इंदौर में 26 मरीज स्वस्थ होकर अस्पताल से घर पहुंचे

इंदौर में 26 मरीज स्वस्थ होकर अस्पताल से घर पहुंचे



- डिस्चार्ज होने वाले मरीजों ने निशुल्क इलाज के लिये सीएम का जताया आभार

इंदौर। इंदौर में जहां कोरोना संक्रमित मरीजों की तादाद लोगों को खौफजदा कर रही है, वहीं दूसरी और ठीक होने वाले मरीजों की संख्या में भी इजाफा हो रहा है। कोरोना के खिलाफ चल रही जंग में यह प्रशासन के लिए किसी उर्जा से कम नहीं। गुरूवार को तीन अलग अलग अस्पतालों से 26 मरीज डिस्चार्ज होकर घर रवाना हुए। स्वस्थ्य होकर घर जाने वाले इन मरीजों ने निशुल्क इलाज के लिए सीएम शिवराजसिंह चौहान का आभार भी व्यक्त किया। कल डिस्चार्ज किये गये मरीजों में 13 मरीज इण्डेक्स हॉस्पिटल, 5 मरीज अरविंदो हॉस्पिटल तथा 8 मरीज एमआरटीबी हॉस्पिटल के हैं। इन तीनों अस्पतालों से घर लौट रहे मरीजों का तालियों के बीच अभिवादन किया गया और उन्हें आत्मीयता के साथ घर के लिये विदाई दी गयी।
आत्मविश्वास के दम पर कोरोना को किया परास्त
डिस्चार्ज किये गये सभी मरीजों में कोरोना जैसी महामारी को परास्त करने का एक नया आत्मविश्वास था। राज्य शासन एवं जिला प्रशासन द्वारा मरीजों के इलाज, उनके भोजन आदि के लिये की गयी व्यवस्थाओं से सभी मरीज खुश थे। उन्होंने कहा कि शासन ने निशुल्क इलाज की जो व्यवस्था की है वह सराहनीय है और उससे जरूरतमंदों को बहुत लाभ मिल रहा है।
कोविड विजेताओं में शामिल दो गर्भवती महिला
इंदौर। यह कहानी है कोविड को हराने वाली दो गर्भवती महिलाओं की, जिन्होंने गर्भावस्था में भी हर विकट परिस्थिति की चुनौती स्वीकार कर, कोरोना को हरा दिया। बड़वानी जिले के सेंधवा की रहने वाले मुबत्सरा पति शोएब को भी खासी और बुखार के उपरांत 6 अप्रेल और खजराना इंदौर निवासी 24 साल की मरजीना खान पति साजिद खान को 14 अप्रैल एमआरटीबी अस्पताल में भर्ती किया गया था। दोनों महिलाओं को खांसी तथा बुखार की शिकायत थी। दोनों गर्भवती महिलाएं, खांसी, जुखाम के अतिरिक्त घर एवं परिवार से  दूर होने के कारण मानसिक जंग भी लड़ रही थीं। जिस कारण उनकी काउंसलिंग करना भी बहुत चुनौतीपूर्ण था। इस सबके बावजूद एमआरटीबी अस्पताल की संपूर्ण टीम ने हर तरीके से उनका हौसला बनाये रखा। डॉक्टर उन्हें ठीक होने के लिए लगातार प्रेरित करते रहे।
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