कोरोना ही नहीं बल्कि डायबिटीज ,ब्लड प्रेशर,माइग्रेन, घुटनों का दर्द ,कब्ज ,एसिडिटी ,गैस्ट्रिक, एग्जिमा ,सोरायसिस  रोगों से लड़कर शरीर की रोग प्रतिरोधक शक्ति बढाने  वाली आयुर्वेदिक औषधियां -  योगेंद्र योगी

कोरोना ही नहीं बल्कि डायबिटीज ,ब्लड प्रेशर,माइग्रेन, घुटनों का दर्द ,कब्ज ,एसिडिटी ,गैस्ट्रिक, एग्जिमा ,सोरायसिस  रोगों से लड़कर शरीर की रोग प्रतिरोधक शक्ति बढाने  वाली आयुर्वेदिक औषधियां -  योगेंद्र योगी
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गिलोय, पृथ्वी की संजीविनी   
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यह पृथ्वी की संजीविनी कहलाती है , साथ ही इसे अमृता भी कहा जाता है | यह डायबिटीज , कब्ज़ , एक्सिमा , रोग प्रतिरोधक शक्ति बढ़ाने , डेंगू , मलेरिया , सहित लगभग 250  प्रकार की बिमारियों को ठीक करने में सक्षम है | 


गिलोय में एंटीऑक्सिडेंट गुण होते हैं, जो खतरनाक रोगों से लड़कर शरीर को सेहतमंद रखते है । गिलोय किडनी और लिवर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालती है और खून को साफ करती है। 
गिलोय  परजीवी पौधा  होता  है,अगर इसे  नीम के पेड़ पर विकसित किया जाये तो यह सोने पर सुहागा का कार्य करती  है,साथ ही इसकी शक्ति बहुत ज्यादा बढ़ जाती  है,और अनेक मामलों में जैसे रोग प्रतिरोधक शक्ति बढ़ाना , डेंगू का इलाज , गठिया , डायबिटीज , ब्लड प्रेसर जैसे अनेक रोगो में इससे एक दिन में ही आराम मिल जाता है |  नीम के पेड़ पर कम से कम 5 साल तक गिलोय को रहना चाहिए , तब इसके बहुत अच्छे चमत्कारिक परिणाम मिलते है | 



अमरबेल , मतलब अमरत्व की प्राप्ति  
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अमर बेल में प्रतिरोधक क्षमता होती है जो कि इसका एक विशेष गुण है जिसके कारण हमारे स्‍वास्‍थ के लिए बेहद फायदेमंद होती है। इसका सेवन करने से हमारे शरीर की प्रतिरोध शक्ति में वृद्धि होती है। और यह हमे विभिन्‍न रोगों से लडने में समर्थ बनाता है। यह हमारे शरीर को मजबूत और स्‍वस्‍थ बनाए रखने में मदद करता है। अमरबेल के इन अनोखे गुणों के कारण यह हमारे स्‍वास्‍थ के लिए फायदेमंद होता है।  अमरबेल भी लगभग 200 प्रकार की बीमारयों में लाभदायक है | 


3   पारिजात - समुद्र मंथन से प्राप्त वृक्ष 
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हरसिंगार  या पारिजात के गुण किसी से छुपे हुए नहीं  है, मानव जाति को किसी भी संकट से बचाने के लिए , देवताओं ने इसे समुद्र मंथन से प्राप्त किया | 
हरसिंगार के  फूलों का पाउडर बनाकर खाने से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बहुत तेजी से बढ़ती है और शरीर हर प्रकार के रोग से लड़ने में सक्षम होता है। इसके अलावा पेट में कीड़े होना, गंजापन,  साइटिका , रक्त विकार , अस्थि रोग ,स्त्री रोगों में भी बेहद फायदेमंद है।


4 . नीम - वायरस / बैक्टीरिया का ख़ात्मा 
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नीम अनेक प्रकार के बैक्टीरिया / वायरस से लड़ने में सक्षम होता है।


 अनेक वैज्ञानिकअध्ययनों  से यह बात पता चली है कि नीम की पत्तियों में एंटीफंगल और एंटीवायरल गुण पाए जाते हैं।  ये शरीर की किसी संक्रमण या फंगल इन्फ़ेक्शन से रक्षा करते हैं। किसी प्रकार का भी  कोई संक्रमण हो, तो नीम की पत्तियों को पीसकर लगाने से  और खाने से ,इस समस्या से छुटकारा मिल जाता है।

सहजन -  शक्ति का भंडार  सहजन में सभी प्रकार के विटामिन्स और खनिज लवण पाए जाते है, सहजन की पत्तियों का पाउडर बनाकर खाने से 300 प्रकार की बीमारियाँ ठीक होती है |  
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  प्रयोग विधि 
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सहजन पत्ती , अमरबेल , गिलोय की पत्ती , नीम की पत्ती , पारिजात के फ़ूल को बराबर मात्रा में लेकर उन्हें अच्छी तरह धो ले, फिर छाया में सुखाकर , पाउडर बना  ले,और सुबह शाम आधा आधा चम्मच गुनगुने पानी से  ले | 
इससे आपकी रोग प्रतिरोधक शक्ति बढ़ेगी , और भले ही कोरोना आप तक न पहुँचे , पर आप जरूर अनेक वर्षों तक अनेक बिमारियों से मुक्त हो जायेगें | 


सावधानिया - ========
1  सात साल से कम आयु  के बच्चे ,गर्भवती माताएं , और दूध पिलाने वाली माताएं  इसका प्रयोग करें  |
 2  कम मात्रा में ही प्रयोग करे | {सिर्फ आधा चम्मच एक बार  में }
   
अगर आपको यह सभी चीजें नहीं मिलती तो त्रियोग वटी  नाम से उपलब्ध है | 


त्रियोग  वटी - ===========नीम वाली गिलोय , अमरबेल, सहजन पत्ती , पारिजात फूल ,को मिलाकर तैयार की गयी अद्भुत जड़ी बूटी है, जो अनेक बीमारियों से मुक्ति दिलाने के साथ ही आपकी रोग प्रतिरोधक शक्ति में वृद्धि करती है |