मप्र में डिसइंफेक्टेंट टनल व सेनेटाइजर चैंबर पर रोक


- सरकार ने कहा- इसका उपयोग हो सकता है घातक
भोपाल। कोरोनावायरस के संक्रमण को रोकने के लिए उपयोगी मानी जा रही डिसइंफेक्टेंट टनल और सेनेटाइज चैंबर पर सरकार ने तुरंत प्रभाव से रोक लगा दी है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि इसका उपयोग घातक हो सकता है। इससे अन्य दूसरी बीमारियों के होने का खतरा है। डिसइंफेक्टेंट टनल और सेनेटाइज टनल के चर्चा में आने के बाद प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के निवास समेत कई सरकारी भवनों में इसे लगाया गया है। सरकार ने अपने आदेश में कहा है कि अस्पतालों समेत जहां भी इसका उपयोग किया जा रहा है उसे तुरंत प्रभाव से बंद कर दिया जाए। प्रदेश के स्वास्थ्य आयुक्त फैज अहमद किदवई की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि कई संस्थाओं द्वारा डिसइंफेक्टेंट टनल और सेनेटाइज चैंबर बनाए गए हैं और लोग इसका उपयोग भी कर रहे हैं। भारत सरकार की स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग, विश्व स्वास्थ्य संगठन की एडवाइजरी के मुताबिक, टनल और चैंबर में सेनेटाइज के लिए जिन केमिकल (सोडियम हाइपोक्लोराइड, अल्कोहल) का उपयोग किया जा रहा है, ये सभी मनुष्य के शरीर के लिए नुकसानदेह हैं। इन केमिकल से कपड़े और शरीर को संक्रमण से बचाने से नहीं रोका जा सकता है। 


भ्रम की स्थिति में लोग सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं करते
आदेश में ये भी कहा गया है कि इन केमिकल के लगातार संपर्क में रहने से हाथ और आंखों में जलन, गले में खराश, स्किन एलर्जी, उल्टी और फेफड़ों को नुकसान पहुंचा सकते हैं। टनल और चैंबर का उपयोग करने वाले लोग भ्रम की स्थिति के कारण सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं करते। इसलिए लोग इनका उपयोग करना बंद कर दें।