बड़ा ख़ुलासा : -
*कोरोना महामारी के लिए काल थे कमलनाथ : अभय दुबे*
भोपाल, 18 अप्रैल 2020
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के नेशनल मीडिया कॉर्डिनेटर अभय दुबे ने जारी अपने एक बयान में कहा कि मध्यप्रदेश का सौभाग्य था कि उसे एक ऐसा मुख्यमंत्री मिला था जो भविष्यदृष्टा होने के साथ साथ मध्यप्रदेश का भाग्य विधाता भी था, यूँ ही कमलनाथ जी की गिनती विश्व के सर्वश्रेष्ठ नेताओं में नहीं होती ।
हम ये जानकर हतप्रभ हैं कि कमलनाथ जी ने जनवरी माह में ही न सिर्फ़ कोरोना महामारी की भयावहता का मूल्याँकन कर लिया था, अपितु इस महामारी से निपटने की युद्ध स्तर पर तैयारी भी प्रारंभ कर दी थी ।
*आइए सिलसिलेवार जानते हैं :*
*अ) 28 -जनवरी 2020 को कोरोना की कमलनाथ सरकार की पहली तैयारी :*
1) 28 जनवरी को कमलनाथ सरकार ने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी इंदौर और भोपाल को अवगत कराया कि चीन , जापान ,थाईलैंड इत्यादि कोरोना वायरस प्रभावित देशों से आने वाले यात्रियों का मेडिकल ऑफिसर के माध्यम से स्वास्थ्य परीक्षण किया जाए ।
2) बुखार , सर्दी-खाँसी होने पर उसकी रोकथाम की जाए और राज्य सर्विलेंस इकाई को अनिवार्य रूप से सूचित किया जाए ।
3)साथ ही समूचे मध्यप्रदेश के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी तथा समस्त सिविल सर्जन ,सह मुख्य अस्पताल अधीक्षक को नोवल कोरोना वायरस की रोकथाम एवं नियंत्रण के संबंध में अवगत कराया तथा यह भी बताया कि कोरोना वायरस मनुष्य से मनुष्य में संक्रमण फैलने वाला वायरस है ।
4)यह निर्देशित किया गया कि अपने जिले में कलेक्टर की अध्यक्षता में जिला टास्कफोर्स की बैठक कोरोना महामारी के संदर्भ में की जाए ।
5) साथ ही निर्देशित किया कि विदेश से आने वाले यात्रियों को मास्क पहनाएँ और उनसे संपर्क में आते वक्त चिकित्सक एवं पैरामेडिकल स्टाफ PPE किट्स एवं N 95 मास्क का इस्तेमाल करें ।
साथ ही PPE किट्स एवं 95- मास्क पर्याप्त मात्रा में क्रय करने के निर्देश भी दिए गए ।
*ब) 31 जनवरी 2020 की महत्वपूर्ण कार्यवाही :*
1) 31 जनवरी को समूचे प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग को सचेत किया गया कि चीन के हबई राज्य के वुहान शहर में एक नए प्रकार के कोरोना वायरस संक्रमण फैलने से 20 अन्य देश भी संक्रमण से प्रभावित हो चुके हैं । तथा भारत मे भी एक प्रकरण की पुष्टि हो चुकी है ।
2) तथा यह बताया गया कि विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा इसे पब्लिक हेल्थ इमरजेंसी ऑफ इंटरनेशनल कंसर्न घोषित किया गया है ।
3) यह भी निर्देशित किया गया कि चीन से आने वाले सभी यात्रियों को 14 दिन के लिए क्वारंटाइन किया जाएगा ।
4) तथा 15 जनवरी के बाद प्रभावित देशों से आने वाले सभी यात्रियों द्वारा सेल्फ डिक्लेरेशन फॉर्म भरवाया जाए ।
5) बताया गया कि मध्यप्रदेश के चिकित्सालयों में पाॅसिटिव केस प्रबंधन हेतु मॉक ड्रिल कराई जाए ।
