रबिन्द्रनाथ टैगोर विष्वविद्यालय में थिंकिंग सोषल सेमिनार का आयोजन 


भोपाल। अटल इन्क्यूबेषन सेंटर-रबिन्द्रनाथ टैगोर विष्वविद्यालय (नीती आयोग द्वारा समर्थित) द्वारा विष्वविद्यालय में सामाजिक उद्यमिता पर विषेष सेमिनार का आयोजन किया गया। ''थिंकिंग सोषल'' सेमिनार को आई.आई.एम. कलकŸाा इनोवेषन पार्क की सहभागिता से आयोजित किया गया। सामाजिक उद्यमिता पर आधारित इस तरह के सेमिनार का अयोजन भोपाल में पहली बार हुआ। इस मौके पर श्री अर्जन देव, मैनेजर, आई.आई.एम. कलकŸाा इनोवेषन पार्क, श्री गौरव कपूर, हेड सोषल इन्टरप्राइज आई.आई.एम. कलकŸाा इनोवेषन पार्क, श्री प्रतीक शर्मा, संस्थापक वैषाल्या फूड एण्ड फर्म्स, श्री नरेन्द्र गोडसे, संस्थापक अनुभूति लर्निंग साल्यूषंस प्रा.लि., श्री सिद्धार्थ चतुर्वेदी, निदेषक आईसेक्ट, श्री सुधांषु अग्रवाल, संस्थापक, अमृतल्य फर्म्स, श्री रोनाल्ड फर्नांडिस, सी.ई.ओ. एआईसी-आरएनटीयू तथा सुश्री दिव्या शर्मा, कंसलटेंट सूक्ष्म एवं लघु उद्योग मंत्रालय मघ्य प्रदेष शासन (एमएसएमई) उपस्थित थीं।   
सेमिनार में श्री अर्जन देव, मैनेजर आई.आई.एम. कलकŸाा इनोवेषन पार्क ने उद्यमिता को समझाते हुए समुदाय को उद्यमिता का केन्द्र बताया। उन्होंने आई.आई.एम. कलकŸाा में आयोजित होने वाले टाटा सोषल इन्टरप्राइज चैलेंज की जानकारी भी दी। गौरव कपूर, विभागाध्यक्ष सामाजिक उद्यमिता विभाग आई.आई.एम. कलकŸाा ने अपने मोटिवेषनल प्रेजेंटेषन में बताया कि आज देष में परिवर्तन के लिये सभी को अपनी जिम्मेदारी समझनी होगी। जिम्मेदारी समझना, जोखिम उठाना, दूसरों के दुखों को महसूस करना, नवाचार सामाजिक उद्यमी की विषेषताएं होती हैं। इन्ही आधारों पर सामाजिक उद्यमिता की दिषा तय होती है। आज षिक्षा में इस तरह परिवर्तन की आवष्यकता है कि समाज में व्यापक परिवर्तन हो। उन्होंने सामाजिक समस्याओं को दूर करने वाले नवाचारों को उदाहरण सहित प्रस्तुत किया। श्री सिद्धार्थ चतुर्वेदी ने अपने उद्बोधन में आईसेक्ट की सामाजिक उद्यमिता की विस्तार से चर्चा की और कहा कि आईसेक्ट पिछले 35 वर्षों से सामाजिक उद्यमिता के क्षेत्र में निरंतर कार्य कर रहा है। भारत के अर्द्ध शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में डिजिटल डिवाइड को पाटने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। आईसेक्ट ने देष के ग्रामीण व जनजातीय क्षेत्रों में पाँच विष्वविद्यालयों की स्थापना भी की है। इनके माध्यम से लगभग दस हजार से अधिक छात्रों को उच्च षिक्षा प्रदान की जा रही है। आईसेक्ट ने निष्चित ही देष में सामाजिक उद्यमिता का एक माडल स्थापित किया है। सेमिनार में प्रतीक शर्मा, श्री नरेन्द्र गोडसे, श्री सुधांषु अग्रवाल एवं सुश्री दिव्या शर्मा ने भी अपने विचार व्यक्त किये। डॉ. संगीता जौहरी ने कार्यक्रम का संचालन किया। श्री रोनाल्ड फर्नांडिस ने अटल-इन्क्यूबेषन सेंटर के कार्यों की विस्तार से जानकारी दी।    
यह उल्लेखनीय है कि थिंकिंग सोषल टाटा सोषल इन्टरप्राइज चैलेंज का एक भाग है जो कि आई.आई.एम. कलकŸाा इनोवेषन पार्क और टाटा समूह का संयुक्त आयोजन है। यह आई.आई.एम. कलकŸाा का वार्षिक आयोजन है जिसमें देषभर के सामाजिक उद्यमियों को पुरस्कृत किया जाता है। इस अवसर पर आई.आई.एम. कलकŸाा के प्रतिनिधि, स्वयं सेवी संगठन, सामाजिक उद्यमी, स्थानीय स्टार्टअप्स, षिक्षाविद् बड़ी संख्या में उपस्थित थे।