कांग्रेस : गुटबाजी और अंतर्कलह जगजाहिर


नारों पर भड़के बावरिया, बोले- कमलनाथ जी से निवेदन करूंगा एक नारेबाजी सेल बना दे
भोपाल। कांग्रेस लाख एकजुटता के दावे करे लेकिन गुटबाजी और अंतर्कलह जगजाहिर ही है। आज फिर प्रदेश प्रभारी दीपक बावरिया समर्थकों और कार्यकर्ताओं द्वारा अपने अपने नेताओं के पक्ष में नारेबाजी करने पर भड़क गए। बावरिया ने कहा मेरी पहले दिन से नाराजगी है जब से में मप्र आया हूं। इस तरह की नारेबाजी पार्टी को कमजोर करती है। पार्टी की मीटिंग में नारेबाजी बंद करने को लेकर मैंने अरुण यादव के वक्त एक प्रस्ताव पास किया था।  वही उन्होंने सभी को चेताते हुए कहा कि पीसीसी में मीटिंग में अपने लीडर के पक्ष में नारेबाजी ना करे, नारेबाजी से कोई फायदा नही, ऐसा करके आप अपने लीडर का मूल्य कम करते है।
दरअसल, कांग्रेस ने आज राजधानी भोपाल में केंद्र सरकार के खिलाफ धरना प्रदर्शन किया था, इस दौरान जब समर्थकों द्वारा अपने अपने नेताओं के पक्ष में नारेबाजी की गई तो बावरिया नाराज हो गए। उन्होंने कहा कि कुछ साथियों को नारेबाजी का बहुत शौक है, अपने लीडर के पक्ष में नारेबाजी करते है, पार्टी में नारेबाजी करके पार्टी का वातावरण शोकजनक ना करे। उन्होंने समर्थकों और कार्यकर्ताओं को साफ शब्दों में कहा कि पीसीसी में मीटिंग में अपने लीडर के पक्ष में नारेबाजी ना करे। नारेबाजी से आप अपने लीडर का मूल्य कम करते है। साथ ही उन्होने सभी को सख्त हिदायत देते हुए कहा कि ध्यान रहे पार्टी के कार्यक्रमो और मीटिंग में अगली बार नारेबाजी नही करे।  बता दे कि यह पहला मौका नही है। विधानसभा चुनाव के दौरान भी ऐसी कई बार परिस्थितियां बनी थी। इसको लेकर बावरिया ने जमकर फटकार भी लगाई थी, और अभी हाल ही में पार्टी की बड़ी बैठक में अनुशासन में रहने की हिदायद भी दी थी, लेकिन बावजूद इसके आज प्रदर्शन में गुटबाजी देखने को मिली।


नारों के लिए एक सेल बना दे कमलनाथ
इतना ही नही बावरिया ने आगे कहा कि मैं मुख्यमंत्री कमलनाथ से निवेदन करूँगा कि एक नारेबाजी सेल बना दे। जहां समर्थक और कार्यकर्ता जाकर खूब नारेबाजी करे। अपने-अपने नेताओं के पक्ष में जमकर नारेबाजी करे, प्रतिस्पर्धा करे। इसमें नंबर वन आनेवालो को इनाम भी दिया जाए।


बीजेपी में केवल एक ही मर्द
वही पीएम मोदी पर निशाना और पार्टी अध्यक्ष अमित शाह की तारीफ करते हुए कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी दीपक बावरिया ने कहा कि बीजेपी में केवल एक मर्द है। वो है बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह। जिनकी बातों को सभी सीरियसली लेते है और सुनते है। बीजेपी में तो नरेंद्र मोदी की बात भी नहीं सुनी जाती है, जबकी को प्रधानमंत्री है।