6)कोरोना वायरस के लिए होम इसोलेशन गाइडलाइन उपलब्ध कराई जाए ।
7)ग्राम पंचायत स्तर पर आशा वर्कर के द्वारा जनमानस को जानकारी उपलब्ध कराई जाए ।
8) इतना ही नहीं, कोरोना वायरस की जाँच के लिए 12 प्रयोगशाला चिन्हित की गईं ।
*स) 3 फरवरी को मुख्य सचिव की बैठक :*
1) 3 फरवरी को मुख्य सचिव की अध्यक्षता में कोरोना वायरस की रोकथाम हेतु बैठक आयोजित की गई जिसमें सभी प्रमुख सचिव उपस्थित थे । साथ ही सभी संभागीय आयुक्तों , रेंज डीआईजी ,जिलों के कलेक्टर , पुलिस अधीक्षक , आयुक्त नगर निगम इत्यादि को दिशा निर्देश दिए गए ।
2)जिले की स्वास्थ्य क्षमताओं का आंकलन करने के निर्देश ।
3) संभावित मरीजों के होम आईसोलेशन तथा सेंपल भेजने हेतु तैयारी रखने के निर्देश।
4)क्वारंटाइन सेंटर तैयार करने के निर्देश ।
5) उपचार की सुविधाओं की तैयारी तथा संक्रमित व्यक्तियों के संपर्क में आए व्यक्तियों को चिन्हांकित करने के निर्देश ।
*द) 4 फरवरी को नोवल कोरोना वायरस के लिए 104 काल सेंटर को क्रियाशील करने के निर्देश दिए गए ।*
*च) 5 मार्च मुख्यमंत्री कमलनाथ जी ने पुनः कमर कसी ।*
1) 5 मार्च को मुख्यमंत्री कमलनाथ जी की अध्यक्षता में कोरोना वायरस महामारी के संबंध में बैठक आयोजित की गई जिसमें स्वास्थ्य मंत्री ,मुख्य सचिव एवं सभी प्रमुख सचिव मौजूद थे ।
2) मुख्यमंत्री जी ने स्वास्थ्य विभाग और सभी जिलों को कोरोना महामारी की रोकथाम के लिए निर्देशित किया ।
*छ) 13 मार्च मुख्यमंत्री कमलनाथ की कोरोना के खिलाफ़ निर्णायक लड़ाई ।*
1) 13मार्च को मुख्यमंत्री कमलनाथ जी ने पुनः सारे वरिष्ठ अधिकारियों की एक व्यापक मीटिंग लेकर बताया कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने संसद में जनसमूहों और अनावश्यक यात्रा पर रोक लगाने की सलाह देने के बात कही है ।
2)इस मीटिंग में विभिन्न राज्यों की तर्ज पर सामूहिक समारोह पर रोक लगाना , शॉपिंग मॉल , सिनेमा हाॅल , स्कूल कॉलेजों को बंद करने पर विमर्श किया गया ।
3)महामारी के लिए वेन्टीलेटर्स जैसे ज़रूरी उपकरणों के संदर्भ में भी चर्चा की गई ।
4)बाज़ार में फेस मास्क की कमी के चलते हथकरघा विभाग को मास्क तैयार करने के निर्देश ।
5)इस मीटिंग के प्रमुख निर्णय : स्कूलों कॉलेजों को स्थगित करना , सिनेमाघरों को बंद करना , कर्मचारियों की बायोमेट्रिक उपस्थिति को स्थगित करना , धार्मिक और सार्वजनिक समारोहों को स्थगित करना ।
6) मध्यप्रदेश के पड़ोसी राज्यों पर महामारी को लेकर निगाह रखना ।
7) महामारी की रोकथाम के लिए पर्याप्त धनराशि की उपलब्धता सुनिश्चित करना ।
अर्थात् एक तरफ मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ जी निरन्तर महामारी से युद्ध स्तर पर लड़ने की तैयारी कर रहे थे और दूसरी ओर भारतीय जनता पार्टी कमलनाथ सरकार को अस्थिर कर मध्यप्रदेश को महामारी की आग में झोंकने में व्यस्त थी ।