दुनिया की अनदेखी तस्वीरें / सुपर पावर अमेरिका से लेकर सबसे गरीब देश कांगो तक बस कोरोना पर काबू पाने की जद्दोजहद; कहीं कब्रें खोदी जा रहीं, तो कहीं हेल्थ वर्कर्स के लिए तालियां बज रहीं

दुनिया की अनदेखी तस्वीरें / सुपर पावर अमेरिका से लेकर सबसे गरीब देश कांगो तक बस कोरोना पर काबू पाने की जद्दोजहद; कहीं कब्रें खोदी जा रहीं, तो कहीं हेल्थ वर्कर्स के लिए तालियां बज रहीं




  • तस्वीर दक्षिण कोरिया की राजधानी सियोल की है। यहां बसंत का मौसम आ गया है। सड़कों के किनारे चेरी ब्लॉसम(फूल) भी खिल गए हैं।तस्वीर दक्षिण कोरिया की राजधानी सियोल की है। यहां बसंत का मौसम आ गया है। सड़कों के किनारे चेरी ब्लॉसम(फूल) भी खिल गए हैं।





  •  कोरोनावायरस की चपेट में दुनिया के 185 देश, 4 अरब से अधिक आबादी लॉकडाउन है

  • 1 करोड़ से ज्यादा लोग होम क्वरैंटाइन हैं, 1000 से ज्यादा छोटे-बड़े शहर हॉट स्पॉट बने


नई दिल्ली. कोरोनावायरस, कोविड़-19, लॉकडाउन, क्वरैंटाइन, आइसोलेशन, हॉट स्पॉट। ये चंद शब्द, चंद दिनों पहले ही चर्चा में आए और देखते ही देखते हर एक जुबान पर छा गए। आज दुनिया का हर एक इंसान इन शब्दों को या तो सुन चुका है या फिर इनसे वाकिफ हो चुका है। या यूं कहें हमारी पूरी दुनिया ही इन शब्दों के इर्द-गिर्द सिमट गई है। कोरोना की चपेट में दुनिया के 185 देश हैं। 4 अरब से अधिक आबादी लॉकडाउन है। तकरीबन 1 करोड़ से ज्यादा लोग होम क्वरैंटाइन हैं। 22 लाख से ज्यादा आबादी आइसोलेशन में है। 1000 से ज्यादा छोटे-बड़े शहर हॉट स्पॉट बन चुके हैं।
दुनिया की सुपर पावर अमेरिका से लेकर सबसे गरीब देश कांगो और मोजांबिक तक हर कोई बस कोरोना पर काबू पाने के जद्दोजहद में जुटे हैं। कोरोना को आए 118 दिन से ज्यादा का वक्त गुजर चुका है, लेकिन डर का वायरस अभी भी आसमान पर छाया हुआ है। यह गरज भी रहा है और बरस भी रहा है। इस कोरोना सुनामी के बीच कहीं मृतकों को दफनाने के लिए कब्रें खोदी जा रही हैं, तो कहीं हेल्थ वर्कर्स का हौसलाअफजाई के लिए तालियां बज रही हैं, तो कहीं खाने के लिए रोटी भी तलाशी जा रही है। इस सबके बीच जिंदगी के तौर-तरीकों में बदलावों की बयार भी बह रही है।


चुनिंदा तस्वीरों के जरिए देखिए- पिछले 15 दिनों में दुनिया के रंग-ढंग कैसे रहे, लॉकडाउन के बीच दुनिया कैसे दिख रही और क्या कर रही है


1. अमेरिका: दुनिया के सबसे शक्तिशाली देश में सबसे बुरे हालात
अमेरिका में अब तक कोरोना के 7 लाख से ज्यादा केस आ चुके हैं। 37 हजार से ज्यादा मौतें हो चुकी हैं। 2 करोड़ से ज्यादा लोग बेरोजगार हो चुके हैं। युवा, बुजुर्गों से ज्यादा चिंतित हैं। अस्पतालों में मरीजों को भर्ती करने की जगह नहीं है। कब्रिस्तानों में मृतकों को दफनाने के लिए जगह नहीं है। इस सबके बीच कुछ बची है तो वो है उम्मीदें।



