भारतीय वायुसेना का मिग-29 क्रैश / पंजाब में खेतों में गिरा मिग फाइटर प्लेन का पायलट तो लोगों ने पगड़ी खोली, ताकि वायुसेना के पायलट को धूप से बचा सकें
- सुबह 10.45 पर ट्रेनिंग के लिए फाइटर प्लेन ने जालंधर के आदमपुर एयरबेस से उड़ान भरी थी
- लोगों ने पायलट को पानी पिलाया और देखभाल की जब तक एयरफोर्स का हेलिकॉप्टर पायलट को लेने नहीं आ गया
नवांशहर (पंजाब). घटना आज सुबह पंजाब के नवांशहर की है। शहर से बमुश्किल 5 किमी दूर दो गांव के बीच खेत पर एक मिग विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया। जब लोगों ने देखा तो वहां दौड़े आए और पायलट को धूप से बचाने अपनी पगड़ी खोल दी।
चूहडपुर गांव के 70 वर्षीय सतपाल सिंह सुबह खेत में काम कर रहे थे। उन्होंने आसमान में दो लड़ाकू विमान देखे। अचानक एक विमान में आग लग गई। आग लगी तो विमान हवा में ही था। कुछ ही मिनटों बाद विमान से एक पैराशूट खेत में आकर गिरा। और उस पायलट से 200 मीटर दूर एक दूसरे खेत में विमान जाकर गिरा।खेतों में काम कर रहे लोग उस पायलट की ओर दौड़े। तेज धूप से पायलट को बचाने लोगों ने अपनी पगड़ी खोल दी। लोगों ने पायलट को पानी पिलाया और देखभाल की जब तक एयरफोर्स का हेलिकॉप्टर पायलट को लेने नहीं आ गया।
पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने इस सबके लिए स्थानीय लोगों की तारीफ की है। उन्होंने घटना का वीडियो ये कहते हुए ट्वीट किया है -
हेलिकॉप्टर आने में लगभग आधे घंटे का वक्त लगा, तब तक स्थानीय लोग वहीं रूके रहे और प्रशासन के लोगों को भी सूचना दी। विमान के गिरने से खेत में 15 फीट गहरा गड्डा हो गया। यही नहीं गिरने के बाद विमान में दो बार धमाका भी हुआ।
ये दोनों ही विमान आदमपुर एयरफोर्स बेस से ट्रेनिंग मिशन पर उड़े थे। एयरफोर्स के प्रवक्ता विंग कमांडर इंद्रनील नंदी के मुताबिक 8 मई को सुबह 10:45 बजे एक मिग-29 विमान ट्रेनिंग पर था, तभी जालंधर एयरबेस के पास हादसा हो गया। विमान में तकनीकी गड़बड़ी आ गई थी, लिहाजा पायलट विमान को नियंत्रित करने में नाकाम रहा। मामले की जांच के आदेश दे दिए गए हैं।
वायुसेना ने पायलट की देखरेख करने के खातिर स्थानीय लोगों का शुक्रिया किया है। एयरफोर्स ने यह ट्वीट किया है -
मिग को सेकंड लाइन ऑफ डिफेंस माना जाता है
भारत ने सबसे पहले 1982 में मिग-29 विमान का ऑर्डर तत्कालीन सोवियत संघ को दिया था। 1986 से 91 के बीच भारत को डबल इंजन वाले ये फाइटर जेट मिले। हवा से हवा में लड़ाई के लिए इसे बेहतरीन फाइटर माना जाता है। भारतीय वायुसेना में सुखोई के बाद इसे सेकंड लाइन ऑफ डिफेंस माना जाता है। डबल इंजन के कारण यह ध्वनि से दोगुनी रफ्तार से उड़ सकता है। यह नजदीक और दूर से हवा से हवा में मार करने में सक्षम है।
नजदीक यानी 8 किमी की दूरी तक हमला करने में सक्षम आर-6 मिसाइल लगी है। इसके अलावा 40 से 80 किमी दूर मार करने के लिए आर-27 मिसाइलें रहती हैं। करगिल युद्ध के दौरान मिग-29 अपनी क्षमता का प्रदर्शन कर चुके हैं। पाकिस्तानी बंकरों पर लेजर बम बरसा रहे मिराज-2000 फाइटर्स को मिग-29 ने दुश्मन की मिसाइलों व फाइटर्स से बेहतरीन सुरक्षा कवच प्रदान किया था। फरवरी 2019 में मिग ने ही पाकिस्तान का एफ-16 लड़ाकू विमान गिराया था।
भारत खरीद रहा है एक नई स्क्वॉड्रन
एयरफोर्स के बेड़े में तेजी से कम हो रहे फाइटर की पूर्ति करने के लिए भारत सरकार ने हाल ही रूस के साथ 21 मिग-29 खरीदने का करार किया है। इन्हें भारत लाकर एसेम्बल किया जाएगा। इसके अलावा भारत अपने पास मौजूद 62 मिग-29 को अपग्रेड भी कर चुका है। शुक्रवार को गिरा फाइटर अपग्रेडेड वर्जन था।