सोने के लिए मच्छरदानी का उपयोग करें

दिनांक 25 अप्रैल को विश्व मलेरिया दिवस के रूप में मनाया जाता है । आज जहां संपूर्ण विश्व कोरोना रोग covid 19 से ग्रसित होकर उसके संक्रमण के नियंत्रण एवं रोकथाम में व्यस्त हैं , परंतु इस समय हमें यहां भी ध्यान रखना चाहिए कि आने वाले समय में मलेरिया रोग का संक्रमण काल शुरू होने वाला है यदि हम ने समय रहते आवश्यक सावधानीया नहीं रखी तो यहां भी हमारे लिए किसी विशाल चुनौती से कम नहीं होगा । 
इस समय भी लॉकडाउन के दौरान हम सभी घरों में अपना अधिकतर समय व्यतीत कर रहे हैं तो आवश्यक है कि सोने के लिए हम मच्छरदानी का उपयोग करें, घरों में मच्छर निरोधक जालियो का उपयोग करें, मच्छर निरोधी क्रीम,लोशन, कॉइल तथा रेपेलेंट का उपयोग करें। अपने घरों में मच्छर निरोधक पौधे जैसे सिट्रोनेला, लेमन ग्रास, लहसुन, लेवेंडर, पेप्परमिंट, मैरिगोल्ड, बेसिल इत्यादि का प्रयोग करें । घरों के आसपास सफाई रखें,अनावश्यक पानी जमा न होने दें । अपने घरों में घरों की छत पर रखे अनुपयोगी वस्तुएं जैसे डब्बे, फूलदान, टायर, बर्तन इत्यादि की सफाई करे, उन्हे इस प्रकार रखे की इनमे पानी ना जमा हो पाये, पानी की टंकीयो के ढक्कन लगाये, पानी के बर्तन ढक कर रखे तथा ध्यान रखें हम अपने आसपास में मच्छरजन्य परिस्थिति निर्मित ना होने दें।


हर बार की तरह विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा "zero malaria starts with me" का वैश्विक नारा दिया गया है । इस बार विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा रोल बैक मलेरिया संस्थान से हाथ मिलाया गया है । रोल बैक मलेरिया पार्टनरशिप के साथ इस बार विशेष रणनीति high burden to high impact की विशेष रणनीति पर कार्य किए जाने का निर्णय लिया गया है। इसमें विशेष रणनीति के 4 मुख्य आधार स्तम्भ है जिसमे दृढ़ राजनीतिक इच्छाशक्ति, विशेष रणनीति, दिशानिर्देश, नीति तथा विशेष कार्य योजना तथा राष्ट्रिय स्तर से समन्वय कर मलेरिया पर नियंत्रण पाना संभव पाया गया है । वर्ष 2019 में मलेरिया के वेक्सीन का निर्माण तथा उपयोग भी शुरु किया गया है तथा इसे 3 देशों में घाना, केन्या तथा मलावी में उपयोग किया जा रहा है शुरुआती परिणामों में मलेरिया के वैक्सीन से 40% प्रकरणों में कमी देखने में आई है। 


जैसा कि आपको पता है कि कोई भी बुखार मलेरिया हो सकता है अतः बुखार आने पर तुरंत खून की जांच कराए और अगर जांच मे मलेरिया पॉजिटिव निकलता है तो आशा या चिकित्सक द्वारा दिये गए उपचार को बिना भूले निर्धारित दिनों तक ले। हाँ एक महत्वपूर्ण बात जरूर याद रखे कि गर्भवती महिलाओं और 5 वर्ष से कम उम्र के बच्चो को मलेरिया का विशेष खतरा होता है अतः इनका विशेष ध्यान रखे और रोजाना मच्छरदानी में अवश्य सुलाये।



प्रदेश मे सरकार के साथ सनफार्मा, गोद्रेज, एम्बेड, आई सी एम आर तथा मलेरिया नो मोर जैसी संस्थाए कार्य कर रही है । संयुक्त प्रयासो से गत वर्ष 2019 मध्यप्रदेश मे लगभग 1 करोड़ से अधिक लोगो की मलेरिया जांच की गई जिनमे से 14147 मलेरिया के रोगी पाये गये जिनमे 10520 वाईवेक्स तथा 3267 फेल्सीपैरम प्रकरण पाये गये।पिछ्ले 5 वर्षो की तुलना मे लगभग 85% प्रकरणो मे कमी आई गई है ।
आज विश्व मलेरिया दिवस के अवसर पर मैं आमजन, स्वास्थ्य कर्मी , जनप्रतिनिधि, और मीडिया के मित्रो को यह संदेश देना चाहता हु की जिस प्रकार आप सभी ने कोरोना के नियंत्रण में स्वास्थ्य विभाग का सहयोग किया है उसी प्रकार आगे आने वाले समय मे जो कि मलेरिया नियंत्रण के लिए अति महत्वपूर्ण है आपका सहयोग इस हेतु अतिआवश्यक है। 
साथियो अंत मे फिर दोहराना चाहूँगा कि कोई भी बुखार मलेरिया हो सकता है अतः आशा दीदी, एएनएम बहन जी से या नजदीकी शासकीय स्वास्थ्य केंद्र पर जाकर खून की जांच अवश्य कराये और स्वास्थ्य कर्मियो द्वारा दिये गए संदेशो को अमल में जरूर लाये, जिससे आप, आपका परिवार और पूरा समाज स्वस्थ्य रखे। इस संदेश को अपने परिवार, समाज और दोस्तो के साथ अवश्य साझा करें।


धन्यवाद् ।
डॉ हिमांशु जायसवार
राज्य कार्यक्रम अधिकारी
राष्ट्रीय वेक्टर जनित रोग नियन्त्रण कार्यक्रम
मध्यप्रदेश ।