काम के साथ इमोशन भी- तस्वीर मैनहटन के एनवाईयू लैंगोन मेडिकल सेंटर के बाहर की है। मेडिकल वर्कर काम और गम के बीच आंसू पोंछ रही है। दरअसल, यहां रोजाना शाम 7 बजे पुलिस और अन्य सरकारी विभाग के कुछ कर्मचारी हेल्थ वर्कर को चीयर करने आते हैं। ताकि उनका दर्द कुछ हल्का हो सके।



जलवायु परिवर्तन भी जारी- तस्वीर वॉशिंगटन की है। यहां कोरोनावायरस के साथ लोग जलवायु परिवर्तन का भी सामना कर रहे हैं। समुद्र के बढ़ते जलस्तर के चलते लोग घर छोड़ने को मजबूर हो रहे हैं। यहां आसपास के गांवों में पानी भर गया है। इन गांवों में जनजातियां रहती हैं, जो अब घर छोड़कर ऊंची जगहों पर शरण लेने को मजबूर हैं।



महामारी के साथ आपदा भी- तस्वीर अमेरिकी प्रांत लुइसियाना की है। यहां ईस्टर के अगले दिन आए तूफान में बड़ी संख्या में लोगों के घर उजड़ गए हैं। ऐसे में लोगों को कोरोना के साथ प्राकृतिक आपदा से भी लड़ना पड़ रहा है।



प्यार और सेफ्टी- न्यूयॉर्क के रहने वाले हाशिम हेल्थ वर्कर हैं। वह न्यूयॉर्क के ही एक अस्पताल में इन दिनों तैनात हैं, ऐसे में कभी-कभी बेटी से मिलने घर आते हैं। सोशल डिस्टेंसिंग मेनटेन करने के लिए वो बेटी को कांच की खिड़की के बाहर से ही हाय करते हैं और फिर अस्पताल लौट जाते हैं।



सोशल डिस्टेंसिंग, इमोशनल नहीं- तस्वीर न्यूयॉर्क शहर की है। यहां लोग कोरोनावायरस से बचने के लिए सोशल डिस्टेंशिंग को किस तरह मेनटेन कर रहे, इसका उदाहरण इस तस्वीर से बेहतर और कुछ नहीं हो सकता है। यहां फेलिक्स और उसकी मां नाओमी हसब्रोबेक ने अपनी बहन के बच्चे को पहली बार एक ग्लास दरवाजे के जरिए देखा। बहन घर के बाहर से ही वापस चली गई।



भूख और लाचारी सब पर भारी- 50 साल की जुआना गोमेज लॉस एंजिल्स की रहने वाली हैं। वह यहां एक फूड बैंक के सामने खाने का पैकेट लेने के लिए लाइन में लगी हैं। कहती हैं कि मेरे पति की जॉब चली गई है, मेरे छह बच्चे हैं, उन्हें अब खाना खिला पाना भी मेरे लिए मुश्किल हो रहा है।



इंतकाम की जगह- न्यूयॉर्क सिटी में प्रशासन ने हार्ट आईलैंड में कब्र खोदने के लिए मजदूरों को हायर किया हुआ है। न्यूयॉर्क में रोजाना कोरोना से मरने वालों की संख्या दुनिया में सबसे ज्यादा है। यहां अब तक 10 हजार से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है।



योद्धाओं को सलाम - वॉशिंगटन स्थित हार्बर व्यू मेडिकल सेंटर ने कोरोनावायरस के इलाज में तैनात हेल्थ वर्कर्स के पोट्रेट फोटो का एक कोलॉज जारी किया। इसमें सभी मुस्कुराते हुए नजर आ रहे हैं। ऐसा दुनिया के कई और हॉस्पिटल भी कर रहे हैं, ताकि लोग इन वर्कर्स को सैल्यूट कर सकें।



