पहली बार इंदौर से दुबई के लिए अंतर्राष्ट्रीय फ्लाइट ने भरी उड़ान



- मालवी परंपरा के अनुसार पगड़ी पहनाकर किया स्वागत
दुबई जाने वाले मुसाफिरों के लिए एयरपोर्ट को बेहतर ढंग से सजाया गया



इंदौर। सोमवार से इंदौर का देवी अहिल्याबाई होलकर एयरपोर्ट अंतरराष्ट्रीय हो गया। शाम साढ़े चार बजे एयर इंडिया की पहली फ्लाइट ने दुबई के लिए उड़ान भरी। ऐसे में इस मौके को यादगार बनाने के लिए भी खास इंतजाम किए गए थे।


पगड़ी पहनाकर स्वागत किया गया
इस फ्लाइट से यात्रा करने वाले मुसाफिरों का मालवी पगड़ी पहनाकर स्वागत किया गया। पहली अंतरराष्ट्रीय उड़ान में सवार होने के लिए मुसाफिरों में भी खासा उत्साह देखने को देखा गया। एयरपोर्ट पर इस मौके को खास बनाने के लिए रंगोली बनाई गई। सांस्कृतिक कार्यक्रम भी हुए। वहीं मुसाफिरों को खास महसूस कराने के लिए पूरे कॉरिडोर में रेड कारपेट भी बिछाया गया। इंदौर से विदेश के लिए शुरू हो रही इस पहली उड़ान के यात्रियों का स्वागत मालवी परंपरा के मुताबिक किया गया। यात्रियों को मालवी पगड़ी पहनाकर उनका स्वागत किया गया। इस मौके पर एयर इंडिया के सीएमडी अश्विनी लोहानी भी मौजूद रहे। फ्लाइट को वॉटर सैल्यूट दिया गया।


तीन मिनट लगेंगे इमिग्रेशन काउंटर पर
इंटरनेशनल फ्लाइट के यात्रियों को इमिग्रेशन काउंटर पर अधिकतम तीन मिनट लग सकते हैं। फिर भी यात्री दो बजे तक एयरपोर्ट पहुंचेंगे तो सुविधाजनक होगा। फ्रिक्वेंट फ्लायर्स के मुताबिक मुंबई या दिल्ली एयरपोर्ट पर एक समय पर ही कई फ्लाइट रहती है। इससे वहां इमिग्रेशन में समय लगता है, लेकिन इंदौर में केवल एक ही फ्लाइट है और इसमें भी 150 से 160 यात्री रहेंगे। इसलिए यहां पर कम समय में यह काम हो जाएगा। इमिग्रेशन में अधिकारी पासपोर्ट की जांच करते हैं। चूंकि दुबई के लिए पहले से वीजा करवाना होता है तो यहां दुबई के वीजा की भी जांच की जाएगी। इस प्रक्रिया में बमुश्किल तीन मिनट लगेंगे। हालांकि यात्रियों के एक साथ आने पर लाइन में लगना पड़ सकता है।


पायलट बोले- इंदौर के लिए सबसे बड़ा दिन
शहर से पहली बार दुबई फ्लाइट लेकर जा रहे पायलट कमांडर सुनीश भार्गव काफी उत्साहित हैं। उनका कहना है कि इंदौर के इतिहास में यह काफी बड़ा दिन है। इंदौर में ही जन्मे और यहीं से फ्लाइंग शुरू करने वाले सुनीश इस विमान को लेकर दिल्ली से इंदौर और फिर दुबई गए। सुनीश ने बताया कि मैं कई बार दुबई जा चुका हूं, लेकिन इस बार दुबई जाना अलग होगा। मुझे उम्मीद है कि कुछ सालों में मेरे शहर से मध्य भारत से सबसे अधिक इंटरनेशनल फ्लाइट होंगी। बता दें कि इसी साल मई महीने में इंदौर के देवी अहिल्याबाई होलकर एयरपोर्ट को इंटरनेशनल होने का दर्जा मिला था।