दतिया में सीमा पर यूपी पुलिस ने 1200 मजदूरों को सात घंटे रोका


- मजदूरों ने लगाया जाम, बाद में एक-एक कर जाने दिया

 दतिया। झांसी में कोरोना पॉजिटिव मिलने के बाद दतिया से सटी उत्तर प्रदेश की सीमा पर वहां की पुलिस ने सख्ती बढ़ा दी है। सोमवार सुबह जिगना क्षेत्र के अंतर्गत जौहरिया गांव के हाइवे पर 1200 से अधिक मजदूरों को उत्तर प्रदेश में घुसने से रोक दिया गया। नाराज मजदूरों ने जाम लगा दिया। सूचना मिलने पर दतिया कलेक्टर रोहित सिंह व अन्य पुलिस कर्मचारी मौके पर पहुंचे। उत्तर प्रदेश के अधिकारियों से बातचीत के बाद मजदूरों को एक-एक कर वहां से जाने दिया गया। इस दौरान करीब सात घंटे तक मजदूर परेशान होते रहे।
सोमवार सुबह करीब छह बजे से दतिया सीमा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले जौहरिया गांव के पास सिकंदरा सीमा पर मजदूर पहुंचने लगे थे। ये मजदूर बाहर से अपने-अपने साधनों से यहां पहुंचे थे। गांव की सीमा से ही उत्तर प्रदेश की सीमा लगी है। वहां पुलिस ने मजदूरों को रोका तो हाइवे पर जाम की स्थिति उत्पन्न हो गई। 100 से अधिक छोटे-बड़े वाहनों में 1200 से अधिक मजदूरों ने हाइवे पर ही डेरा डाल लिया।
दतिया कलेक्टर रोहित सिंह, जिगना थाना प्रभारी रविंद्र शर्मा आदि ने उत्तर प्रदेश के अधिकारियों से बात की। इसके बाद पुलिस ने मजदूरों की सूची बनाई और उन्हें उनके ही वाहनों से उप्र रवाना किया गया। सुबह के समय ग्वालियर-झांसी हाइवे पर चिरुला सीमा पर भी करीब 400 मजदूरों को उत्तर प्रदेश में प्रवेश से रोक रखा था। जब इन लोगों को यह सूचना मिली कि जौहरिया गांव से होते हुए उत्तर प्रदेश की सीमा में प्रवेश दिया जा रहा है तो यह लोग अपने वाहनों से जौहरिया गांव पहुंच गए। ये मजदूर मुंबई, नागपुर, धौलपुर आदि जगहों से यहां तक पहुंचे थे। ये मजदूर उत्तर प्रदेश के झांसी, सिद्धार्थ नगर, प्रयागराज, कानपुर, तालबेहट के अलावा बिहार के रहने वाले बताए गए हैं।
इनका कहना है
बाहर से आए मजदूरों को उत्तर प्रदेश पुलिस की ओर से प्रवेश नहीं दिया गया था। उत्तर प्रदेश प्रशासन से बातचीत की गई। अधिकारियों ने सभी मजदूरों की सूची बनाई और उन्हें भोजन कराकर रवाना किया। कुछ लोगों को चिरुला सीमा पर भी रोका गया था, लेकिन बाद में उन्हें भी वाहनों से रवाना किया गया।
- रोहित सिंह, कलेक्टर, दतिया