जद्दोजहद- तस्वीर लॉस एंजिल्स की है, यहां एक नाविक मरीज को इलाज के लिए जहाज से उतार रहा है। इसके बाद उसे हॉस्पिटल ले जाया गया।



बर्थ-डे वाली खुशी- लॉस एंजिल्स की ही रहने वाली लिली हायनेस ने इस बार घर के बालकनी में अपना 16वां जन्मदिन मनाया। उनके दोस्त घर के बाहर खड़े होकर ताली बजा रहे थे और गुब्बारे उड़ा रहे थे। बगल में मां मोबाइल से फोटो ले रही थीं।



फैशन का जलवा कायम- तस्वीर सैन फ्रांसिस्को स्थित गोल्डन गेट ब्रिज के सामने की है। यहां सूपर मून नाइट में मॉडल एमिली रिनाल्डो ने फोटो शूट करवाया।



जिंदगी खूबसूरत है- लॉस एंजिल्स में डांस इंस्ट्रक्टर मोरेगन जेनकिंस ने वॉल पेंटिंग के सामने वीडियो बनाया। लॉकडाउन के बावजूद जिंदगी कितनी खूबसूरत है, जेनकिंस इसे लेकर इन दिनों अलग-अलग जगहों पर वीडियो शूट कर रहे हैं।
2. चीन: कोरोना का लॉकडाउन हटा, लेकिन इकोनॉमी लॉक
कोरोनावायरस के उत्पादक देश चीन के भी बुरे हाल हैं। यहीं के वुहान शहर से 31 दिसंबर 2019 की रात में कोरोना का पहला केस आया था। उस वक्त दुनिया नए साल के वेलकम में जुटी थी और चीन कोरोना को संभालने में जुटा था। आज 2020 सदी का सबसे यादगार साल बन गया है। खैर, अब चीन ने कोरोना पर लगभग काबू पा लिया है। वह दुनिया को कोरोना से बचाने के लिए जरूरी उपकरण और सामान बेंच रहा है। वहां लॉकडाउन भी हट गया है। इस सबके बीच उसकी इकोनॉमी 40 साल की सबसे बड़ी गिरावट भी दर्ज की गई है। ऐसे में वह इकोनॉमी के साथ कोरोना मृतकों के आंकड़ों का गियर भी शिफ्ट करने में जुटा है।



शादियों का मौसम शुरू: तस्वीर वुहान की है। जहां से कोरोनावायरस दुनिया में फैलना शुरू हुआ। वहां 76 दिनों बाद लॉकडाउन खत्म हो चुका है। ऐसे में शादियों का दौर एक बार फिर शुरू हो गया है। लोग सड़कों पर भी फोटो शूट करवा रहे हैं।



बचपन वाली खुशी- लॉकडाउन हटने के बाद चीन में पार्क भी खुल गए हैं। ऐसे में बच्चे दोबारा पार्कों में जाना शुरू हो गए है। तस्वीर वुहान की है, यहां बच्ची काफी दिनों बाद साइकिल चलाने घर से बाहर निकली, लेकिन मास्क पहनना नहीं भूली।



लेट नाइट वाली जिंदगी- तस्वीर वुहान शहर की है। यहां 76 दिन बाद लॉकडाउन खुला तो शहर में नाइट लाइफ फिर से जिंदा हो उठी। लोग अब रात में भी शहर में घूमने के लिए बाहर निकल रहे हैं।


3. ब्राजील: नया हॉट स्पॉट, रोजाना एक हजार से ज्यादा केस आ रहे
ब्राजील में कोरोना देर से पहुंचा, लेकिन अब आफत बनकर बरस रहा है। रोजाना तकरीबन एक हजार नए केस आ रहे हैं। ब्राजील में अब तक 34 हजार से ज्यादा कोरोना केस आ चुके हैं। जबकि दो हजार से ज्यादा लोगों की जान चुकी है।



