दो मादा बाघ शावक को  बांधवगढ़ क्षेत्र में छोड़ा


- एक ग्रामीण की ली थी जान

जागरण, उमरिया। संजय धुबरी टाइगर रिजर्व सीधी के बफर जोन में सक्रिय दो मादा बाघ शावकों को सोमवार दोपहर बांधवगढ़ के बहेरहा स्थित एंक्लोजर में डाल दिया गया है। इन दोनों मादा बाघ शावकों को रविवार शाम संजय धुबरी के बफर जोन से रेस्क्यू किया गया था। यह दोनों बाघ शावक लगभग डेढ़ वर्ष की हैं।
2 दिन पहले इन बाघ शावकों ने संजय धुबरी टाइगर रिजर्व के बफर क्षेत्र में स्थित ग्राम कोयलारी ब्योहारी में एक ग्रामीण पर हमला कर दिया था। महुआ बीनने के लिए गए इस ग्रामीण पर हमला करने के बाद इन दोनों मादा बाघ शावकों ने उसके शरीर का काफी सारा हिस्सा खा लिया था। इसकी वजह से क्षेत्र में आक्रोश पनपने लगा था।
भोपाल से मिला आदेश
इन दोनों मादा बाघ शावकों के बारे में मुख्य वन अभिक्षक मध्य प्रदेश से आदेश मिलने के बाद इन्हें रेस्क्यू किया गया और बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में लाकर बाड़े में छोड़ दिया गया। यह दोनों मादा बाघ शावक तब तक बाड़े में रहेंगे, जब तक कि पूरी तरह से व्यस्क नहीं हो जाते और इनके स्वभाव में परिवर्तन दिखाई नहीं पडऩे लगता। इस बारे में बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के फील्ड डायरेक्टर विंसेंट रहीम ने बताया कि इन दोनों बाघ शावकों को बहेरहा स्थित बड़ा क्रमांक 2 और 3 में रखा गया है। इन्हें बाड़े में छोडऩे के दौरान सहायक संचालक धमोखर आरएन चौधरी, रेंजर मगधी, धमोखर, सहायक वन्यजीव सर्जन डॉक्टर अभय सिंह सेंगर सहित कई लोग उपस्थित थे।


Popular posts
आत्मनिर्भर पैकेज का चौथा चरण / केंद्र शासित राज्यों में बिजली कंपनियों का निजीकरण होगा, लगाए जाएंगे स्मार्ट प्री-पेड मीटर
मिलावटखोरों को मिले फांसी की सजा : प्रद्युम्न सिंह
Image
कोरोना इफेक्ट / एमिरेट्स एयरलाइंस ने 600 पायलटों और 6500 केबिन क्रू को निकाला, सितंबर तक कर्मचारियों की सैलरी में 50% कटौती जारी रहेगी
IIT गांधीनगर की रिसर्च / भारत में नाले के गंदे पानी में कोरोनावायरस होने के प्रमाण मिले, देश में इस तरह की यह पहली रिसर्च हुई
अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव / अश्वेतों की नाराजगी भुनाने में जुटे डेमोक्रेटिक उम्मीदवार जो बिडेन, युवाओं को लुभाने के लिए डिजिटल कैंपेन भी चलाएंगे