बद्रीनाथ धाम / रावल और धर्माधिकारी के साथ पांडुकेश्वर से निकली यात्रा बद्रीनाथ पहुंची, कल सुबह 4.30 बजे खुलेंगे कपाट

बद्रीनाथ धाम / रावल और धर्माधिकारी के साथ पांडुकेश्वर से निकली यात्रा बद्रीनाथ पहुंची, कल सुबह 4.30 बजे खुलेंगे कपाट





बद्रीनाथ के लिए पांडुकेश्वर से कुबेर डोली, उद्धव डोली, आदिगुरु शंकराचार्य गद्दी के साथ यात्रा शुरू हुई।






  • कपाट खुलने के बाद तिल के तेल से होगा बद्रीनाथ का अभिषेक, लगभग 30 लोग रहेंगे उपस्थित


शुक्रवार, 15 की सुबह 4.30 बजे बद्रीनाथजी के कपाट खुलेंगे। इसके लिए गुरुवार को रावल ईश्वर प्रसाद नंबूदरी और धर्माधिकारी भुवनचंद्र उनियाल के साथ पांडुकेश्वर निकली यात्रा बद्रीनाथ पहुंच गई है।उद्धवजी, कुबेरजी, आदि गुरु शंकराचार्य की गद्दी और गाडू घड़ी यानी तिल के तेल का कलश बद्रीनाथ धाम पहुंच गए हैं। लॉकडाउन के नियमों का पालन करते हुए इस यात्रा में शासन-प्रशासन, मंदिर समिति और कुछ क्षेत्र के कुछ ही लोग शामिल थे। पांडुकेश्वर से बद्रीनाथ की दूरी करीब 22 किमी है।


बद्रीनाथ में लगभग 30 लोग रहेंगे उपस्थित


जोशी मठ एसडीएम कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार इस बार कोरोना वायरस की वजह से लॉकडाउन के नियमों का पालन बद्रीनाथ में भी होगा। कपाट खुलते समय यहां बहुत कम लोगों को उपस्थित रहने की अनुमति दी गई है। यहां रावल, धर्माधिकारी, टिहरी नरेश के प्रतिनिधि, मंदिर समिति के 33 प्रतिशत से भी कम लोग और कुछ ही अनुमति प्राप्त क्षेत्रवासियों को मंदिर में जाने दिया जाएगा।


महामारी से मुक्ति के लिए करेंगे धनवंतरि भगवान की पूजा


शुक्रवार सुबह 4.30 बजे गणेशजी की पूजा के बाद कपाट खोले जाएंगे। कपाट खुलने पर बद्रीनाथ के साथ ही भगवान धनवतंरि की भी विशेष पूजा की जाएगी। धनवंतरि आयुर्वेद के देवता हैं। दुनियाभर में फैली महामारी को खत्म करने की प्रार्थना की जाएगी।