जनाजे की जमीन- यह तस्वीर ब्राजील के साओ पाउलो शहर की है। यहां कोरोना मृतकों को दफनाने के लिए सबसे बड़ा कब्रिस्तान बनाया जा रहा है। एक साथ हजारों कब्रें खोदी जा रही हैं। कब्र खोदने वाले मजदूरों को प्रोटेक्टिव कपड़े भी दिए गए हैं।


4. ईरान: एशिया में कोरोना से सबसे ज्यादा मौतें यहीं हुई हैं
कोरोना चीन के बाद जिन देशों में सबसे पहले पहुंचा, उनमें ईरान भी है। चीन के हालत तो काफी सुधर गए, मगर ईरान में अभी भी बर्बादी का आलम है। यहां अब तक 80 हजार कोरोना केस आ चुके हैं। 4900 से ज्यादा लोगों की जान गई है। हालांकि सरकार ने लॉकडाउन में कुछ शर्तों के साथ ढील भी दी है। आधे से ज्यादा सरकारी कर्मचारी काम पर वापस आ गए हैं। शनिवार को तेहरान से लॉकडाउन हटा लिया गया।



सुकून की तलाश में - तस्वीर ईरान की राजधानी तेहरान की है। यहां 28 साल की म्यूजिशियन मोजगान हुसैनी एक महीने से ज्यादा वक्त से घर में कैद हैं। ऐसे में वे तनाव को कम करने और प्रैक्टिस को बनाए रखने के लिए रोजाना शाम को घर की छत क्वानुन बजाती हैं। यह प्राचीन ईरानी वाद्य है। हुसैनी और अन्य ईरानी म्यूजिशियन को उम्मीद है कि वे जल्द फिर से परफार्मेंस कर पाएंगे।


5. मैक्सिको: मजदूरों के सामने कोरोना के साथ खाने का संकट खड़ा


देश में 6 हजार से ज्यादा केस आ चुके हैं। 550 से ज्यादा लोगों की जान चुकी है। कारखानों में काम बंद हो चुका है, माइग्रेंट मजदूरों के सामने कोरोना और खाने दोनों का संकट खड़ा है।



रोजी-रोटी के साथ स्क्रीनिंग भी जरूरी- तस्वीर मैक्सिको के मैटामोरोस की है। यहां ग्लोबल रिस्पांस मैनेजमेंट का मेडिकल स्टॉफ माइग्रेंट लोगों की स्क्रीनिंग कर रहा है। ताकि कोरोना मरीजों का पता चल सके। यहां अमेरिका-मैक्सिको बॉर्डर पर करीब 2000 माइग्रेंट्स रह रहे हैं।


6. इजराइल: सरकार कोरोना से और लोग सरकार से जूझ रहे
इजरायल में अब तक कोरोना के 12,982 केस आए हैं। 191 लोगों की जान भी जा चुकी है। सरकार कोरोना से जूझ रही है, तो लोग सरकार से जूझ रहे हैं। प्रधानमंत्री बेंजामिन नेत्नयाहू के विरोध में देशभर में सड़कों पर प्रदर्शन चल रहा है।



बागों में बहार है- दक्षिणी इजराइल के किब्बुत्ज निर यीतझाक में बगीचे से फूल तोड़ती महिला। यह इलाका फिलिस्तीन की गाजा पट्‌टी से सटा हुआ है। यहां हमास के लड़ाके अक्सर हथगोले फेंकते रहते हैं।


