स्ट्रेचर के इंतजार में तड़पती रही महिला, उठाकर ले जाने तक हो गई मौत

नरसिंहपुर। अस्पताल की लचर स्वास्थ्य व्यवस्था के कारण एक महिला की मौत हो गई। परिजन एंबुलेंस से मरीजों को हाथ में उठाकर ले जाने के लिए विवश हैं। इसीस्थिति की वजह से एक मरीज की मौत हो गई। जिला अस्पताल की इसी लचर व्यवस्था की शिकार एक महिला हो गई। रविवार को जब तेंदूखेड़ा की एक महिला मरीज को गंभीर हालत में जिला अस्पताल लाया गया तो स्ट्रेचर और वार्डबॉय नहीं मिला। स्ट्रेचर के इंतजार में महिला मरीज तड़पती रही। आखिरकार परिजनों ने अपने हाथों पर महिला मरीज को उठाकर डॉक्टर तक पहुंचे, तब तक देर हो चुकी थी। डॉक्टरों ने महिला मरीज को मृत घोषित कर दिया। ये कोई पहला मामला नहीं बल्कि यहां तो मामलों की अंबार है। रात में जिला अस्पताल में वार्ड बॉय न मिलने के चलते 108 से आए मरीज को उनके परिजन ही व्हीलचेयर पर ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर के पास ले जाने को मजबूर हुए। ऐसे हालात में 108 कर्मी भी परेशान हैं पर स्वास्थ्य विभाग का सिस्टम सुधरने का नाम नहीं ले रहा। जब सारे मामले को लेकर ड्यूटी डॉक्टर से बात की तो वे सिविल सर्जन से बात करने की बात कहते नजर आए। वक्त के बदलाव के साथ सरकार जरूर बदल गई पर नहीं बदला तो सरकारी सिस्टम और इस सिस्टम का खामियाजा उस आम जनता को ही भुगतना पड़ रहा है, जिसने बहुत ही उम्मीद से पिछली सरकार की सत्ता से बेदखल किया था।


Popular posts
गोरखपुर / पत्नी बोली- कोरोना लेकर घर मत आना; नाराज युवक सुसाइड करने के लिए तीन मंजिला मकान की रेलिंग से लटका, पुलिस ने बचाया
प्रवासी मजदूरों का मामला / सुप्रीम कोर्ट ने प्रवासी मजदूरों को घर पहुंचाने के लिए 15 दिन का वक्त दिया, कहा- राज्य इनके लिए रोजगार का इंतजाम करें
प्रवासी मजदूरों का मामला / केंद्र का सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा- मजदूरों को घर पहुंचाने के लिए ट्रेनें चलाई गईं; मुफ्त में खाना-पानी, दवाइयां, कपड़े और चप्पलें दी गईं
साध्वी प्रज्ञा और शिवराज के खिलाफ हल्ला-बोल, कमलनाथ सरकार के मंत्री बोले- दिल्ली में करें नौटंकी