रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद  भी पॉजिटिव हो सकते हैं


- 14 दिन क्वारेंटाइन रहना जरूरी
ग्वालियर। ग्वालियर शहर में अब तक केवल 6 कोरोना पॉजिटिव मरीज मिले हैं, बाकी 966 की रिपोर्ट निगेटिव आई है। इस मामले में एक्सपर्ट का मानना है कि रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद भी आप पॉजिटिव हो सकते हैं। क्योंकि लैब में एक मरीज के चार अलग-अलग बार सैंपल जांच कराने के बाद भी 68-70 प्रतिशत ही रिपोर्ट पॉजिटिविटी बता पाते हैं। इसका मुख्य कारण ये है कि वायरस लगातार अपना रूप बदल रहा है। हालांकि जीआर मेडिकल कॉलेज प्रबंधन का दावा है कि उनकी रिपोर्ट बिल्कुल सटीक है।
जीआर मेडिकल कॉलेज में अब तक करीब 1254 संदिग्ध मरीजों की जांच हुई है, जिसमें से 6 मरीज पॉजिटिव पाए गए हैं। जबकि 966 की रिपोर्ट निगेटिव आई है। इतना ही नहीं जिन 4 मरीजों की रिपोर्ट जीआर मेडिकल कॉलेज की जांच में पॉजिटिव आई थी, उनका अगले ही दिन सैंपल लेकर डीआरडीई भेजा गया था, जहां से इन मरीजों की रिपोर्ट भी निगेटिव आ गई थी। हमीदिया मेडिकल कॉलेज के माइक्रोबायलॉजी विभाग के पूर्व एचओडी एवं वर्तमान में एलएन मेडिकल कॉलेज के प्रोफेसर डॉ वीके रामनानी का कहना है कि वर्तमान में दो तरह से कोरोना की जांच की जा रही है, जिसमें पहला तरीका रेपिड टेस्ट का है। यह सिरम ब्लड बेस्ड टेस्ट है। इसकी कोरोना में खास नहीं है, हालांकि सर्विलांस में जरूर यह उपयोगी हो सकता है।
दूसरा तरीका हाइली ग्लोरीफाइड टेस्ट है। इसमें भी यदि एक ही मरीज के 4 बार सैंपल लेकर जांच कराई जाए तब भी 68-70 प्रतिशत मरीजों की रिपोर्ट ही पॉजिटिव आने की उम्मीद रहती है। इसमें भी 30 प्रतिशत हम मिस कर रहे हैं। मतलब यदि रिपोर्ट नेगेटिव आए तो भी बेफिक्र होने की जरूरत नहीं है, क्योंकि वायरस आपके लंग्स या अन्य कहीं छिपा हो सकता है।
वायरस बदल रहा रूप: कोरोना वायरस लगातार रूप बदल रहा है। एक्सपर्ट के मुताबिक पहले कुछ घंटों में ही वायरस मल्टीप्लाय होना शुरू हो जाता है। 7 दिन बाद एंटीबॉडी डेव्हलप होती है। ऐसे में इसके बाद ही टेस्ट करने पर सटीक रिपोर्ट आने की उम्मीद होती है। डॉ. वीके रामनानी के मुताबिक इंदौर के एक डॉक्टर की तीन लैब में तीन बार जांच कराई गई थी, मगर एक में पॉजिटिव जबकि दो में निगेटिव पाए गए थे। इसलिए बेहतर है कि रिपोर्ट आने के बाद भी क्वारेंटाइन की अवधि को पूरा किया जाए।
इनका कहना है
यह सही है कि 5 दिन के बाद ही एंटीबॉडी बनना शुरू होती है। मगर आरटीपीसीआर मशीन से हम एक ही दिन में वायरस को डिटेक्ट कर सकते हैं। यदि प्रोसेस में कोई गलती ना हो तो मशीन वायरस को डिटेक्ट करने में पूरी तरह सक्षम है। जांच रिपोर्ट पर संदेह की कोई गुंजाइश ही नहीं है।
- डॉ. केपी रंजन, प्रवक्ता जीआर मेडिकल कॉलेज


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