आरआईएल राइट्स इश्यू / राइट्स एंटाइटलमेंट दशमलव में होगा, तो रिलायंस इंडस्ट्र्रीज के शेयरधारक एक अतिरिक्त शेयर खरीदने के लिए कर सकेंगे आवेदन

आरआईएल राइट्स इश्यू / राइट्स एंटाइटलमेंट दशमलव में होगा, तो रिलायंस इंडस्ट्र्रीज के शेयरधारक एक अतिरिक्त शेयर खरीदने के लिए कर सकेंगे आवेदन





रिलायंस इंडस्ट्रीज इस राइट्स इश्यू में 53,124 करोड़ रुपए जुटाएगी। यह देश का अब तक का सबसे बड़ा राइट्स इश्यू है






  • फ्रैक्शनल एंटाइटलमेंट वाले शेयरधारकों को इश्यू में तरजीही आधार पर मिल सकता है 1 अतिरिक्त शेयर

  • एक अतिरिक्त शेयर मिलेगा या नहीं, यह राइट्स इश्यू में अतिरिक्त शेयरों की उपलब्धता पर करेगा निर्भर


नई दिल्ली. देश के इतिहास का सबसे बड़ा राइट्स इश्यू ला रही रिलायंस इंडस्ट्रीज ने कहा कि इस राइट्स इश्यू में शेयरधारकों के नजरंदाज किए जाने वाले फ्रैक्शनल (आंशिक, अपूर्ण या दशमलव में) एंटाइटलमेंट्स के साथ कंपनी प्रेफरेंशियल (तरजीही) व्यवहार करेगी। इसका मतलब यह है कि जिस शेयरधारक के पास एक से कम शेयर खरीदने का राइट्स एंटाइटलमेंट होगा, कंपनी उसे तरजीही आधार पर एक अतिरिक्त शेयर आवंटित कर सकती है। कंपनी ने हालांकि यह भी कहा कि यह सुविधा इस राइट्स इश्यू में अतिरिक्त शेयरों की उपलब्धता पर निर्भर करेगी। कंपनी ने इस राइट्स इश्यू में 53,124 करोड़ रुपए जुटाने का लक्ष्य रखा है।

फ्रैक्शन एंटाइटलमेंट को राइट्स एंटाइटलमेंट की गणना में नजरंदाज कर दिया जाएगा
रिलायंस इंडस्ट्रीज (आरआईएल) ने शेयर बाजारों को दी गई सूचना में कहा कि यदि किसी योग्य शेयरधारक के पास आरआईएल के 15 से कम शेयर हैं, या उनके पास उनके पास मौजूद शेयरों की संख्या 15 के गुणक (मल्टीपल) में नहीं है, तो ऐसे योग्य शेयरधारक के फ्रैक्शन एंटाइटलमेंट को राइट्स एंटाइटलमेंट की गणना में नजरंदाज कर दिया जाएगा। हालांकि जिन योग्य शेयरधारकों के फ्रैक्शनल एंटाइटलमेंट को नजरंदाज किया जाएगा, वे अपने राइट्स एंटाइटलमेंट के ऊपर एक अतिरिक्त शेयर के लिए आवेदन कर सकेंगे। कंपनी उन्हें एक अतिरिक्त शेयर तरजीही आधार पर आवंटित कर सकती है। यानी, उन्हें अपने आंशिक शेयरों पर एक अतिरिक्त शेयरों का आवेदन करने का मौका मिलेगा। हालांकि इस राइट्स इश्यू में अतिरिक्त शेयरों की उपलब्धता पर यह निर्भर करेगा।


प्रेफरेंशियल प्रावधान को इस तरीके से समझें


आरआईएल के इस राइट्स इश्यू में योग्य शेयरधारकों को उसके पास मौजूद हर 15 शेयरों पर एक शेयर खरीदने के लिए आवेदन करने का अधिकार दिया गया है। लेकिन संभव है कि कुछ शेयरधारकों के पास15 से कम शेयर हों। कुछ शेयरधारकों के पास 15 से ज्यादा शेयर हो सकते हैं, लेकिन संभव है कि वे 15 के मल्टीपल में न हों। उदाहरण के लिए किसी के पास 12 शेयर हो सकते हैं। या किसी के पास 42 शेयर हो सकते हैं। ऐसे में जिनके पास 12 शेयर होंगे, तार्किक नजरिए से उनके पास 0.8 शेयर खरीदने का अधिकार होना चाहिए। यह संख्या एक से कम है और इस तरह के यानी एक से कम शेयर खरीदने के अधिकार को फ्रैक्शन एंटाइटलमेंट कहा जाता है। ऐसे फ्रैक्शनल एंटाइटलमेंट को इस राइट्स इश्यू में राइट्स एंटाइटलमेंट की गणना करते समय नजरंदाज कर दिया जाएगा। इसी तरह से जिस योग्य शेयरधारक के पास 42 शेयर हैं, उन्हें गणतीय तरीके से 2.8 शेयर खरीदने का राइट मिलना चाहिए। लेकिन इस इश्यू में ऐसे शेयर धारक को सिर्फ 2 शेयर खरीदने का राइट मिलेगा और 0.8 शेयर के फ्रैक्शनल एंटाइटलमेंट को नजरंदाज कर दिया जाएगा। ऐसे ही फ्रैक्शनल एंटाइटलमेंट पर कंपनी एक शेयर खरीदने के लिए आवेदन करने की सुविधा दे रही है।


कौन हैं योग्य शेयरधारक


कंपनी ने इस राइट्स इश्यू के लिए 14 मई को रिकॉर्ड डेट निर्धारित किया है। यानी जिस भी शेयरधारक के खाते में 14 मई को कंपनी का एक भी शेयर रहेगा, उसे इस राइट्स इश्यू के लिए योग्य शेयरधारक माना जाएगा। इस राइट्स इश्यू का प्राइस प्रति शेयर 1,257 रुपए निश्चित किया गया है।


आवेदन करते समय 25 फीसदी कीमत का शुरुआती भुगतान करना होगा


कंपनी ने कहा है कि शेयरधारकों को राइट्स एंटाइटलमेंट के लिए आवेदन करते समय 25 फीसदी कीमत का शुरुआती भुगतान करना होगा। यानी, शेयरधारक हर एक शेयर पर आवेदन करते समय फेस वैल्यू के मद में 2.50 रुपए और प्रीमियम के मद में 311.75 रुपए यानी, कुल 314.25 रुपए का शुरुआती भुगतान करेगा। शेष 942.75 रुपए का भुगतान वह बोर्ड द्वारा निश्चित की जाने वाली संख्या के तहत एक या अधिक किस्तों में करेगा।