तवा, ताप्ती और माचना नदी उफान पर, सतपुड़ा डैम के सात गेट खोले गए


- भारी बारिश से प्रदेश की नदियां उफान पर
 - बड़वानी में नर्मदा का जलस्तर 128 मीटर के ऊपर
- बुरहानपुर से जैनाबाद का नया पुल डूबा, स्कूलों में छुट्टियां
- धार में पुलिया में फंसी यात्रियों से भरी बस
भोपाल । राज्य में गुरुवार को कहीं तेज बारिश तो कुछ जगहों पर बौछारें पड़ रही हैं। बैतूल में भारी बारिश से तवा, ताप्ती और माचना नदी उफान पर पहुंच गई हैं। सतपुड़ा जलाशय के सात गेट खोले गए हैं। मुलताई क्षेत्र में एक ही रात में लगभग चार इंच बारिश हो गई। ताप्ती नदी का पानी कई मंदिरों में घुस गया। बैतूल से राठीपुर मार्ग पर सोमवारी पर बनी पुलिया पर बढऩे से 4 घंटे आवागमन रुका रहा। पुनर्वास केंद्र चोपना के 32 और लोनिया पंचायत के अंतर्गत आने वाले एक दर्जन से अधिक गांवों में हाई अलर्ट जारी किया गया है। आपदा प्रबंधन के तहत निचली बस्तियों, जलमग्न होने वाले इलाकों के लिए विशेष सावधानी रखी जा रही है। मंडला में तेज बारिश से बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। मंदसौर जिले में एक बस के अंडरब्रिज में भरे पानी में फंसने से कई यात्रियों की जान सांसत में आ गई। स्थानीय ग्रामीणों ने अंडरब्रिज के ऊपर रेल की पटरी पर से यात्रियों को बचाया। बड़वानी जिले में नर्मदा नदी पर बने पुराने पुल पर पानी खतरे के निशान से चार मीटर ऊपर चल रहा है। यह सरदार सरोवर बांध का बैक वाटर है। राजघाट में बुधवार को नर्मदा का जलस्तर 127.400 मीटर था, जो गुरुवार को बढ़कर 128 मीटर से ऊपर पहुंच गया। अपर कलेक्टर रेखा राठौड़, एसडीएम अभय सिंह, तहसीलदार राजेश पाटीदार मौके पर पहुंचे और एनडीआरएफ की टीम की मदद से धार्मिक स्थानों से सामान खाली करवाना शुरू किया। प्रशासन राजघाट के पास रहने वालों को भी यहां से हटने के लिए मनाने में जुटी है। उधर प्रभावितों का कहना है कि सरकार ने डूब प्रभावितों को पर्याप्त मुआवजा दिया न जमीन दी। उधर नर्मदा बचाओ आंदोलन के बैनर तले मेधा पाटकर के नेतृत्व में करीब 300 प्रभावितों ने सत्याग्रह आंदोलन छेड़ दिया है। बुरहानपुर में ताप्ती नदी खतरे के निशान से डेढ़ मीटर ऊपर बहने के चलते बुरहानपुर से जैनाबाद के बीच बनाया गया नया पुल डूब गया है। स्कूलों में छुट्टियां कर दी गई हैं। ताप्ती नदी के विभिन्न घाट डूब गए है। गुना के बमोरी ब्लॉक की पार्वती, मगरोड़ा और कोहन नदी गुरुवार शाम चार बजे तक उफान पर रहीं। 
धार के अमझेरा में तेज बारिश से पुलिया में एक बस फंस गई थी। बड़ी मुश्किल से सभी यात्रियों को बाहर निकाल लिया गया है। लगातार बारिश से शहर से गांव का संपर्क टूट गया है। अधूरी पुलिया के कारण टांडाबरुड़ का संपर्क टूट गया। झिरन्या क्षेत्र में खंडवा मार्ग बंद है।
बाढ़ में पांच लोग बहे, दो के शव मिले
बैतूल और अशोकनगर जिले में दो लोग बह गए। बैतूल में ग्रामीण का शव मिल गया है, लेकिन अशोकनगर में युवक की तलाश जारी है। होशंगाबाद के बाबई क्षेत्र में रपटा पार करते समय एक मां और दो बेटियां बह गई थीं। मां और उसकी एक बेटी को ग्रामीणों ने बचा लिया, लेकिन दूसरी बेटी की मौत हो गई।

एस्सार पॉवर प्लांट का राखड़ डेम तेज बारिश में फूटा



- 50 मवेशी बहे, 4 बच्चों को रेस्क्यू किया

सिंगरौली। एस्सार पॉवर प्लांट का राखड़ डेम बुधवार देर रात तेज बारिश की वजह से फूट गया है। इससे दो गांव में चारों तरफ पानी और राख भर गई है। इससे कुछ बच्चे इसकी चपेट में आ गए। ग्रामीणों ने बताया कि करसुआ राजा और खैराही गांवों में चारों तरफ पानी ही पानी दिख रहा है। ग्रामीणों और बच्चों को तैराकों के सहारे 4 बच्चों को रेस्क्यू करके निकाला गया है। 50 से ज्यादा मवेशी राख के बहाव के बाद से लापता हैं। पानी के साथ राख गांवों और खेतों में भरने से ग्रामीण परेशान हैं। ग्रामीण और पुलिस मवेशियों की तलाश कर रहे हैं। डेम टूटने से गांव में राखयुक्त पानी भरने से खेत की फसल भी बर्बाद हो गई और कुछ कच्चे मकान ढह गए हैं। घटना की सूचना मिलते ही सिंगरौली क्लेक्टर, पुलिस अधीक्षक अभिजीत रंजन आदि ने पहुंचकर घटनास्थल का मुआयना किया।