किशोर न्यायालय बोर्ड में... कैसे हुई थी श्वेता जैन की नियुक्ति?


राघवेन्द्र दुबे, सागर
सागर। मध्यप्रदेश के बहुचर्चित हनीट्रैप मामले में गिरफ्तार श्वेता विजय जैन सागर ने अपनी शुरूआत एक दशक पहले शालीन कलेक्शन नाम की रेडीमेड कपड़े की दुकान से की थी। जलवा उस समय भी ऐसा था कि दुकान के उद्घाटन के लिये प्रदेश के एक कद्दावर मंत्री आये थे। अपने राजनैतिक संबंधों के चलते श्वेता जैन ने भाजपा युवा मोर्चा में प्रदेश महामंत्री के पद पर भी नियुक्ति करवा ली थी। साथ ही अपनी सुंदरता के चलते चर्चा में आये तत्कालीन आईएएस अधिकारी ने भी श्वेता के एनजीयो को वन विभाग में बहुत सारे काम दिये जिसमें जमकर पैसा कमाया। श्वेता का सफर यहीं नहीं रूका किशोर न्यायालय बोर्ड में बतौर सदस्य अपनी नियुक्ति भी करा ली। क्रायमब्रांच की टीम ने हनी टे्रप मामले में आरोपी आरती दयाल के छतरपुर स्थित निवास पर दबिश दी है इससे ऐसा प्रतीत होता है कि एक-दो दिन में सागर में भी श्वेता के पुराने कारनामों जैसे किशोर न्यायालय बोर्ड में नियुक्ति कैसे प्राप्त हुई। एनजीयो द्वारा वन विभाग सहित कई कार्य कैसे प्राप्त किये और उसमें कितना पैसा कमाया। इन तमाम चीजों की जांच क्रायमब्रांच कर सकती है। जिससे कई रसूखदार नेताओं एवं अधिकारियों के नाम सामने आ सकते हैं। श्वेता जैन किशोर न्यायालय बोर्ड की सदस्य भी रही है। हनीट्रैप में नेताओं और अफसरों का जिक्र होने से यह एक जाँच का विषय हो सकता है कि किशोर न्यायालय बोर्ड में श्वेता विजय जैन की नियुक्ति कैसे हुई।
   ज्ञातव्य है कि सागर नगर की मूल निवासी श्वेता विजय जैन किशोर न्यायालय बोर्ड, सागर में अशासकीय सदस्य के रूप में नियुक्त रही है। बताया जाता है कि दो अशासकीय सदस्यों की यह नियुक्ति राज्य स्तरीय किशोर न्यायालय बोर्ड द्वारा 5 साल के लिए की जाती है। श्वेता जैन की नियुक्ति वर्ष 2014 में हुई थी, लेकिन कुछ समय वाद ही शहर में ऐसा घटनाक्रम चला कि श्वेता जैन ने किशोर न्यायालय बोर्ड में जना बंद कर दिया और अचानक भोपाल शिफ्ट हो गई। लेकिन बोर्ड के सदस्य के तोर मिलने वाला मानदेय कफी समय तक प्राप्त करती रही वही वता दे कि  श्वेता जैन भाजपा की पदाधिकारी रही है। कुछ समय तक मोर्चा की महामंत्री भी रही है ।
  हाल ही में हाई प्रोफाइल हनीट्रैप मामले में श्वेता विजय जैन की गिरफ्तारी और हनीट्रैप रैकेट के नेताओं तथा अफसरों से संबंध होने के बीच यह भी जाँच का विषय हो सकता है कि श्वेता जैन की किशोर न्यायालय बोर्ड, सागर में नियुक्ति कैसे हुई। क्या यह नियुक्ति नियमानुसार थी अथवा श्वेता जैन को राजनैतिक पहुंच के चलते उपकृत किया गया। 
   जिला बोर्ड में जब यह नियुक्ति हुई थी, तब राज्यस्तीय नियुक्ति कमेटी में राज्य शासन के कौन-कौन अधिकारी चयनकर्ता थे? अब यह अधिकारी कहां पदस्थ हैं और ताजा हनीट्रैप स्कैण्डल में उनका नाम भी तो संलिप्त नहीं हैं?