कोरोना से लडऩे के लिए इंदौर अपनाएगा भीलवाड़ा मॉडल


शहर भर की स्क्रीनिंग करने 1800 टीमें मैदान में उतरेंगी

इंदौर। कोरोना वायरस के खिलाफ जारी जंग में इंदौर अब भीलवाड़ा के प्रभावशाली मॉडल को मुख्य हथियार बनाने जा रहा है। भीलवाड़ा की तर्ज पर अब शहर भर की स्क्रीनिंग का काम शुरू किया जा रहा है। इसके लिए नगर निगम को जिम्मेदारी सौंपी गई है। करीब 1800 टीमें मैदान में उतरकर सभी की स्क्रीनिंग करेंगी।
नगर निगम आयुक्त आशीष सिंह के मुताबिक बुधवार से नगर निगम की 1000 और अन्य 800 टीमें मैदान में उतरेंगी और सर्वे के साथ स्क्रीनिंग का काम करेंगी। इसमें आंगनबाड़ी, शिक्षक और आशा कार्यकर्ता शामिल हैं। स्क्रीनिंग का काम योजनाबद्ध तरीके से ही किया जाएगा। साथ ही कोरोना वायरस के लक्षणों को ध्यान में रखते हुए 6 दिन बाद दोबारा स्क्रीनिंग करने की प्लानिंग भी की गई है।
सिंह ने बताया कि हमारी टीम कुछ सवालों के साथ घर-घर सर्वे के लिए पहुंचेगी। वे यहां, सर्दी, जुकाम, बुखार के साथ ही यह भी पूछेंगी कि क्या आप किसी पॉजिटिव मरीज के संपर्क में रहे। यदि किसी ने भी हां कहा तो तत्काल उस वार्ड में हमारे द्वारा तैनात डॉक्टर के पास उसे भेज दिया जाएगा। डॉक्टर विजिट के बाद लक्षण के आधार पर आगे का निर्णय करेंगे। टीम को सर्वे में परेशानी ना आए, इसलिए कचरा गाड़ी वाले रूट को हमने एक यूनिट माना है। प्रत्येक कचरा गाड़ी के रूट पर तीन लोगों की टीम सर्वे करेगी। राजस्थान के भीलवाड़ा शहर में कोरोना वायरस के शुरुआती दौर में ही शहरभर की स्क्रीनिंग का दौर शुरू कर दिया गया था। भीलवाड़ा प्रशासन की यह प्लानिंग कारगर साबित हुई और यही वजह है कि अब कोरोना वायरस के खिलाफ जारी जंग में भीलवाड़ा मॉडल को आदर्श मानकर नगर निगम की टीमें भी स्क्रीनिंग के काम में जुटने जा रही हैं। 
आसान राशन खरीदी योजना की दल ने की तारीफ
नगर निगम द्वारा शुरू की गई आसान राशन खरीदी योजना का बेहतर तरीके से क्रियान्वयन होने पर नगर निगम ने थोड़ी राहत की सांस ली है। योजना के शुरू होने के बाद नगर निगम के पास सीधे आने वाले ऑर्डर की संख्या आधी से भी कम रह गई है। निगम आयुक्त आशीष सिंह के मुताबिक केंद्र से आए दल ने नि:शुल्क राशन वितरण केंद्र का अवलोकन भी किया और कहा है कि इंदौर शहर देश का ऐसा पहला शहर है, जहां नि:शुल्क राशन व्यवस्था को इतने वृहद पैमाने पर लागू किया गया है।