहे हैं। मांसपेशियां ढीली पड़ गई हैं। इसलिए ट्रेनिंग शुरू करना जरूरी है। उन्होंने कहा कि हमारा हॉल काफी बड़ा है और हर वेटलिफ्टर्स के बीच आसानी से पांच मीटर की दूरी बनाई जा सकती है। हमारे पास 16 प्लेटफॉर्म हैं और वेटलिफ्टर्स केवल 9 हैं इसलिए हम दूरी बनाकर अभ्यास कर सकते हैं।
'वेटिलिफ्टर्स को ट्रेनिंग की जरूरत, जल्द रास्ता निकालेंगे'
रिजिजू ने कहा कि वेटलिफ्टर्स से जो फीडबैक मिला है। उसे खिलाड़ियों के लिए तैयार किए जा रहे एसओपी में शामिल किया जाएगा। उन्होंने बैठक के बाद कहा कि मैं जानता हूं कि ओलिंपिक को देखते हुए हमारे वेटलिफ्टर्स को प्रैक्टिस की जरूरत है। जल्द ही कोई रास्ता निकाल लेंगे।