7. रूस: कोरोना के खतरे से शुरू में बेपरवाह रहा रूस अब पूरी तरह से लॉक
रूस में भी अब तेजी के साथ कोरोनावायरस फैल रहा है। रोजाना 2000 से ज्यादा केस आ रहे हैं। अब तक 32 हजार से ज्यादा केस आ चुके हैं। सबसे ज्यादा प्रभावित मॉस्को है, शायद इसीलिए राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने सुरक्षित पनाह ढूंढ़ते हुए शहर से बाहर अपने दूसरे घर पर चले गए हैं। रूस शुरू में कोरोना के खतरे से बेपरवाह था। लेकिन अब देश में लॉकडाउन लगा दिया गया है।



विक्ट्री के लिए- तस्वीर रूस के येकातेरिनबर्ग की है। एक रूसी सैनिक मास्क पहनकर मिलिट्री वाहन से बाहर निकल रहा है। सैनिक विक्ट्री डे परेड की रिहर्सल कर रहे थे।


8. ब्रिटेन: जनता कोरोना से सिर्फ डरी, पर प्रधानमंत्री बोरिस और प्रिंस चार्ल्स के कोरोना पॉजिटिव होने से सदमे में पहुंच गई
ब्रिटेन में कोरोना के अब तक 1 लाख से ज्यादा केस आ चुके हैं, 14 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन तो वेंटिलेटर तक पहुंच गए। प्रिंस चार्ल्स भी कोरोना पॉजिटिव पाए गए। ऐसे में कोरोना से डरने वाला आम आदमी अब सदमे में पहुंच चुका है। देश में कोरोना का फैलाव अभी जारी है।



इत्मिनान में जिंदगी- तस्वीर लंदन की है, यहां एक महिला घर के बाहर बैठकर कुछ पढ़ रही है। ब्रिटेन में कोरोनावायरस के केस लगातार बढ़ रहे हैं। देश में अब तक एक लाख से ज्यादा केस आ चुके हैं। जबकि 14 हजार ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है।



चांदनी रात- पिंक सुपरमून लंदन में कुछ इस तरह दिखा। यह 2020 का सबसे बड़ा सूपरमून था।



बदलावों के दौर में जिंदगी- लंदन में घरों की बालकनी में लोग एक साथ वर्कआउट कर रहे हैं।


9. कनाडा: 32 हजार केस आ चुके हैं, 1300 की जान जा चुकी है
देश में कोरोना के अब तक 32 हजार से ज्यादा केस आ चुके हैं। 1300 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो की पत्नी भी कोरोना संक्रमित हो चुकी हैं।



धुंधली उम्मीदें- तस्वीर कनाडा के क्यूबेक की है। हेरॉन में घर के बाहर किसी को जाते हुए देखकर महिला हाथ हिला रही है। यहां काफी सख्त लॉकडाउन लागू है, क्योंकि 31 मार्च के बाद से 31 लोगों की जान जा चुकी है।


10. स्पेन: दुनिया में सबसे ज्यादा 15 हजार हेल्थ वर्कर्स यहीं पर कोरोना से संक्रमित हुए हैं
अमेरिका के बाद कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित देश स्पेन है। यहां अब तक 1.90 लाख से ज्यादा केस आ चुके हैं। 20 हजार से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है। दुनिया में कोरोना से सबसे ज्यादा हेल्थ वर्कर्स स्पेन में ही संक्रमित हुए हैं। इनकी संख्या 15 हजार से ज्यादा है। यह कुल संक्रमितों का 14 फीसदी है। ये सभी हेल्थ वर्कर्स सेल्फ आइसोलेशन में हैं।



साथी के साथ छोड़ने का गम- तस्वीर स्पेन के लेगेंस स्थित सेवेरो ओचोआ अस्पताल के बाहर की है। यहां तैनात हेल्थ वर्कर एस्टेबन की कोरोना से मौत हो गई। उसे श्रद्धांजलि देने के लिए साथी हेल्थ वर्कर्स ने शोकसभा की। इस दौरान साथी उसकी याद में रोते भी दिखाई दिए।



हौसला बढ़ाने की बारी- तस्वीर स्पेन के मैड्रिड शहर की है। यहां लोग रोजाना शाम को घरों की बालकनियों में निकलकर हेल्थ वर्कर्स के लिए ताली बजाते हैं।
11- जर्मनी: कोरोना के साये में वसंत का मौसम



