तीन डिग्री तापमान के बीच युवाओं में दिखा देश सेवा का जुनून


शिवपुरी। जिले में हाड़ कंपाने वाली सर्दी का सिलसिला जारी है। रात १२ बजे चलने वाले सेना भर्ती प्रक्रिया में ३ डिग्री न्यूनतम तापमान के बीच देश सेवा के जुनून लिए सैकड़ों युवा परीक्षा के दौर से गुजरे। कुछ युवा दांत किटकिटाते दिखे तो कुछ कांपे भी, लेकिन दमखम दिखाने में कोई पीछे नहीं रहा। इस बीच व्यवस्था में सेनाधिकारियों के साथ प्रशासनिक अधिकारी भी मुस्तैद रहे। जब एसपी ने सर्दी को देखते हुए सेनाधिकारियों को दिन में भर्ती प्रक्रिया पूरी करने का सुझाव दिया तो सेनाधिकारियों ने भी कह दिया कि सियाचीन-लद्दाख के लिए भी जवान तैयार करने हैं। शुक्रवार को ४०१० कुल प्रतियोगियो में से ३४० का चयन कर लिया गया।
सर्दी के बीच रात को हो रही चयन प्रक्रिया के दौरान सेना और स्थानीय जिला प्रशासन के बीच एक रोचक प्रसंग हुआ। जब सर्दी को देखते हुए एसपी राजेश चंदेल ने सेना अधिकारियों से कहा कि सर्दी रात को अधिक रहेगी, अगर दिन में भर्ती कराई जाए तो उचित रहेगा।
इस पर सेना के अधिकारियों ने मुस्कराते हुए कहा कि हमें सियाचिन, लद्दाख जैसी बर्फीली जगह के लिए जांबाज चाहिए। यह सुनकर एसपी भी मुस्कराकर बोले ये तो आपने बिल्कुल ठीक कहा। जिले के प्रमुख अधिकारी भर्ती के चलते देर रात से सुबह तक जागते रहते हैं।
सुबह जब प्रतियोगी वापस लौट जाते हैं, तब वे दिन में नींद पूरी करते हैं। उस पर भी कार्यालय में बैठक के कारण उन्हें काम पर पहुंचना पड़ रहा है। अपर कलेक्टर आरएस बालोदिया, एएसपी गजेन्द्र कंवर, एसडीओपी शिव सिंह तोमर, फिजिकल थाना प्रभारी सुनील खेमरिया और उनकी टीम, यातायात प्रभारी रणवीर यादव आदि अलसुबह से ही भर्ती स्थल पर तैनात रहते हैं।
दौड़ में दो युवा हुए घायल: एक युवक को दौड़ में गिरने के चलते जिला अस्पताल ले जाना पड़ा, जबकि दूसरे ने रेलवे स्टेशन जाकर आरपीएफ कैंप में प्राथमिक चिकित्सा करवाई। सागर के रहने वाले ओम गौरव पुत्र रतन सिंह के हाथ में चोट लगी, इस पर आरपीएफ के एएसआई प्रकाश सोलंकी ने मरहम पट्टी की। शुक्र रहा कि भर्ती के दौरान सर्दी के बावजूद कोई गंभीर मामला सामने नहीं आया।
आज फिर तीन संदेही प्रतियोगी किए बाहर: शुक्रवार को तीन प्रतियोगी एक बार फिर संदेह के चलते बाहर किए गए। फिजिकल थाना प्रभारी सुनील खेमरिया ने बताया कि इन्हें बार कोड के कारण बाहर किया गया है। अब फिर से बुलाया जाएगा।
सुबह ४ बजे झांसी गई बस का फोड़ा कांच: भर्ती में बाहर किए गए कुछ युवाओं को लेकर एक यात्री बस सुबह ४ बजे शिवपुरी से झांसी रवाना की गई। रास्ते में युवाओं ने किराए को लेकर हंगामा किया। बस के क्लीनर पप्पू ने बताया कि युवक किराया ज्यादा होने की बात कह रहे थे। इसी बात को लेकर बस का कांच फोड़ डाला। स्टाफ के साथ अभद्रता की, हालाकि बस उन युवाओं को गंतव्य तक छोड़कर वापस लौटी। प्रशासन ने पहले ही किराया कम तय किया हुआ है। बसें भी आरटीओ की निगरानी में चलाई जा रही हैं।
पुलिस ने किया लाठी का प्रयोग: भर्ती स्थल के गेट नंबर दो पर कुछ युवकों ने भीड़ जमा कर हंगामा करना शुरू कर दिया। सुबह ७ बजे के लगभग जब युवक तेज आवाज निकालने लगे तो पुलिसकर्मियों ने उन्हें समझाया। जब नहीं माने तो पुलिस ने लाठी के सहारे युवकों को पीछे खदेड़कर उन्हें चुप कराया।
बस के ब्रेक फेल होने से मची खलबली
 गुना जाने वाली बस अचानक स्टार्ट होकर चल पड़ी। चालक ने बताया कि बस के ब्रेक फेल हो गए। आसपास के लोग बस के पहिए के नीचे पत्थर पटककर उसे रोकने का जतन करने लगे, मुश्किल से बस को कंट्रोल किया। सामने से आती ३ महिलाएं बुरी तरह घबरा गई थीं। हालांकि कोई घायल नहीं हुआ।


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