तालियों की गडग़ड़ाहट के बीच टाटपट्टी बाखल के 48 लोग घर रवाना, क्वारेंटाइन सेंटर से खुशी-खुशी लौटे


- टीम ने इन्हें पौधे भेंटकर भविष्य में स्वस्थ और खुशहाल रहने की शुभकामनाएं दीं
इंदौर। कोरोना संक्रमित क्षेत्रों से क्वारेंटाइन किए गए लोगों को अब घर भेजने का सिलसिला शुरू हो गया है। मंगलवार को तालियों की गडग़ड़ाहट के बीच टाटपट्टी बाखल के 48 लोग क्वारेंटाइन सेंटर से खुशी-खुशी अपने घर लौटे। टीम ने तालियां बजाते हुए उन्हें पौधे भेंट कर यहां से विदा किया। यहां रह रहे जिन लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आ रही है और उन्होंने क्वारेंटाइन पीरियड पूरा कर लिया है, उन्हें अब घर भेजा जाने लगा है। अब तक 500 लोगों को घर भेजा जा चुका है। जबकि एक हजार लोग क्वारेंटाइन हाउस में अभी भी हैं। इनमें से करीब 300 लोगों की रिपोर्ट आनी बाकी है। सोमवार को 273 सैंपल जहां के लिए भेजे गए थे। 
इसके पहले सोमवार को कोरोना पॉजिटिव मरीजों का आंकड़ा फिर थोड़ा बढ़ा। 74 सैंपल की जांच में 18 पॉजिटिव निकले, जबकि 56 निगेटिव आए। तीन दिन बाद एक बार फिर मरीजों की संख्या बड़ी है, क्योंकि इससे पहले दो दिन 9 और 7 मरीज मिले थे। नए मरीज मिलने के बाद शहर में कोरोना पॉजिटिव का आंकड़ा 915 पर पहुंच गया है। बताते हैं कि सोमवार को जो मरीज मिले हैं, उनमें से 11 एमजीएम लैब के हैं, जबकि 7 दिल्ली की लैब में पेंडिंग टेस्ट के हैं। इनके टेस्ट को होल्ड किया था, उनकी भी रिपोर्ट आ गई। प्रशासनिक अफसरों का कहना है कि 180 के लगभग सैंपल की जांच में ये आंकड़ा आया है, हालांकि सीएमएचओ की रिपोर्ट में यह संख्या 74 ही है। इस बीच, 600 टीमों ने कंटेनमेंट एरिया की 11 लाख आबादी का सर्वे कर लिया है। 


5 दिन के भीतर पूरे शहर का सर्वे
निगमायुक्त आशीष सिंह के मुताबिक, 642 टीमें और बना दी हैं, टीमों की संख्या 1224 हो गई है। मंगलवार से 1844 टीमें सर्वे में जुट गई हैं। 5 दिन के भीतर पूरे शहर का सर्वे कर लिया जाएगा। इन्हें कचरा गाड़ी के रूट के हिसाब से ही जिम्मेदारी दी है, ताकि कोई घर, मल्टी न रह जाए। शहर में 470 कचरा गाड़ी रूट में से 190 सर्वे से पूरी तरह छूटे हुए हैं, उन्हें मैप पर चिह्नित कर लिया है।


1600 संदिग्ध, 136 क्वारेंटाइन, लेकिन सैंपल 106 के ही लिए
तीन दिन में मैदानी अमले ने 1600 लोगों को संदिग्ध मान चिह्नित किया था। 136 को क्वारेंटाइन कर दिया, लेकिन सैंपल सिर्फ 106 लोगों को ही लिए। इसका कारण स्टॉफ कम होना बताया गया। इसके उलट प्रशासन दावा कर रहा है कि कंटेनमेंट एरिया में 11 लाख लोगों की स्क्रीनिंग हो गई है। इस लिहाज से भी सैंपल देखें तो काफी कम आए हैं।