पटवारी के खिलाफ पटवारियों ने किया कलेक्ट्रेट का घेराव


- उच्च शिक्षा मंत्री ने पटवारियों को कहा था रिश्वतखोर
- पटवारियों ने कहा- माफी मांगें मंत्री, नहीं तो करेंगे हड़ताल
इंदौर। उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी द्वारा सार्वजनिक मंच से पटवारियों को रिश्वतखोर कहने के मामले ने तूल पकड़ लिया है। सोमवार को इंदौर, उज्जैन सहित प्रदेशभर में पटवारियों ने बयान के विरोधस्वरूप मध्यप्रदेश पटवारी संघ के बैनर तले रैली निकाली और कलेक्ट्रेट का घेराव कर ज्ञापन सौंपकर पटवारी से माफी मांगने की मांग की। मंत्री पटवारी द्वारा माफी नहीं मांगने पर पटवारियों ने 3 अक्टूबर से प्रदेशव्यापी हड़ताल पर जाने की धमकी दी है।
मंत्री जीतू पटवारी के बयान के उसे विरोध में सोमवार को बड़ी संख्या में पटवारी रैली के रूप में कलेक्ट्रेट पहुंचे और ज्ञापन सौंपकर मंत्री पटवारी से माफी मांगने की मांग की। इस प्रकार उज्जैन में भी पटवारी संघ ने कलेक्ट्रेट का घेराव किया और पटवारी के खिलाफ प्रदर्शन किया। पटवारियों ने माफी नहीं मांगने पर प्रदेशव्यापी आंदोलन की चेतावनी दी। उन्होंने मंत्री पटवारी के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और उनके इस बयान को तानाशाही रवैया करार दिया। उन्होंने चेतावनी दी कि वे इस तानाशाही रवैये को नहीं चलने देंगे। उनकी मांग नहीं मानी तो 3 अक्टूबर से एक भी पटवारी काम नहीं करेगा।
पटवारियों का कहना है कि जीतू पटवारी ने सार्वजनिक मंच से सभी शासकीय पटवारियों को रिश्वतखोर बताकर प्रदेश के समस्त पटवारियों के मान-सम्मान, स्वाभिमान और अस्मिता को ठेस पहुंचाई है। इस बयान से पटवारियों को मानसिक आघात पहुंचा है। जीतू पटवारी के बयान के खिलाफ पटवारी तीन दिन के सामूहिक अवकाश पर चले गए हैं। यदि पटवारी से सार्वजनिक रूप से माफी नहीं मांगी तो हम अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाएंगे। इसके पहले मंत्री पटवारी ने अपने बयान पर ट्वीट के जरिए सफाई दी थी। पटवारी ने ट्वीट में कहा कि इंदौर के एक ब्लॉक के पटवारियों की शिकायतें मिल रही थीं, उसी के संदर्भ में मैंने बयान दिया था, ना कि पूरे प्रदेश के पटवारियों के बारे में। मेरा भाव किसी की भावना को ठेस पहुंचाना नहीं था। उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी ने शनिवार को रंगवासा में आपकी सरकार-आपके द्वार कार्यक्रम में मंच से कहा था कि कलेक्टर साहब आपके 100 फीसदी पटवारी रिश्वत लेते हैं, इन पर आप लगाम कसिए।