छतरपुर। हनीट्रैप मामले में क्राइम ब्रांच की टीम जांच कर रही है। कहा जा रहा है कि छतरपुर में भी आरती दयाल के घर से सबूत इक_ा करने के लिए क्राइम ब्रांच की टीम पहुंची है। आरती की मां खुद को घर में कैद रखी है। वो बता रही है कि पिछले चार-पांच दिनों से चार-पांच लोग हमारे घर आते हैं और दरवाजा खुलवाने की कोशिश करते हैं। पूछने पर कुछ बताते नहीं है। सोमवार को फिर से पांच लोग पहुंचे थे। वह ताला तोडऩे का सामान लेकर आए थे। ताला तोड़कर घर में प्रवेश भी कर गए। उसके बाद वो सीसीटीवी कैमरे के तार काट दिए। कुछ कमरों की तलाश ली। घर में मौजूद एक लड़के ने कहा कि उनलोगों ने मेरी पिटाई की। यह लड़का आरती दयाल की मौसी का बेटा है। हालांकि वे लोग बता नहीं रहे थे कि वो कौन हैं।
आरती की मां ने दी पुलिस को खबर
आरती की मां खुद को एक कमरे में कैद रखी है। उसी कमरे वो लोग घुसने की कोशिश कर रहे थे, बताया जा रहा है कि आरती के कुछ सीडी और हार्डडिस्क उस कमरे में हो सकते हैं। लेकिन घर में घुसे लोगों ने जैसे ही जबरदस्ती शुरू की। वैसे ही आरती की मां ने पुलिस को खबर कर दी। पुलिस की टीम के पहुंचने से पहले ही घर से वे लोग दरवाजा तोडऩे के लिए लाए सामान को छोड़कर भाग गए।
पुलिस में नहीं दर्ज करवाई कोई शिकायत
वहीं, आरती की मां बैजंती से जब पूछा गया कि आप थाने जाकर इनलोगों के खिलाफ शिकायत क्यों नहीं करवा रही हैं। तब उन्होंने कहा कि पति हमारे नहीं हैं, वो आएंगे तो मैं थाने जाऊंगी। लेकिन वो खुद अपनी बेटी को निर्दोष बता रही हैं। वहीं, मौके पर पहुंचे पुलिसकर्मी का कहना है कि इन्होंने सूचना दी थी, उसके आधार पर पहुंचा हूं। वो कौन लोग थे मुझे जानकारी नहीं। थाने में मुंशी से बात किया तो उन्होंने कहा कि जो सामान हैं, उसे लेकर आ जाइए।
क्राइम ब्रांच की टीम भागी क्यों
ऐसे सवाल यह उठ रहा है कि जब क्राइम ब्रांच की टीम उसके घर पर कई दिनों से तलाशी लेने जा रही है तो फिर पुलिस के पहुंचने से पहले भाग क्यों गई। ऐसे में यह संशय है कि क्राइम ब्रांच के नाम पर कोई और तो नहीं सबूत नष्ट करने का प्रयास कर रहा है। लेकिन स्थानीय पुलिस की टीम इसे असली बता रही है। जबकि इंदौर के अधिकारी किसी भी टीम को भेजने की बात से इनकार कर रहे हैं।
गौरतलब है कि हनीट्रैप मामले में आरती को अस्पताल से छुट्टी मिलते ही क्राइम ब्रांच की टीम उसे लेकर छतरपुर पहुंचेगी। आज छतरपुर रवाना होने से पहले ही उसकी तबियत खराब हो गई। जिसके बाद उसे एमवाय अस्पताल में भर्ती करवाया गया।