राहत की खबर / राजस्थान में कोरोना संक्रमण का एपिसेंटर रहे भीलवाड़ा में अब एक भी संक्रमित नहीं, 28 में से 26 ठीक हुए, दो की मौत

राहत की खबर / राजस्थान में कोरोना संक्रमण का एपिसेंटर रहे भीलवाड़ा में अब एक भी संक्रमित नहीं, 28 में से 26 ठीक हुए, दो की मौत




  • तस्वीर भीलवाड़ा की है। जहां के एमजी अस्पताल में गुलाब देकर आखिरी बचे दो लोगों को डिस्चार्ज किया गया।तस्वीर भीलवाड़ा की है। जहां के एमजी अस्पताल में गुलाब देकर आखिरी बचे दो लोगों को डिस्चार्ज किया गया।





  • 17 अप्रैल को रात 9 बजे तक की रिपोर्ट के अनुसार जिले में 5129 सैंपल लेकर जांच के लिए भेजे जा चुके हैं

  • जिन लोगों की कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट निगेटिव आई है, उन्हें भी 14 दिन होम क्वारैंटाइन रखा जाएगा


 

भीलवाड़ा. राजस्थान में कोरोना का एपिसेंटर रहे भीलवाड़ा में अब एक भी संक्रमित व्यक्ति नहीं बचा है। यह जानकारी भीलवाड़ा कलेक्टर राजेंद्र भट्ट ने दी। उन्होंने बताया कि यहां भर्ती दो रोगी ठीक हो चुके हैं। उन्हें शुक्रवार को छुट्टी दे दी गई है। भीलवाड़ा में अब तक 28 केस आए थे, जिनमें से 26 ठीक हो गए जबकि 2 की मौत हो गई।


7 दिन से कोई रिपाेर्ट पाॅजिटिव नहीं


17 अप्रैल को रात 9 बजे तक की रिपोर्ट के अनुसार जिले में 5129 सैंपल लेकर जांच के लिए भेजे जा चुके हैं। अब रैंडम सैंपलिंग चल रही है। 10 अप्रैल से लेकर अब तक जिले में किसी की भी रिपोर्ट पॉजिटिव नहीं आई है। वहीं, 26 मरीज जो ठीक होकर घर जा चुके हैं, उन्हें भी 14 दिन होम क्वारैंटाइन रखा जाएगा।


भीलवाड़ा मॉडल जिसकी चर्चा



  • कलेक्टर राजेंद्र भट्ट ने राज्य सरकार के किसी सरकारी आदेश का इंतजार किए बगैर ही जिले की सभी सीमाओं को 20 चेकपोस्ट बनाकर सील कर दिया। राशन सामग्री की सप्लाई सरकारी स्तर पर करने और जिले के हर व्यक्ति की स्क्रीनिंग का फैसला किया। 

  • संक्रमण बांगड़ हाॅस्पिटल से फैला इसलिए सबसे पहले यह पता किया यहां कहां-कहां के मरीज आए। सूची निकलवाई ताे पता चला कि 4 राज्यों के 36 और राजस्थान के 15 जिलाें के 498 मरीज थे। इन सभी जिलाें के कलेक्टर काे एक-एक मरीज की सूचना दी।

  • छह पाॅजिटिव केस मिलते ही भीलवाड़ा में कर्फ्यू लगा दिया ताकि लोग घरों में रहें। बांगड़ अस्पताल में आने वाले मरीजों की स्क्रीनिंग शुरू की। जिले में आने वाले सभी 20 रास्ताें पर चेक पाेस्ट बनाकर सीमाएं सील कर दीं ताकि काेई बाहर न जा सके।

  • छह हजार टीमें बनाकर 25 लाख लोगों की स्क्रीनिंग शुरू करा दी। करीब 18 हजार लोग सर्दी-जुकाम से पीड़ित मिले। 1215 लाेगाें काे हाेम आइसाेलेट करके वहां कर्मचारी तैनात किए। करीब एक हजार संदिग्धों काे 20 हाेटलों में क्वारैंटाइन किया। 

  • नगर परिषद काे शहर के 55 ही वार्डाें में दाे-दाे बार हाईपाे क्लाराेड 1% के छिड़काव की जिम्मेदारी दी ताकि संक्रमण फैल न सके।

  • लाेगाें काे परेशानी नहीं हाे इसलिए सहकारी उपभाेक्ता भंडार से खाद्य सामग्री की सप्लाई शुरू कर दी। राेडवेज बस बंद करवा दी। दूध सप्लाई के लिए डेयरी काे सुबह-सुबह दाे घंटे खाेला गया। हर वार्ड में हाेम डिलीवरी के लिए दाे-तीन किराना की दुकानाें काे लाइसेंस दिए। कृषि मंडी काे शहर में हर वार्ड के अनुसार सब्जियां और फल सप्लाई के लिए लगाया और यूआईटी काे कच्ची बस्तियाें में सूखी खाद्य सामग्री सप्लाई की जिम्मेदारी दी।