जब बाइक से पहुंचे एसडीएम और खनिज अधिकारी, 18 डंपर जब्त


रेत चोरी रोकने के लिए अपनाया गया नया तरीका, एक जेसीबी भी जब्त 


सीहोर/नसरूल्लागंज
बुधवार-गुरुवार की दरमियानी रात को रेत के अवैध उत्खनन एवं परिवहन पर एसडीएम एवं खनिज अधिकारी के द्वारा बड़ी कार्यवाही करते हुए सफलता हासिल की। वहीं दूसरी ओर एसडीओपी के नेतृत्व में पुलिस ने गोपालपुर मुख्य मार्ग पर बड़ी मात्रा में अवैध तरीके से रेत का परिवहन कर रहे रेत के डंपरों को अपनी गिरफ्त में लिया। अधिकारियों के द्वारा दोनों जगहों पर की गई इस कार्यवाही के दौरान 30 डंपरों को अपनी गिरफ्त में लेकर खड़ा करवाया गया है। अधिकारियों के द्वारा की गई इस कार्यवाही से एक बार फिर स्पष्ट हो गया कि चोरी-छीपे बड़ी मात्रा में रात के समय रेत का अवैध उत्खनन एवं परिवहन भारी मात्रा में जारी है और रेत माफियाओं पर लगाम नहीं लग पा रही। जानकारी के मुताबिक बुधवार रात्रि 12 बजे के बाद एसडीएम केके रावत एवं खनिज अधिकारी आरिफ खान पुलिस एवं अमले के साथ सूचना के आधार पर क्षेत्र के ग्राम डिमावर पहुंचे। जहां उन्हें रेत के भारी मात्रा में अवैध तरीके से उत्खनन किए जाने की सूचना प्राप्त हुई थी। यहां पर पहुंचकर दोनों ही अधिकारियों ने दबिश दी और रेत से भरे हुए 18 डंपरों को अपनी गिर त में लिया। इस दौरान अधिकारियों की टीम को देखकर मौके पर उत्खनन कर रही जेसीबी मशीन चालक लेकर फरार हो गया जिसकी तलाश खनिज अमले के द्वारा की जा रही थी उसे भी देर शाम को अंबा के पास से पकड़ लिया गया। इसके अतिरिक्त तीन अन्य डंपरों भी जप्त किया गया।
15 किलोमीटर मोटरसाइकिल से चलकर पहुंचे अधिकारी : रेत के अवैध उत्खनन पर कार्यवाही करने के लिए एसडीएम केके रावत एवं खनिज अधिकारी आरिफ खान लगभग 15 किलोमीटर का सफर मोटरसाइकिल से तय करने के बाद ग्राम डिमाबर रेत खदान पर पहुंचे और अचानक ही दबिश देकर 18 रेत से भरे डंपरों को अपनी गिर त में लिया। लगातार रेत माफियाओं तक अधिकारियों के द्वारा कार्यवाही किए जाने की सूचना पहले ही पहुंच जाने के चलते दोनों ही अधिकारियों ने यह निर्णय लिया और मोटर साइकिल पर पहुंचकर कार्यवाही को अंजाम दिया।
बंद रेत खदान से हो रहा था अवैध उत्खनन : क्षेत्र के ग्राम डिमावर की रेत खदान बंद थी और इसे खनिज विभाग को ठेकेदार के द्वारा उसकी सुपुर्दगी में दे दिया गया था। इसी बंद रेत खदान से रेत का अवैध उत्खनन मशीन के माध्यम से किया जा रहा था। जो पूरी तरह अवैध था और सरकार को राजस्व का सीधा नुकसान अवैध उत्खनन कर्ताओं के द्वारा पहुंचाया जा रहा था। खनिज अमला जब यहां पर कार्यवाही करने के लिए पहुंचा तो मशीन के माध्यम से रेत उत्खनन कर डंपरों में भरी जा रही थी। अधिकारियों की टीम को देखकर तत्काल जेसीबी चालक मौके से मशीन लेकर फरार हो गया जिसे देर शाम को पकड़ लिया गया।
दलालों के माध्यम से हो रहा था उत्खनन: इस संबंध में खनिज अधिकारी आरिफ खान ने बताया कि रेत की बंद पड़ी खदान डिमावर पर दलालों के द्वारा रेत का उत्खनन मशीन के माध्यम से कराया जा रहा था और इसमें 3 लोगों के नाम भी सामने आए हैं जिनके बारे में जानकारियां जुटाई जा रही है।
रायल्टी होशंगाबाद जिले की रेत उठाई जा रही थी सीहोर जिले से : कार्यवाही के दौरान एसडीओपी प्रकाश मिश्रा के द्वारा गोपालपुर में रेत से भरे हुए जिन 11 डंपरों को पकड़ कर कार्यवाही की है। उसमें रेत सीहोर जिले से उठाई गई थी और रॉयल्टी होशंगाबाद जिले की थी। रायल्टी की जांच के दौरान यह गड़बड़ी सामने आई। रात के समय मंडी, सीलकंठ, सातदेव, छीपानेर मैं डंपरो के माध्यम से जो रेत ले जाई जा रही थी। उनकी रायल्टी होशंगाबाद की थी और रेत क्षेत्र के विभिन्न तटो की थी। इसकी सूचना मिलने पर जब पुलिस के द्वारा कार्यवाही की गई तो यह स्थिति उभरकर सामने आई। इन सभी डंपरों को पुलिस की अभिरक्षा में खड़ा करवाया गया है।
क्या कहते हैं अधिकारी
बंद पड़ी रेत खदान डिमावर से रेत का अवैध उत्खनन किए जाने की सूचना मिलने के बाद एसडीएम केके रावत के साथ लगभग 15 किलोमीटर चलकर मोटर साइकिल के माध्यम से खदान पर पहुंचकर दबिश दी और रेत से भरे हुए 18 डंपरों को अपनी गिरफ्त में लिया। इस दौरान डंपरों का जाम होने के कारण जेसीबी चालक मौके से फरार हो गया। जिसे देर शाम को पकड़ लिया गया और बंद पड़ी रेत खदान से उत्खनन कर रहे लोगों के बारे में भी जानकारियां जुटाई जा रही है। इसके अतिरिक्त गोपालपुर में एसडीओपी के द्वारा जो डंपर पकड़े गए हैं उनकी रॉयल्टी होशंगाबाद की थी और वह रेत क्षेत्र के विभिन्न तटो से ले जा रहे थे। पुलिस के द्वारा यहां पर 12 डंपरों को पकडऩे में सफलता हासिल की है। इस तरह कुल 30 डंपरों पर कार्यवाही की गई है। 
आरिफ खान जिला खनिज अधिकारी, सीहोर