मध्य प्रदेश में सुधार के संकेत / भोपाल की प्रोफेसर कॉलोनी संक्रमण मुक्त; शिवपुरी और छिंदवाड़ा में 16 दिन से नहीं मिला कोरोना पॉजिटिव

मध्य प्रदेश में सुधार के संकेत / भोपाल की प्रोफेसर कॉलोनी संक्रमण मुक्त; शिवपुरी और छिंदवाड़ा में 16 दिन से नहीं मिला कोरोना पॉजिटिव




  • सीएम शिवराज सिंह चौहान कोरोना को लेकर लगातार बैठकें और वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कर रहे हैं।सीएम शिवराज सिंह चौहान कोरोना को लेकर लगातार बैठकें और वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कर रहे हैं।





  • भोपाल समेत अन्य जिलों में सुधार हो रहा, मुख्यमंत्री चौहान ने व्यवस्थाओं की समीक्षा की

  • सीएम शिवराज ने कहा- प्राइवेट अस्पताल न खुले तो उनके लाइसेंस निरस्त करने की कार्रवाई करें 



 


भोपाल. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश में भोपाल सहित अन्य जिलों में कोरोना की स्थिति में सुधार हो रहा है। बड़ी संख्या में मरीज ठीक होकर घर जा रहे हैं। कई जिले संक्रमण मुक्त हो रहे हैं और संक्रमण की गति धीमी हो रही है। शिवपुरी एवं छिंदवाड़ा जिलों में पिछले 16 दिनों से कोई भी कोरोना मरीज पॉजीटिव नहीं पाया गया है। इसी प्रकार विदिशा जिले में पिछले 11-12 दिनों से कोई प्रकरण पॉजीटिव नहीं आया है। मुख्यमंत्री चौहान बुधवार को मंत्रालय में मंत्री एवं वरिष्ठ अधिकारियों के साथ प्रदेश में कोरोना की स्थिति एवं व्यवस्थाओं की सभी जिलों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से समीक्षा कर रहे थे।


प्रोफेसर कॉलोनी संक्रमण मुक्त


भोपाल में 989 कोरोना टेस्ट में से 14 प्रकरण पॉजीटिव पाए गए। अब प्रोफेसर कॉलोनी क्षेत्र संक्रमण मुक्त हो गया है। मुख्यमंत्री चौहान ने क्वारैंटाइन क्षेत्रों में अच्छी व्यवस्था किए जाने के निर्देश दिए। वहां सोशल डिस्टेंसिंग हो और भोजन की अच्छी व्यवस्थाएं होनी चाहिए। स्वास्थ्य मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि शहर के बाहर सब्जी मंडियों को और विकेन्द्रीकृत करें। साथ ही सब्जी ले जाने वाले मेटाडोर और ठेलों की संख्या बढ़ाई जाए।


निजी चिकित्सालय न खुलें तो लाइसेंस निरस्त करें
सीएम शिवराज ने कहा कि यदि कोई निजी चिकित्सालय न खुले तो उसके लाइसेंस निरस्त करने की कार्रवाई की जाए। कलेक्टर एक टीम बनाकर दि‍खवाएं कि निजी चिकित्सालय खुल रहे हैं कि नहीं।


जिनके सैम्पल लिए गए हैं, वे कहीं न जाएं


मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि जिन व्यक्तियों के कोरोना टेस्ट के सैम्पल लिए गए हैं, वे कहीं नहीं जाएं। वे क्वैरेंटाइन में ही रहें। यदि वे कहीं जाएंगे, तो उनके विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी। एसीएस हैल्थ मोहम्मद सुलेमान ने बताया कि प्रदेश में कोरोना टेस्टिंग के लिए 12 लैब चालू हो गए हैं तथा हमारी टेस्टिंग क्षमता 1800 प्रतिदिन हो गई है। हमारे पास पीपीई किट्स, टेस्टिंग किट्स, मास्क, दवाएं आदि पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हैं। भारत शासन से हमें पर्याप्त सामग्री मिल रही है।