कुपवाड़ा के शहीद की विदाई / शहीद अश्वनी को 4 साल के बेटे ने दी मुखाग्नि, 6 साल की बेटी ने सलामी दी, पत्नी ने ताली बजाकर पति की वीरता को प्रणाम किया

कुपवाड़ा के शहीद की विदाई / शहीद अश्वनी को 4 साल के बेटे ने दी मुखाग्नि, 6 साल की बेटी ने सलामी दी, पत्नी ने ताली बजाकर पति की वीरता को प्रणाम किया




  • जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा में आतंकी हमले में गाजीपुर के रहने वाले जवान अश्वनी कुमार यादव शहीद हुए

  • दो दिन बाद शहीद का पार्थिव शरीर पैतृक गांव गाजीपुर के चकदाउदपुर लाया गया


 

गाजीपुर/वाराणसी. जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा में आतंकी हमले में शहीद हुए गाजीपुर के रहने वाले सीआरपीएफ जवान अश्वनी कुमार यादव का अंतिम संस्कार बुधवार को उनके पैतृक गांव चकदाउद में पूरे सैनिक सम्मान के साथ किया गया। शहीद अश्वनी के चार साल के बेटे आदित्य ने उन्हें मुखाग्नि दी। दूर खड़ी उनके 6 साल की बेटी आयशा ने उन्हें सलामी दी। ये दृश्य देखकर लोगों की आंखें भर आईं।


पति की शहादत को सलाम किया


शहीद अश्वनी की पत्नी अंशु जब पति के पार्थिव शरीर के पास पहुंची तो वह कुछ देर तक शांत रही। फिर उसने ताली बजाकर अपने पति की वीरता का स्वागत किया। यह देख अन्य लोगों ने भी ताली बजाई। गांव की महिलाओं ने अंशु को मालाएं पहनाईं। उन्होंने कहा- आपके पति ने देश के लिए प्राण न्याैछावर करके हमारा मान बढ़ाया है।


शहीद की पत्नी ने कहा- बेटी को डॉक्टर बनाना चाहते थे, अब मुझे उसकी चिंता
शहीद की पत्नी ने कहा, 'मेरे पति बेटी को डॉक्टर बनाना चाहते थे। मुझे अब उसकी चिंता है।' इस दौरान सीआरपीएफ के अफसरों ने परिवार की मदद का आश्वासन दिया।वहीं, पत्नी ने कहा- मैं चाहती हूं कि मुझे अपने बच्चों के जीवन यापन के लिए आधार दिया जाए। मुझे अपने बच्चों को आगे ले जाना है।  


तीन भाइयों में सबसे बड़े थे अश्वनी


शहीद सीआरपीएफ जवान अश्वनी कुमार तीन भाइयों में सबसे बड़े थे, जबकि उनके दो छोटे भाई अंजनी और अमन है। शहीद जवान अश्वनी यादव की शादी 2012 में हुई थी। उनके 6 साल की बेटी परी और 3 साल का बेटा आदित्य है।


शहीद के परिवार को आर्थिक सहयोग


यूपी सरकार ने शहीद के परिवार को 50 लाख रुपए और परिवार के एक सदस्य को नौकरी देने का ऐलान किया है। इसमें से 25 लाख का सहयोग दे दिया गया। डीएम व एसपी ने शहीद को श्रद्धांजलि देने के बाद उनकी पत्नी को 20 लाख और मां को 5 लाख रुपए का चेक सौंपा है।