लव इन कोरोना टाइम- जर्मनी में कोरोनावायरस के साये के बीच वसंत का मौसम आ गया है। बगीचों में फूल खिल गए हैं, लेकिन सड़कों और बाजारों में छिपे हुए वायरस की दहशत कायम है। ऐसे में कुछ लोग कोरोना के बावजूद खुद घर से बाहर निकलने से नहीं रोक पा रहे हैं। यह तस्वीर बर्लिन के ट्रेपटो जिले की है। कपल मास्क पहनकर फूलों के बगीचे में पहुंचा हुआ है। जर्मनी में कोरोना के अब तक 1.41 लाख केस आ चुके हैं। चार हजार तीन सौ से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है।


12. इटली- तबाही का आलम जारी, 500 से ज्यादा मौतें अभी भी रोज हो रही हैं
चीन के बाद इटली दुनिया में कोरोनावायरस का सबसे बड़ा हॉट स्पॉट बना। उत्तरी इटली इस वायरस से पूरी तरह तबाह हो चुका है। अब तक यहां 1.72 हजार केस आ चुके हैं, 22 हजार मौतें हो चुकी हैं। अभी रोजाना तकरीबन 500 से ज्यादा मौतें हो रहीं।



काम के बीच आराम के पल- तस्वरी इटली के तुरिन की है। यहां रेडक्रास सोसाइटी के वॉलंटियर भी कोरोना से बचाव में इटली के हेल्थ वर्कर्स की मदद कर रहे हैं। तस्वीर में आराम करता हुआ व्यक्ति रेडक्रास का वॉलिंटियर है।


13. बेलारूस: यहां लोगों ने ईस्टर चर्च के बजाय मैदानों में सेलिब्रेट किया



त्योहारों का तरीका भी बदला- दुनिया भर में इस बार ईस्टर का त्योहार सादगी के साथ मनाया गया। ऐसी ही एक तस्वीर बेलारूस में देखने को मिली, यहां लोगों ने चर्च की बजाय खुले मैदान में ईस्टर मनाया। कैथोलिक पादरी ने लोगों को अंडे, केक और पवित्र जल दिए। यहां 4,779 से ज्यादा कोरोना केस अब तक आए हैं। 42 लोगों की मौत हुई है।


14. आयरलैंड: लोग हेल्थ वर्कर्स के लिए बालकनी में खड़े होकर रोज ताली और थाली बजाते हैं



हौसलाअफजाई- तस्वीर उत्तरी आयरलैंड के बेलापास्ट की है। यहां एनएचएस के हेल्थ वर्कर्स की तारीफ में लोग रोज घरों की बालकनी में खड़े होकर ताली और बर्तन बजाते हैं। देश में अब तक 13 हजार से ज्यादा केस आए हैं। 500 लोगों की मौत हो चुकी है।


15. इंडोनेशिया: हेल्थ वर्कर्स को शुक्रिया बोलने के लिए होटल ने लाइटिंग से कमरों में दिल बनाया



दिल से शुक्रिया- तस्वीर इंडोनेशिया की है। यहां बोगोर स्थित 101 नाम के होटल ने अपने कमरों में लाइटिंग के जरिए दिल बनाकर हेल्थ वर्कर्स को शुक्रिया बोला। देश में 6 हजार से ज्यादा केस आए हैं, 500 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है।


16. ग्रीस: एथेंस की सड़कों पर बस परिंदे ही उड़ रहे



परिंदों वाला चौक- तस्वीर ग्रीस के एथेंस स्थित कोत्जिआ स्क्वेयर की है। लॉकडाउन के चलते यहां आजकल सिर्फ परिंदे ही उड़ रहे हैं। देश में अब तक दो हजार से ज्यादा केस आए हैं। 40 से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है।



 

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