संक्रमण के एक संदिग्ध मरीज की मौत, मृतक का भाई वेंटीलेटर पर

संक्रमण के एक संदिग्ध मरीज की मौत, मृतक का भाई वेंटीलेटर पर
- पूरे परिवार की हालत संक्रमित मरीजों जैसी, प्रशासन पर लगा लापरवाही का आरोप
फोटो रायसेन कोरोना
रायसेन। रायसेन शहर के एक बड़े व्यापारी के बेटे की भोपाल के हमीदिया अस्पताल में मौत हो गई। व्यापारी का दूसरा बेटा भी यहीं वेंटीलेटर पर है। पूरे परिवार को कोरोना संक्रमित मरीजों जैसे लक्षण हैं। हालांकि मौत की वजह क्या है ये कोरोना सैंपल की जांच रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा। स्थानीय लोगों और परिवार के सदस्यों ने जिला प्रशासन और चिकित्सकों पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है। रायसेन के मुख्य बाजार में मामला सामने आने के बाद पूरा इलाका सील कर दिया गया है।
प्रारंभिक जानकारी के अनुसार रायसेन के महामाया चौक स्थित सुखदेव अग्रवाल की मिठाई का कारोबार है। उनके 41 और 42 वर्षीय दो बेटों की करीब आठ दिन पहले सर्दी-जुकाम हुआ था। चार दिन पहले दोनों अस्पताल पहुंचे तो डॉक्टरों ने कफ सीरप और 3 दिन के लिए बुखार की

दवाई दे दी। दोनों घर पर दवा लेते रहे। इस बीच रविवार को हालत बिगडऩे पर परिवार के सदस्य एक बार दोनों को लेकर अस्पताल पहुंचे। यहां उन्हें भर्ती कर लिया गया और सुआब के सैंपल लेने के बाद हालत में सुधार नहीं होने इन्हें भोपाल के हमीदिया अस्पताल रैफर कर दिया। यहां दोनों की हालत बिगडऩे पर गुरुवार दोपहर वेंटीलेटर लगा दिया गया। शुक्रवार सुबह करीब 10 बजे बड़े भाई की मौत हो गई। बताया जा रहा है कि छोटे भाई की हालत में भी कोई सुधार फिलहाल नजर नहीं आ रहा है। ़
पूरा परिवार घर में ही आइसोलेट किया
हमीदिया अस्पताल से जिला प्रशासन को सूचना देने के बाद मृतक के पिता और दोनों भाइयों की पत्नियों और चार बच्चों को तुरंत आइसोलेट कर दिया गया है। बताया जा रहा है कि पूरे परिवार को सर्दी-जुकाम और खांसी आ रही है। इसकी जानकारी परिवारजनों ने स्वास्थ्य विभाग को भी दी थी। लेकिन स्वास्थ्य विभाग द्वारा कोई कदम नहीं उठाए गए। जानकारी मिलने के बाद कलेक्टर और एसपी स्वास्थ्य विभाग की टीम लेकर व्यवसायी के घर पहुंच गए हैं। व्यवसायी के बेटों के इलाज में बरती गई लापरवाही से स्थानीय लोगों में रोष है।  
जांच रिपोर्ट आने के बाद दिया जाएगा शव
बड़े बेटी की मौत की खबर के बाद पूरा परिवार सदमे है। कोरोना संदिग्ध परिवार होने के कारण आसपास का इलाका सील कर दिया गया है। इस दुख की घड़ी में सुखदेव अग्रवाल के रिश्तेदारों को भी उनके यहां आने से पुलिस प्रशासन ने रोक दिया है। परिजनों और परिचितों से जानकारी लेकर उनके यहां रोज आने-जाने वालों की लिस्ट बनाई जा रही है। बताया जा रहा है कि कोरोना संदिग्ध होने के कारण हमीदिया प्रशासन ने शव देने से फिलहाल मनाकर दिया है। जांच रिपोर्ट आने के बाद ही शव का अंतिम संस्कार कैसे कराना है ये निर्णय लिया जाएगा।