जलती चिता से सिर निकाल रहा था युवक, परिजन ने पकड़ा

दतिया। राजगढ़ दरवाजे पर एक अधेड़ का देहांत हो जाने पर उनका दाह संस्कार नए ताल स्थित श्मशान घाट पर किया गया। रात 12 बजे परिजन पुन: श्मशान घाट पर पहुंचे तो एक युवक जलती हुई चिता पर तांत्रिक क्रिया कर रहा था और चिता के अंदर से सिर निकाल रहा था। तभी परिजन ने पकड़कर डायल-100 को कॉल कर दिया। डायल-100 आरोपी युवक को सीधे कोतवाली ले गई। परिजन ने आरोपी के खिलाफ एक आवेदन भी दिया। जिसके चलते पुलिस ने आरोपी को प्रतिबंधात्मक कार्रवाई कर न्यायालय भेज दिया। मामला रविवार-सोमवार रात का बताया गया।
राजगढ़ चौराहा निवासी गौरव जोशी ने बताया कि उसके बड़े पापा राजाराम जोशी पीतांबरा पीठ के सामने स्थित शनि मंदिर में पूजा अर्चना करते थे। रविवार को शाम अचानक उनका देहांत हो गया। राजाराम का दाह संस्कार हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी के पीछे स्थित नए ताल के श्मशान घाट पर देर शाम किया। दाह संस्कार करने के बाद सभी घर लौट आए। घर पहुंचने पर गौरव से उनके रिश्तेदारों ने कहा कि रात में एक बार श्मशान घाट पर चक्कर लगा आना। रिश्तेदारों के कहने पर गौरव अपने परिवार के कुछ लोगों के साथ रविवार-सोमवार रात 12 बजे नए ताल स्थित श्मशान घाट पर चिता देखने पहुंचे तो अज्ञात युवक सिरहाने बैठकर तांत्रिक क्रिया कर रहा था लकड़ी से चिता कुरेदकर जला हुआ सिर निकाल रहा था। कुछ देर गौरव उसके दोस्त छिपकर देखते रहे। लेकिन जैसे ही अज्ञात युवक सिर उठाकर ले जाने लगा तो गौरव व उसके दोस्तों ने पकड़ लिया। 
यही नहीं पकडऩे के बाद आरोपी ने गौरव व उसके दोस्तों पर भभूत फेंकना शुरू कर दिया। लेकिन उन्होंने छोड़ा नहीं। पूछताछ में आरोपी ने अपना नाम सुनील (22) पुत्र रघुवीर कुशवाहा निवासी मामा का डेरा बताया। जानकारी मिलने पर डायल-100 मौके पर पहुंची। पायलट गौरव दोहरे ने उसे पुलिस के वाहन से कोतवाली पहुंचाकर पुलिस के सुपुर्द कर दिया। टीआई योगेंद्र सिंह दांगी ने बताया कि आरोपी के खिलाफ गौरव जोशी नामक व्यक्ति ने आवेदन दिया था। जिस पर उसके खिलाफ 151 की कार्रवाई कर पेश किया गया है।