मनाया "श्रीमद भगवद गीता जयंती का पर्व"


नन्हे बच्चो और मातृ शक्ति के साथ बोरवन क्लब ने मनाया "श्रीमद भगवद गीता जयंती का पर्व"।

संत नगर। आज बोरवन क्लब द्वारा भगवान श्री कृष्ण के द्वारा अर्जुन के समक्ष गायी गयी"श्रीमद भगवद गीता" जयंती बड़े उत्त्साह से,नन्हें बच्चों एवं मातृ शक्ति के साथ मनाई गई।

   सदस्यों द्वारा  श्रीमद गीता जी को पुष्पांजलि अर्पित कर,18 अध्याय के श्लोक उच्चारित किये गए।

क्लब के संस्थापक: कन्हैया लाल इसरानी ने संबोधन में कैसे अर्जुन के भय को कृष्ण जी ने ज्ञान और कर्म मार्ग से दूर भगाया। कर्म  किये जा फल की इच्छा न कर,गीता सार के इन शब्दों पे जोर देते हुवे,बोरवन क्लब बिना किसी इच्छा और अपेक्षा के कर्म करने में विश्वास रखता है बताया।

वही क्लब अध्यक्ष:जगदीश असवानी जी ने श्रीमद् गीता जी के 18 अध्याय के श्लोको के अर्थ को पढ़ा, बच्चों को धर्म मे रूचि हो,वे हमारे महापुरुषों को जान सके इस पर जोर दिया,और सबको बधाई दी।

  आज के कार्यक्रम में संस्थापक: कन्हैया लाल इसरानी,अध्यक्ष:जगदीश असवानी,उपाध्यक्ष:किशोर आहूजा,हीरो इसरानी,रवि सत्तानी, मातृ शक्ति मीना देवी,कौशल्या देवी आसवानी, बच्चे एवं सदस्यगण सम्मलित हुवे।

"जीवन का ऐसा कोई क्षेत्र नहीं जो गीता ने स्पर्श ना किया हो, जीवन की ऐसी कोई समस्या नहीं जिसका समाधान गीता से न प्राप्त किया जा सके। जीवन जीने की भव्यतम कल्पना का साकार रूप है गीता। गीता अर्जुन के समक्ष अवश्य गाई गई मगर इसका उद्देश्य बहुत दूर गामी था।"