हाईकोर्ट जज के सामने जांची गई कॉपी

- पुनर्र्मूल्यांकन में बढ़े 7 नंबर, संशोधन के आदेश
सागर। सरस्वती शिशु मंदिर मोतीनगर की कक्षा 12वीं की छात्रा द्वारा अंग्रेजी विषय में 20 अंक कम देने पर हाईकोर्ट में लगाई गई याचिका पर जस्टिस सुबोध अभ्यंकर ने सुनवाई की। कोर्ट ने डीईओ सागर द्वारा उपलब्ध कराए गए 2 वैल्यूअर से कॉपी फिर से चैक कराई। कॉपी के पुनर्मूल्यांकन में छात्रा नीलम पिता देवेंद्र सिंह लोधी के अंग्रेजी विषय में 7 अंक बढ़े हैं। कोर्ट ने माध्यमिक शिक्षा मंडल को 30 दिन के अंदर छात्रा को संशोधित अंकों वाली मार्कशीट जारी करने के आदेश दिए हैं। अधिवक्ता रामेश्वर सिंह ने बताया कि सरस्वती शिशु मंदिर की कक्षा 12वीं की छात्रा नीलम लोधी ने वर्ष 2018-2019 की परीक्षा में 500 में से 414 अंक प्राप्त कर 82.8 फीसदी अंक हासिल किए हैं, उसने रिजल्ट में मैरिट में स्थान भी बनाया है। नीलम को हिन्दी विषय में 90, गणित में 94, फिजिक्स में 88 तथा कैमिस्ट्री विषय में 86 अंकों के साथ डिक्टेंशन प्राप्त हुआ था। बोर्ड ने उसे अंग्रेजी विषय में 100 में से मात्र 56 अंक दिए थे। छात्रा को अंग्रेजी विषय में कम नंबर मिलने का संदेह हुआ। उसने एमपी बोर्ड से अपनी अंग्रेजी विषय की उत्तर पुस्तिका मंगाई। इसकी जांच करने पर उसने पाया कि कई प्रश्नों के सही उत्तर लिखने के बाद भी कॉपी जांचने वाले वैल्यूअर ने उसे शून्य अंक दिया है। इस तरह उसे परीक्षा में न्यूनतम 20 अंक कम दिए गए हैं। कोर्ट ने अपने समक्ष कॉपी चैक कराई तो अंग्रेजी विषय में छात्रा के अंक बढ़कर 63 हो गए। इस तरह उसे मिले कुल अंकों का योग 414 का आंकड़ा बढ़कर 421 पर पहुंच गया।