लाॅकडाउन में नुकसान / उबर के बाद अब ओला 1400 कर्मचारियों की छंटनी करेगी, पिछले दो माह में कंपनी के रेवेन्यू में 95% की गिरावट

लाॅकडाउन में नुकसान / उबर के बाद अब ओला 1400 कर्मचारियों की छंटनी करेगी, पिछले दो माह में कंपनी के रेवेन्यू में 95% की गिरावट





कंपनी ने कहा मौजूदा संकट का असर हम पर लंबे समय तक रहेगा






  • सीईओ भाविश अग्रवाल ने कर्मचारियों को ईमेल के जरिए छंटनी की जानकारी दी

  • देश के करीब 160 शहरों में दोबारा सेवा शुरू करने जा रही है ओला


नई दिल्ली. ऐप बेस्ड कैब सर्विस कंपनी ओला करीब 1400 कर्मचारियों की छंटनी करने की योजना बना रही है। यह कुल कर्मचारियों की संख्या का लगभग 25 फीसदी हिस्सा है। कंपनी के सीईओ भाविश अग्रवाल ने कर्मचारियों को भेजे गए ईमेल में इस छंटनी की जानकारी दी। बता दें ओला और उबर ने सरकार द्वारा 25 मार्च को लॉकडाउन लागू करने के बाद सेवाओं को स्थगित कर दिया था। अब लाॅकडाउन में आंशिक छूट के बाद ओला ने देश के करीब 160 शहरों में अपनी सर्विस दोबारा शुरू कर दी है।

पिछले दो माह में 95 फीसदी गिरा कंपनी का रेवेन्यू
सीएनबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, कर्मचारियों को भेजे एक ईमेल में भाविश अग्रवाल ने कहा- व्यापार का भविष्य बेहद अस्पष्ट और अनिश्चित है। मौजूदा संकट का असर हम पर लंबे समय तक रहेगा। हमारे उद्योग के लिए कोरोनावायरस का असर खासतौर पर बहुत खराब रहा है। पिछले दो महीनों में कंपनी के राजस्व में 95 फीसदी की कमी आई है। सबसे बड़ी बात यह है कि इस संकट ने हमारे लाखों ड्राइवर्स और उनके परिवारों की आजीविका को प्रभावित किया है।


अग्रवाल ने कहा कि कंपनी ने 1400 कर्मचारियों की छंटनी करने का फैसला किया है।

उबर अपने 3700 कर्मचारियों को नौकरी से निकाल चुकी है
ओला से पहले उबर ने भी कोरोना आपदा से निपटने के लिए हाल ही में करीब चार हजार कर्मचारियों को नौकरी से निकालने की घोषणा कर चुकी है। कंपनी अब तक 25 फीसदी स्टाफ को कम कर चुकी है। इसके अलावा कंपनी ने वैश्विक स्तर पर 45 कार्यालयों को बंद कर दिया है। इसमें सैन फ्रांसिस्को का पियर 70 ऑफिस भी शामिल है। सोमवार को कंपनी ने 3000 कर्मचारियों को निकालने का फैसला किया है। इससे पहले मई की शुरुआत में उबर अपने 3700 कर्मचारियों को नौकरी से निकाल चुकी है।