कोरोना से जंग जीती इंदौर में आईपीएस अधिकारी समेत 26 लोग कोरोना को मात देकर घर लौटे

कोरोना से जंग जीती
इंदौर में आईपीएस अधिकारी समेत 26 लोग कोरोना को मात देकर घर लौटे
कोरोना से बचाव में लगे अधिकारी, डॉक्टर, पैरामेडिकल स्टाफ सभी भगवान के दूत : कैलाश विजयवर्गीय
- अब तक कोरोना से जीतकर 103 लोग अपने घर लौटे, इंदौर में इलाज करवाकर खरगोन के भी आधा दर्जन लोग ठीक हुए
फोटो ओके १ से २
इंदौर। शहर के लिए शुक्रवार को एक बार फिर खुश होने वाली खबर आई। चोइथराम अस्पताल से आईपीएस अधिकारी अभिषेक मिश्रा और इंडेक्स हॉस्पिटल में इलाज करवा रहे 25 मरीज पूर्ण रूप से स्वस्थ होकर अपने घर लौटे। इंडेक्स हॉस्पिटल आए भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि कोरोना से बचाव में लगे प्रशासनिक अधिकारी, डॉक्टर, पैरामेडिकल स्टाफ सभी भगवान के दूत बनकर कार्य कर रहे हैं। सभी ने कोरोना से जंग जीते लोगों को ताली बजाकर घर रवाना किया। यहां से जाने से पहले सभी ने डॉक्टर और स्टाफ का धन्यवाद देकर कहा- इन्होंने ही हमारे अंदर जीतने का जज्बा जगाया। इनके कारण हम इस बीमारी से लड़कर जीते। इससे पहले एमआर टीबी अस्पताल से बुधवार को पांच मरीज डिस्चार्ज किए गए थे। अब तक कुल 103 लोग कोरोना से जीतकर अपने घर लौट चुके हैं।
भाजपा महासचिव मरीजों से मिलने अस्पताल पहुंचे
ठीक हुए मरीजों को विदा करने पहुंचे विजयवर्गीय ने कहा कि इंदौर जीत रहा है और आगे भी जीतेगा। हम इस शहर को कोरोना शून्य बनाएंगे। जिस प्रकार से हमारे डॉक्टर, प्रशासनिक अधिकारी, पैरामेडिकल स्टाफ तन और मन से लगे हुए हैं, हमें विश्वास है कि हम कोरोना को जल्द ही हराएंगे। जो कोरोना से जीत कर घर जा रहे हैं, उन्हें भी बधाई और जिन डॉक्टरों ने उन्हें इस लायक बनाया, उन डॉक्टर और स्टाफ को भी बधाई। मैं ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि सब स्वस्थ रहें, मस्त रहें और इंदौर को कोरोना शून्य बनाएं।
आईपीएस अधिकारी अभिषेक मिश्रा ने कहा - सावधानी ही इसका बचाव है।
कोरोना से जीते आईपीएस अधिकारी अभिषेक मिश्रा शुक्रवार दोपहर 4.30 बजे जैसे ही चोइथराम हॉस्पिटल से बाहर निकले तो उनके चेहरे पर खुशी साफ झलक रही थी। 13 दिन चले उपचार के बाद ठीक होकर निकले मिश्रा ने बताया कि यह बीमारी खतरनाक है, लेकिन हम सावधानी बरतें और लोगों के संपर्क में ना आएं तभी इससे बच सकते हैं। जहां तक इसके उपचार की बात है तो डॉक्टर काफी बेहतर ढंग से उपचार कर रहे हैं। यदि आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है और हौसला रखते हैं तो आप इससे जीत सकते हैं। मैं भी इसी कारण जीतकर लौटा हूं। मिश्रा के लौटने पर सीएसपी अन्नपूर्णा पुनीत गहलोत, राजेंद्र नगर थाना प्रभारी समेत पूरे स्टाफ ने तालियां बजाकर स्वागत किया और कोरोना वायरस को हराकर लौटने पर उनका अभिनंदन किया।
जेनब ने कहा- बस यही चाहती हूं मेरे परिवार के और लोग भी जल्दी ठीक होकर घर आ जाएं
घर लौट रही जेनब ने बताया कि उन्हें 15 अप्रैल को पता चला कि वे कोरोना पॉजिटिव हैं। उसी दिन मुझे अस्पताल में एडमिट कर दिया गया। अब मैं पूरी तरह से ठीक हो चुकी हूं। रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद अब मैं अपने घर लौट रही हूं। यहां का स्टाफ बहुत ही सहायक है। मेरे घर के अन्य सदस्य जो अभी भर्ती हैं, वे जल्द ठीक होकर घर लौटें। सभी से कहना चाहूंगी कि सोशल डिस्टेंसिंग बनाकर रखें। डॉक्टर की सलाह मानें और लॉकडाउन का पालन करें।
डॉक्टर और स्टाफ की वजह से यह जंग जीत पाए : नौशाद
नौशाद बोले - डॉक्टर और स्टाफ की वजह से यह जंग जीत पाए।
नौशाद ने बताया कि वे यहां पर 14 अप्रैल को भर्ती हुए थे। यहां के डॉक्टर और स्टाफ बहुत ही अच्छे हैं। हम इनके शुक्रगुजार हैं कि इतनी जल्दी हम ठीक हो गए। हमारी दोनों रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद अब हम घर जा रहे हैं। एक छोटी बच्ची भी कोरोना को हराकर वापस लौटी। उसने कहा कि मुझे यहां बहुत अच्छा लगा। यहां समय पर खाना मिलता है। दवाई भी डॉक्टर समय पर देते हैं।